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Dilip Makwana
अगर खरीद पाता बचपन तो खरीद लेता कुछ लम्हे ही सही मगर फिर से जी लेता जिम्मेदारियों की धुंध से गायब सा हूं फिलहाल मैं एक बार इस रेत से अपना चेहरा धो लेता बड़ा मकाँ है मगर जी घुटता है मेरा काश मैं उस मिट्टी के घर मे ही रह लेता !! #बचपन #शायरी #हिंदी
shayari platform
धूप में बच्चे के लिए तपती है मां धूप में बच्चे के लिए झुलसती है मां गर्लफ्रेंड और बीवी तो कहीं भी मिल जाएगी लेकिन किस्मत वालों को मिलती है मां । ©shayari platform #MothersDay मदर्स डे पर हिंदी शायरी इमेज मदर्स डे पर शायरी हिंदी में
Lavkush Kumar
अपनी नजर में सही रहो और ईमानदारी से काम करो फीर लोग चाहे आपकी बुराई करें या कमी निकाले फिक्र मत करो क्योंकि लोग तो रब में भी कमी निकाल देते हैं हम तो फिर भी इंसान हैं ©Lavkush Kumar हिंदी शायरी हिंदी शायरी
Madhav Chaudhary
#दिल खाल और हड्डी से बनी जेल में कैद दिल। ये कैद है कुछ इस तरह जैसे कोई शिशु गर्भ में हो। बस इतना ही फ़र्क है कि शिशु की आज़ादी निश्चित है और इसकी अनिश्चित। निरंतर इससे आ रही कंपन की आवाज़ मानो आज़ादी की गुहार लगा रही हो परंतु स्वार्थी मानव को यह पता है कि उसके बग़ैर उसका अस्तित्व ही नहीं इसी वजह से वो इसे कभी आज़ाद नहीं करता। #दिल पर #ख़याल #शायरी #हिंदी #उर्दू
KK. Ajay
कोहरा तेरे मेरे रिश्ते पर कोहरा सा जमा है, न जाने कब धूप खिलेगी... सपनो में,यादों में कभी मुलाकात हो भी जाती है, रूबरू न जाने कब मिलेगी। और कोहरे की तरह सर्द और बेजान हो गई है जिंदगी.. न जाने कब प्यार की बारिश होगी और पुरवाई चलेगी। KK. Ajay जिंदगी पर जमा कोहरा #हिंदी #शायरी KK.Ajay
rk_के_अल्फाज
बचपन में.... घर के सामने एक नीम का पेड़ हुआ करता था,जहाँ पुराने किसी साइकिल के टायर को नीम पर चढ़ किसी डाल के सहारे एक झूला बनाया करते थे और बारी-बारी सब....... 15-15 झूले से झूला झूलते थे अब भले ही जीवन में कितनी आलीशान, आरामदायक चीजे मिल रही है मग़र..... मेरे लिए आज भी.....उससे बेहतर कोई आलीशान,आरामदायक चीज नही है ।। ©rk_के_अल्फाज #Childhood #बचपन #हिंदी #लेखक
Manjul
वो मछली वाली टॉफियां रंग उनका काला हुआ करता था अंदर उनमे मसाला हुआ करता था एक रुपये मे दस आया करती थी मन को मेरे बहुत भाया करती थी कई दिन तक खाया करते थे वो मछली वाली टॉफियां.. लेटे-लेटे मुझे कुछ याद आ गया था मन को मेरे जो भा गया था जीभ पर मछली वाली टॉफियों का स्वाद आ गया था।। ©Manjul Sarkar #Trip #जिंदगी_के_किस्से #बचपन #हिंदी