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Mubarak

मत रख इन सायरी यो में यकीन ऐ इन्सान क्यूं कि ये जगह जगह पे रंग बदलती है #ज़िन्दगी

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Aacky Verma

जान मेरी के सोचे है यो में ही हु तैने मन्ने मट्टी सिमझ लिया मेरी मां ते पूछ उसका हीरा में ही हु . . #aacky #Photography #Life #Dream #Love #Summer #Fashion #Style #Smile #Instagram #Famous #model #photooftheday #single #instadaily #picoftheday #nojotophoto #personality #instafamous #aackyverma #famouspeople #aackyimage

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 जान मेरी के सोचे है
यो में ही हु
तैने मन्ने मट्टी सिमझ लिया
मेरी मां ते पूछ
उसका हीरा में ही हु
.
.
#aacky

Harshita Dawar

#lifequotes #Zindagi #Women #yqquotes #yqdidi Written by Harshita ✍️✍️ #jazzbaat जज्बे यूं ही मयान से तलवार निकला नहीं करती स्त्री जटिल पर

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Written by Harshita ✍️✍️
#Jazzbaat
जज्बे यूं ही मयान से तलवार निकला नहीं करती 
स्त्री जटिल परिस्थिति यो में भी घबराया नहीं करती

बन्द मुठ्ठी में नई पहचान लिखा नहीं करती
आसमान में पंख फैलाना कभी भुला नहीं करती

स्त्री ख़ुद ही नहीं पहचान भुलाया नहीं करती
संसार को प्रकाशित कर इतराना नहीं करती

औरों की ज़िन्दगी इत्र से महकना नहीं भूलती
रिश्तों की मर्यादा को नी निभाना नहीं भूलती

भुला दे अगर नज़र से उतारे अगर नज़र से गिराना नहीं भूलती
गिरे हुए को उठाना , परोपकार सिखाती ,सीखना नहीं भूलती

जब आए बात स्वाभिमान पर सवाल उठना नहीं भूलती
गलत सेहन की ताकत रखती गलत पर आवाज़ उठाना नहीं भूलती। #lifequotes #zindagi #women #yqquotes #yqdidi 
Written by Harshita ✍️✍️
#Jazzbaat
जज्बे यूं ही मयान से तलवार निकला नहीं करती 
स्त्री जटिल पर

Siddharth Balshankar

आज एक लफ्ज दिल में घर कर गया ना जाने लगा की, जैसे रूह को जिस्म की आयत की तरहा, जैसे तपती धुप में प्यासे को, पाणी की चाह की तरहा, जैसे मिना #अनुभव

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जरुरत 
आज एक लफ्ज दिल में घर कर गया 
ना जाने लगा की,
जैसे रूह को जिस्म की आयत की तरहा,
जैसे तपती धुप में प्यासे को,
पाणी की चाह की तरहा, 
जैसे मिनारो मे गुंजती आवाजों की तरहा,
जैसे माँझी को तलाश हो किनारे की तरहा
हमे इस लफ्ज की आदत हो,
सूरज की पेहेली निकलती किरण की तरहा,
अवकाश में फेले तारो की रोशनायो की तरहा
ये चार लफ्जों का अक्स हमें कुछ यू,
अपनासा तो नही लगता,
हर वक्त ये लफ्ज इम्तेहान सा तो नही लगता,
और कभी खुद को खुदि से पूछा जाये,
ये हमे बे आशियाना तो नही लगता,
आज मायीसो के दौर में,
अंधेरों सुलगती आग की चिंगारी यो में,
गरमी के मौसम मे लगे जैसे 
हवाओं ठंड की चाहत हो जैसे,
अपने चारो और ये लफ्ज हमे घुरता हो जैसे 
हमे शुरुवात के दौर में कोई क्यूँ नहीं मिलता,
हादसे गुजर जाते हि ये वक्त का पेमाना,
हम पे हुकुमत क्युँ ये करता,
आज भी और आने वाले कल मे भी,
हर शक्स मे भी ,हर पल मे भी
हम इस से दुरिया कब तक दिखायेंगे 
आप और हम से एक का असल रास्ता दिखायेंगे 
सभी से एक बात ही कहुँगा,
किसी की जरुरत बनो 
लेकीन
जरुरतो का मोहताज मत बनो आज एक लफ्ज दिल में घर कर गया 
ना जाने लगा की,
जैसे रूह को जिस्म की आयत की तरहा,
जैसे तपती धुप में प्यासे को,
पाणी की चाह की तरहा, 
जैसे मिना

Siddharth Balshankar

#firstquote जरुरत आज एक लफ्ज दिल में घर कर गया ना जाने लगा की, जैसे रूह को जिस्म की आयत की तरहा, जैसे तपती धुप में प्यासे को, पाण

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जरुरत 
आज एक लफ्ज दिल में घर कर गया 
ना जाने लगा की,
जैसे रूह को जिस्म की आयत की तरहा,
जैसे तपती धुप में प्यासे को,
पाणी की चाह की तरहा, 
जैसे मिनारो मे गुंजती आवाजों की तरहा,
जैसे माँझी को तलाश हो किनारे की तरहा
हमे इस लफ्ज की आदत हो,
सूरज की पेहेली निकलती किरण की तरहा,
अवकाश में फेले तारो की रोशनायो की तरहा
ये चार लफ्जों का अक्स हमें कुछ यू,
अपनासा तो नही लगता,
हर वक्त ये लफ्ज इम्तेहान सा तो नही लगता,
और कभी खुद को खुदि से पूछा जाये,
ये हमे बे आशियाना तो नही लगता,
आज मायीसो के दौर में,
अंधेरों सुलगती आग की चिंगारी यो में,
गरमी के मौसम मे लगे जैसे 
हवाओं ठंड की चाहत हो जैसे,
अपने चारो और ये लफ्ज हमे घुरता हो जैसे 
हमे शुरुवात के दौर में कोई क्यूँ नहीं मिलता,
हादसे गुजर जाते हि ये वक्त का पेमाना,
हम पे हुकुमत क्युँ ये करता,
आज भी और आने वाले कल मे भी,
हर शक्स मे भी ,हर पल मे भी
हम इस से दुरिया कब तक दिखायेंगे 
आप और हम से एक का असल रास्ता दिखायेंगे 
सभी से एक बात ही कहुँगा,
किसी की जरुरत बनो 
लेकीन जरुरतो का मोहताज मत बनो #firstquote
         जरुरत 
आज एक लफ्ज दिल में घर कर गया 
ना जाने लगा की,
जैसे रूह को जिस्म की आयत की तरहा,
जैसे तपती धुप में प्यासे को,
पाण

श्रीधर शर्मा

यो यो यो

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श्रीधर शर्मा

यो यो

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श्रीधर शर्मा

यो यो #nojotovideo

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श्रीधर शर्मा

यो यो

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श्रीधर

यो यो श्री

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