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bhupendra chand
#सम्झनेलाई सम्झना मर्ने लाई #काल #miss garnelai miss #U to@ भाउ #खानेहरु सब laaii#baal
nepalpoet
Yudi Shah
जिने से ज्यादा यहा लोग मर्ने कि बाते कर्ता है पतंङ उडने से ज्यादा यहा लोग काटने कि बाते कर्ता है... ✍️Yudi Shah जिने से ज्यादा यहा लोग मर्ने कि बाते कर्ता है पतंङ उडने से ज्यादा यहा लोग काटने कि बाते कर्ता है... ✍️Yudi Shah #kites
Yudi Shah
तुम जितना मर्ने कि दुवा मागोगे तुम उतना हि जिते रहोगे सायद इस लिए भि तुमहारी तडप, उस खुदा को भि अछा लगता है... ✍️Yudi Shah तुम जितना मर्ने कि दुवा मागोगे तुम उतना हि जिते रहोगे सायद इस लिए भि तुमहारी तडप, उस खुदा को भि अछा लगता है... ✍️Yudi Shah
Sp
एक रियल प्येम काहानि । सायद एक बार सुन्नकर अापको जान्नेका मन होगा क्या हुवा होगा जिसकि बजेसे अो बन्दा मर्ने जा राहाँ था तो किसिने उस्को बचालिया । अब क्या हुवा था उसके साथ । प्यार। एक यसा प्यार अाप्ने कभि सोचा नहि होगा उस बन्दे ने यसा कत किया । सायद । अाज तक किसिने किया नहि होगा । चलिय तो जान्ते हे कोन हे अो बन्दा जिस्ने खुद्कि एक रियल प्येरेम काहाँ नि खिला अोर प्यार के लिय उसने अप्ना बलिदान देदिया। मेरा दोस तु माहाँन हे । एक दिन ये तेेरा बलिदान दुनिया सुनेगि ये मेरा बादा हे । पुर्निमा 🌈 ©Sp है दोस्तो य मेरा दोस्त का यक रियल काहानि है । अाप ईश काहानि को यक बार जरुर पडियगा अोर सेर करियगा पिलिज कियुकि इसने बलिदान दिया है जितेजि कु
Yudi Shah
मर्ने के लिए मर भि नहि सकते जिने के लिए कोइ उमिद भि नहि कर सकते जिन्दा तो हु मगर अब कोइ चाह नहि दर्द तो है मगर दर्द का कोइ आह नहि... देखते देखते अब ना किसि के साथ नहि ओ पल, ओ लाजमी के बात ना नहि मानो धिरे धिरे से सब भिखर गइ कलतक सब ठिक हि था, आज तो नहि कहा गइ... ✍️Yudi Shah मर्ने के लिए मर भि नहि सकते जिने के लिए कोइ उमिद भि नहि कर सकते जिन्दा तो हु मगर अब कोइ चाह नहि दर्द तो है मगर दर्द का कोइ आह नहि... देखते
vishnu prabhakar singh
एक एक करके सारे मोहरे सामने आएंगे आप, हम ही सब कराएंगे राहत फिर भी पास नहीं फटकेगी अगर इस प्रकार घमासान मचाएंगे सरकार घमासान ही देगी आप, हम अगर करार तोड़ देंगे! (कृपया, प्रस्तावना के लिए अनुशीर्षक देखें...) भारतीय संविधान की प्रस्तावना(सौजन्य गूगल) व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित कराने वाली, बन्धुता बढ़ाने के लिए, दृढ़ स
Sonam kuril
हम, भारत के लोग हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी , पंथनिरपेक्ष,लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त करने के लिए तथाउन सबमें व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करनेवाली बंधुता बढ़ाने के लिएदृढ संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवम्बर 1949 ई0 (मिति मार्ग शीर्ष शुक्ल सप्तमी, सम्वत दो हजार छह विक्रमी) को एतदद्वाराइस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं। #ConstitutionDay हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी , पंथनिरपेक्ष,लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके
Rohit Thapliyal (Badhai Ho Chutti Ki प्यारी मुक्की 👊😇की 🙏)
हम, भारत के लोग हम 👊भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को : सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त करने के लिए तथा उन सबमें व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवम्बर 1949 ई0 (मिति मार्ग शीर्ष शुक्ल सप्तमी, सम्वत् दो हजार छह विक्रमी) को एतद द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं। #BadhaiHoChuttiKi #constitutionday हम 👊भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने
Yudi Shah
तेरि आखरी खत मैने बचा के रखी है दिल मे कहि उसे छुपा के रखी है याद आए तो पढ ले ता हु कभी कभी तो, तेरे नाम से एक और खत लीखलेता हु कभी कभी तो, ओ सारे यादे समेट लेता हु... तेरि आखरी खत मैने बचा के रखी है दिल मे कहि उसे छुपा के रखी है....x2 जलादु कभी ए सोचलेता हैं मगर फिर ए दिल रोकलेता हैं तुझें पागलो कि तरह खोजलेता हैं कभि कभी क्या पता, यादो ही यादो मे ही हर रोज तेरी आख़री खत पढते रोलेता हु... नहि पता तेरि आख़री खत क्यु पढ ता हु सोने से पहेले फिर एक बार रोता हु तेरी आख़री खत, जैसे जिने कि सहारा मेरे तेरी आख़री खत, जैसे मर्ने कि दुवारे.. ✍️Yudi Shah 🇳🇵 तेरि आखरी खत मैने बचा के रखी है दिल मे कहि उसे छुपा के रखी है याद आए तो पढ ले ता हु कभी कभी तो, तेरे नाम से एक और खत लीखलेता हु कभी कभी तो,