Find the Latest Status about गौने from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, गौने.
Vikas Sharma Shivaaya'
'ॐ वक्रतुण्डाय हुं-'यह मंत्र शत्रुओं से बचाता है। अरी अनोखी बाम तू आई गौने नई ! बाहर धरसि न पाम है छलिया तुव ताक में !! इस दोहे में रसखान जी गोपियों से कहते है – अरी अनुपम सुंदरी तुम नई नवेली गौना द्विरागमन कराकर ब्रिज में आई हो , क्या तुम्हे कन्हैया का सवभाव मालूम नहीं है ! अगर तुम घर से बाहर निकली तो वह तुम्हे अपने प्रेम जाल में फंसा लेगा ! 🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' 'ॐ वक्रतुण्डाय हुं-'यह मंत्र शत्रुओं से बचाता है। अरी अनोखी बाम तू आई गौने नई ! बाहर धरसि न पाम है छलिया तुव ताक में !! इस दोहे में रसखान
AK__Alfaaz..
रात्रि की चादर तले, वो..तीसरे पहर, बड़ी गहराई से नापती है, अपने मन के सूत से, अपनी पीड़ाओं को, नैंनों की कोरों पर, सजे..दो मोती, काजल..की कालिख मे, सन गए हैं उसके, होठों की लाली उसकी, पढ़ना चाहती हैं हथेलियां, और...पढ़कर, लिखना चाहती हैं, दिल की स्लेट पर, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #अक्षत_कामायनी रात्रि की चादर तले, वो..तीसरे पहर, बड़ी गहराई से नापती है,
AK__Alfaaz..
जेठ की, तपती भूमि पर, आषाढ़ मे गिरी, उसके नैनों से, विश्वास की बूंद, भाप बनकर उड़ गई, पीड़ाओं की चलती लू मे, उन बिखरे दिनों की, इक टूटी साँझ को, उसकी हथेलियों पर, इक तिरछी लकीर उभर आयी, आशाओं की, जिसे..काटकर आगे बढ़ी थी, उसके हिस्से की, समर्पण की लकीर, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #अहिल्या जेठ की, तपती भूमि पर, आषाढ़ मे गिरी, उसके नैनों से,