Find the Latest Status about मसरूफ़ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मसरूफ़.
Umrain Ahmed (Akhtar)
तेरी यादों की मसरूफ़ियत से जब फुरसत मिलीं मुझे फिर तेरे एक ख़्याल ने मुझे फिर से मसरूफ़ कर दिया मसरूफ़ियत = व्यस्तता ; Busy
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
इसलिए दोस्ती निभाने मॆं मसरूफ़ हूँ ... कुछ लोग तो दुश्मनी के भी लायक़ नहीं है..। - खब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 मसरूफ़
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
लोग पैसे गिनने मॆं मसरूफ़ हैं... आदमी घर से चोरी हो गये हैं..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 मसरूफ़
Hiren. B. Brahmbhatt
ना में मसरूफ़ हुआ करता हूं , झूठे रिश्ते, नातों के भंवर में, बस ठहर जाता हूं मैं तो सच्चे, प्यार और विश्वास के आंगन मैं.. #मसरूफ़ #आंगन
swaranjali sawan
वो मसरूफ़ है आज कल अच्छा ही है, वक़्त निकालता मेरे ख़ातिर तो मोहब्बत हो जाती ! -स्वरांजलि 'सावन' #अच्छा_ही_है #मसरूफ़ियत #nojotohindi #nojotoshayari #nojoto
Naina Raj ...
जो मसरूफ़ हैं उन्हें मसरूफ़ रहने दिया जाए जो इस ख्वाब में नहीं हैं उन्हें आने की इजाज़त भी न दी जाए जो बड़े इतमीनान से गए हैं इस दिल से बस उन्हें वापस न बुलाया जाए ये इश्क़ हैं कोई घर थोड़ी जो हर रूठे हुए को उनके पीछे जाके मनाया जाए | #मसरूफ़ #nojoto #nojotohindi #nojotoquotes ...
Trapti
समझ जाते थे कभी मेरी हर मुश्किल को सिर्फ चेहरे को देख कर मुश्किल तो बस यही है अब कि वो चेहरा देखते ही नहीं मसरूफ़ रहने लगे वो
Divyanka Pragati
न शिकायत किसी से न इंतज़ार किसी का मैं मसरूफ़ हूं... उनके ज़िक्र में,, उनकी फ़िक्र में,, और उनकी यादों में।। ©Divyanka Pragati मैं मसरूफ़ हूं उनकी यादों में...
Abeer Saifi
हमने ख़ुद को यूँ हालात से लड़ते देखा बिना नेज़ों बिना ढालों ही झगड़ते देखा इस पे ग़म ये के मेरी हिम्मत की सदा कई पैरों को इस मैदां से उखड़ते देखा कौन ज़िंदा हैं यहाँ कौन बाकी न रहा यहाँ मुर्दों को अक्सर ही अकड़ते देखा इस जंग में दुनिया की मैं मसरूफ़ रहा उनको जाते न सुना न बिछड़ते देखा मेरे अल्लाह उन्हें रख हिफ़्ज़-ओ-अमां में जिनके ताने भी सुने जिनको बिगड़ते देखा नेज़ों - तलवारों, सदा - आवाज मसरूफ़ - busy
Abeer Saifi
हमने ख़ुद को यूँ हालात से लड़ते देखा बिना नेज़ों बिना ढालों ही झगड़ते देखा इस पे ग़म ये के मेरी हिम्मत की सदा कई पैरों को इस मैदां से उखड़ते देखा कौन ज़िंदा हैं यहाँ कौन बाकी न रहा यहाँ मुर्दों को अक्सर ही अकड़ते देखा इस जंग में दुनिया की मैं मसरूफ़ रहा उनको जाते न सुना न बिछड़ते देखा मेरे अल्लाह उन्हें रख हिफ़्ज़-ओ-अमां में जिनके ताने भी सुने जिनको बिगड़ते देखा नेज़ों - तलवारों, सदा - आवाज मसरूफ़ - busy