Nojoto: Largest Storytelling Platform

New हम भी देखेंगे Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about हम भी देखेंगे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हम भी देखेंगे.

    PopularLatestVideo

Manzar Raza

हम भी देखेंगे Faiz Ahmad Faiz

read more
लाज़िम है कि हम भी देखेंगे

वो दिन कि जिसका वादा है

जो लोह-ए-अज़ल में लिखा है

जब ज़ुल्म-ओ-सितम के कोह-ए-गरां

रुई की तरह उड़ जाएँगे

हम महकूमों के पाँव तले

ये धरती धड़-धड़ धड़केगी

और अहल-ए-हकम के सर ऊपर

जब बिजली कड़-कड़ कड़केगी

जब अर्ज-ए-ख़ुदा के काबे से

सब बुत उठवाए जाएँगे

हम अहल-ए-सफ़ा, मरदूद-ए-हरम

मसनद पे बिठाए जाएँगे

सब ताज उछाले जाएँगे

सब तख़्त गिराए जाएँगे

बस नाम रहेगा अल्लाह का

जो ग़ायब भी है हाज़िर भी

जो मंज़र भी है नाज़िर भी

उट्ठेगा अन-अल-हक़ का नारा

जो मैं भी हूँ और तुम भी हो

और राज करेगी ख़ल्क-ए-ख़ुदा

जो मैं भी हूँ और तुम भी हो हम भी देखेंगे
Faiz Ahmad Faiz

3322 mohd nahid

हम भी देखेंगे यह दिन #nojotophoto

read more
 हम भी देखेंगे यह दिन

Shahjad Khan

हम भी देखेंगे तेरी रंगे वफा #walkingalone #शायरी

read more
हम भी देखेंगे तेरी रंगे वफा कौन सी है जिस पर मरता है जमाना वह अदा कौन सी है या तो कर कतल मुझे या चिपकाले अपने सीने से इन दोनों में से बता तेरी रजा कौन सी हैै

©Shahjad Khan हम भी देखेंगे तेरी रंगे वफा

#walkingalone

Pnkj Dixit

🌷 हम भी देखेंगे स्वप्न हकीकत बनेंगे ... देखेंगे वो आएँगे आँगन में.... देखेंगे धड़केगा धड़कन का दिल बेधड़क रू-ब-रू नयन दर्पण में ..... देखे #Instagram #कविता #nojotohindi #nojotowriters #nojotoLove #nojotoapp #nojohindi

read more
🌷 हम भी देखेंगे

स्वप्न हकीकत बनेंगे ... देखेंगे
वो आएँगे आँगन में.... देखेंगे 
धड़केगा धड़कन का दिल बेधड़क
रू-ब-रू नयन दर्पण में ..... देखेंगे
महकेगी खुशियों की दुनिया... देखेंगे
गूँजेगी किलकारी कानों में... देखेंगे
मम्मी पापा सताए माहिका सब  मुझको
नटखटपन शरारत भाई बहन का.. देखेंगे
ऐ जी , ओ जी , लो जी , ..... हम भी सुनेंगे
देख देखकर मुस्कुराएगा जमाना ... हम भी देखेंगे 

१३/१०/२०१८
🌷👰💓💝
...✍ कमल शर्मा'बेधड़क'

©Pnkj Dixit 🌷 हम भी देखेंगे

स्वप्न हकीकत बनेंगे ... देखेंगे
वो आएँगे आँगन में.... देखेंगे 
धड़केगा धड़कन का दिल बेधड़क
रू-ब-रू नयन दर्पण में ..... देखे

Eklakh Ansari

शह-ए-वारिस से दिल अपना लग्गा कर हम भी देखेंगे दर-ए-वारिस पे सर अपना झुका कर हम भी देखेंगे ~ फ़राज़ वारसी #देवा_शरीफ़ #EklakhAnsari

read more
शह-ए-वारिस से दिल अपना लग्गा कर हम भी देखेंगे 
दर-ए-वारिस पे सर अपना झुका कर हम भी देखेंगे 
~ फ़राज़ वारसी

©Eklakh Ansari 
शह-ए-वारिस से दिल अपना लग्गा कर हम भी देखेंगे 
दर-ए-वारिस पे सर अपना झुका कर हम भी देखेंगे 
~ फ़राज़ वारसी
#देवा_शरीफ़
#EklakhAnsari

Mohammad Arif (WordsOfArif)

हम भी देखेंगे वो लोग भी देखेंगे जुल्मों सितम करने वाले हम भी देखेंगे तख्त नशी आज तू है कल नहीं होगा लगा दें जितने भी पहरे हम भी देखेंगे जु

read more
हम भी देखेंगे वो लोग भी देखेंगे
जुल्मों सितम करने वाले हम भी देखेंगे

तख्त नशी आज तू है कल नहीं होगा
लगा दें जितने भी पहरे हम भी देखेंगे

जुगनूओ की तरह रात भर जगते है सब
तू अखबार में जो चाहे छपा दे हम भी देखेंगे

लाख पहरे लगा दे अब डर नहीं लगता
सब धीरे धीरे उठाए जायेंगे हम भी देखेंगे

तू ने गलती की है वापस लेना होगा
तेरे अपने भी आयेंगे सब हम भी देखेंगे

इतना क्यूं डरता है लोगों से तू बता जरा
आरिफ हट जा चेहरा उनका हम भी देखेंगे हम भी देखेंगे वो लोग भी देखेंगे
जुल्मों सितम करने वाले हम भी देखेंगे

