Find the Latest Status about मौसम from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मौसम.
DR. LAVKESH GANDHI
बारिशों का मौसम है मौसम बड़ा सुहाना है उमड़ते-घुमड़ते बादल हैं बिजलियाँ कड़कती हैं बच्चे भय से सहम रहे हैं प्रेमी मन मचल रहा है मेरी कलम फरक रही है लिखने को कुछ कह रही है #मौसम # #मौसम_बरसात_का # #yqbarsat #yqmousam_ki_tarah_badlna
OMG INDIA WORLD
🌹#तुम्हारी_तस्वीर_के_सहारे🌹 🎼#मौसम_कई_गुज़ारे🎼 💗#मौसमी_ना_समझो_तुम_इश्क_को_हमारे💗 ©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD 🌹#तुम्हारी_तस्वीर_के_सहारे🌹 🎼#मौसम_कई_गुज़ारे🎼 💗#मौसमी_ना_समझो_तुम_इश्क_को_हमारे💗
Anuj Ray
हर मौसम में लगे मौसमी ,बदले रंग हजार, गली-गली ससुराल है उसकी, बिस्तर है हर द्वार। दुल्हन जैसी लगे रात दिन, नए-नए सिंगार, किस्मत लेकर जन्मी है, करना चाहे हर कोई प्यार। ©Anuj Ray # हर मौसम में लगे मौसमी,
ALONESTAR
कह कर जो बयां नहीं कर पाता वो हालात लिखा करता हूं कहा करता था जिनसे उन्हें अब सुनना नहीं वो बात लिखा करता हूं वफ़ा के बदले बेवफ़ा की रीति से दम घुट चूका है मेरा मैं हिसाब चुकता करने के लिए सोमरस में मिलाकर वर्षा का जल मेघ राग लिखा करता हूं LC_writer 😏......खिलाफ हैं तो क्या,जान थोड़े है....😏 #seaside #मौसम_की_तरह #मौसम_की_बारिश #shyari #LCWRITER
Akshit Ojha
आँधियों की हवाओं से दोस्ती क्या हुयी, दोनो ही कहर ला दिये कुदरत भी तामाशा देखता रह गया , और ये शहर ढा़ दिये मौसम बदल रहा #मौसम_बदला_है #बारिशकाइंतज़ार #आँधियों_से_लड़ना_बाकी_है #बचकर_रहना #शहर #कहर
लेखनी
मौसम की तरह तुम किसी भी पल में बदल जाते हो, क्या करते हो यार प्यार में मौसम की तरह तुम भी छल जाते हो। #मौसमकीतरहतुमभी
Jagjeet Singh Jaggi... ख़्वाबगाह...!
कितनी कहानियां चल रही हैं सड़कों पे कोई पैरों पे, कोई कंधों पे जा रहा है यहां एक किनारा, एक रुख नज़रें हैं फिर भी कोई आ रहा है, कोई जा रहा है यहां कोई झुक गया है दिन के बोझ तले और कोई शाम के इंतज़ार में मुस्कुरा रहा है यहां कहीं पलकें हो गईं हैं भूरी धूल से कोई खा रहा है, कोई उड़ा रहा है यहां इस गुमान में कि खो जाएंगे इस शोर में कोई रो रहा है, कोई गा रहा है यहां सौदा खूब चल रहा है मंज़िलें बेचने का कोई पूछ रहा है, कोई पता बता रहा है यहां 'जग्गी' कुछ लोग मुझे दिखते हैं तेज़ भागते कोई थामने, कोई दामन छुड़ा रहा है यहां। ©Jagjeet Singh Jaggi... ख़्वाबगाह...! #मौसम_ए_मिजाज़_अदम
Dharmendra Azad
( मेरे हीरो, गज़ल के शहंशाह बशीर बद्र साहब को सादर समर्पित उनकी मशहूर गज़ल "हजारों जुगनुओं से भी अंधेरा कम नहीं होता" की ही ज़मीन पर-) शहीदों की शहादत का कोई मातम नहीं होता गिरे जो आसमां से वो कभी बेदम नहीं होता हमारे हक़ में जिसने कोई भी आवाज़ न दी हो अगर वो खो भी जाता है तो उसका ग़म नहीं होता कभी जो हार ना माने सिकंदर उसको कहते हैं सिकंदर हार भी जाये तो रुतबा कम नहीं होता सँवारा भी अगर होता करीने से बगीचे को किसी भी फूल के हाथों में कोई बम नहीं होता पनपने भी नहीं देते बड़े वट नीचे तुलसी को कद्दावर दिखनेवाला हर कोई आज़म नहीं होता ये बारिश भी चली जायेगी पिछ्ली गर्मियों जैसे जरा ठहरो ! हमेशा एक ही मौसम नहीं होता @धर्मेन्द्र तिजोरीवाले "आज़ाद" #मौसमनहींहोता