तख्त नशी आज तू है कल नहीं होगा
लगा दें जितने भी पहरे हम भी देखेंगे

जु

मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *

💛🧡सुकून के पल🧡💛 फुर्सतें बैठी हैं बड़ी फुर्सत से फुर्सत के इंतजार में जिंदगी गुजार दी उलझकर रिश्तों की जीत हार में।। खुश हैं आज भी हम #Poetry

read more
💜💙💚💛🧡सुकून के पल🧡💛💚💙💜

फुर्सतें बैठी हैं बड़ी फुर्सत से 
फुर्सत के इंतजार में
जिंदगी गुजार दी उलझकर
रिश्तों की जीत हार में।।

खुश हैं आज भी हम
बह रही है जिंदगी अपनी बयार में
सब कुछ भूल कर हम भी
अब जी रहें हैं सुकून के पल प्यार में।।

सारी उम्र गवा दी जिनके लिए
क्यों रोएं अब उनके इंतजार में
वो चला रहे हैं अपनी जिंदगी तो
हम भी जीवन गुजारेंगे अब बहार में।।

सुकून भरी फुर्सत में जिएंगे 
क्यों मनाएं शोक रिश्तों की हार में
अब जिएंगे खुलकर जिंदगी
हम भी देखेंगे रब अब अपने यार में।।
❤️🧡💛💚💙💜❤️🧡💛💚💙💜❤️🧡💛
✍️

©Ankur Mishra 💛🧡सुकून के पल🧡💛

फुर्सतें बैठी हैं बड़ी फुर्सत से 
फुर्सत के इंतजार में
जिंदगी गुजार दी उलझकर
रिश्तों की जीत हार में।।

खुश हैं आज भी हम

2novicity

मोहब्बत हमने माना जिन्दगी बर्बाद करती है ये क्या‌ कम है के मर जाने पे दुनिया करती है ये क्या कम है अजी हां हां ये क्या‌ कम है के मर जाने पे #favouritesong #EvergreenSongs #Mughal_E_Azam

read more
मोहब्बत हमने माना जिन्दगी बर्बाद करती है
ये क्या‌ कम है के मर जाने पे दुनिया करती है
ये क्या कम है अजी हां हां
ये क्या‌ कम है के मर जाने पे दुनिया करती है
किसी के इश्क में दुनिया लुटाकर हम भी देखेंगे
तेरे कदमों पर सर अपना झुकाकर
घड़ी भर को तेरे नजदीक आकर
तेरी महफ़िल में किस्मत आज़मा कर हम भी देखेंगे मोहब्बत हमने माना जिन्दगी बर्बाद करती है
ये क्या‌ कम है के मर जाने पे दुनिया करती है
ये क्या कम है अजी हां हां
ये क्या‌ कम है के मर जाने पे

Baaj

इतना भाग दौड़ करके ज़िन्दगी में, कभी कभी तो लगता है, सब व्यर्थ है, क्यों इतना ज़ोर लगाना, एक पल चैन के लिए, कभी सोचूँ तो लगे कर दिया घोर अनर्थ #Collab #yqdidi #तन्हाई #YourQuoteAndMine #baaj #बाज

read more
बारिश का सुहावना मौसम है आज,
अब                       , न ही तुम,
चाय की चुस्कियों के बीच में और
बिजली के शोर में, सिसकियाँ हैं गुम।
ये खिड़की के साथ वाले बिस्तर पर,
ये नमी वाली टपकती बूँदे कौन सी हैं!
किसी गरीब की छत टपक रही है,
किसी असहाय व्यक्ति की उम्मीदें।
लालटेन के उजाले में सर पकड़े,
कल को तो कल की चिँता पड़ी है,
मेहनत छोटी है इस आँधी के आगे,
इस तूफ़ान से मगर हिम्मत बड़ी है।
-बाज इतना भाग दौड़ करके ज़िन्दगी में,
कभी कभी तो लगता है, सब व्यर्थ है,
क्यों इतना ज़ोर लगाना, एक पल चैन के लिए,
कभी सोचूँ तो लगे कर दिया घोर अनर्थ

Chanchal Jaiswal

ना जाने कितनी शालाएँ ना जाने कितने सभागार जाग्रत वाणी वो तूर्य हुई हुई कभी तूणीर बाण हुआ कभी गाण्डीव प्रखर पाञ्चजन्य का नाद शिखर। पुलकित मे #ToYou #happyrepublicday #mybelovedcountry #लाज़िमहैकिहमसबदेखेंगे #foreverinlove #i❤my

read more
ना जाने कितनी शालाएँ 
ना जाने कितने सभागार
जाग्रत वाणी थी तूर्य हुई
हुई कभी तूणीर बाण
हुआ कभी गाण्डीव प्रखर
पाञ्चजन्य का नाद शिखर।
पुलकित मेधा सौरभ भर-भर
फड़कता शौर्य साहसी भुजदल।
केशर सा जगमग भाल भानु
उत्तुंग हिमालय सा सीना
हरियाला हृदय भावभीना
कण्ठ-कण्ठ जयघोष विपुल
स्पंदन-स्पंदन राष्ट्रवन्दन।
गौरवशाली इतिहास प्रवर
प्रेरित होते जनगण सुनकर
नन्हें-नन्हें से बाल नवल
विकसेगा इनमें भारत कल।

(शेष कविता caption में...) ना जाने कितनी शालाएँ 
ना जाने कितने सभागार
जाग्रत वाणी वो तूर्य हुई
हुई कभी तूणीर बाण
हुआ कभी गाण्डीव प्रखर
पाञ्चजन्य का नाद शिखर।
पुलकित मे
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile