Nojoto: Largest Storytelling Platform

New इक्कीसवीं सदी की हिंदी कविता Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about इक्कीसवीं सदी की हिंदी कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, इक्कीसवीं सदी की हिंदी कविता.

    PopularLatestVideo
101b90c798738829d408d7e2f28f8586

manju sharma

इक्कीसवीं सदी में यह क्या नया दौर आया है जो मदद करता है किसी की उसने ही धोखा खाया है यह कैसी आधुनिकता दिखा रहा इंसान जो अपने कहलाते हैं उन्होंने ही जहर पिलाया है इक्कीसवीं सदी

इक्कीसवीं सदी

16 Love

5573c05be846bbe2fdabce3c0b2683c6

K. s.

इक्कीसवी सदी की स्त्रियां #विचार #kusumsingh

इक्कीसवी सदी की स्त्रियां विचार kusumsingh

147 Views

e48fc2e340fd58fe9e4e334b7a2748ef

Anokhi

हिंदी दिवस - 14 सितंबर

हिंदी शोभे बिंदी से.....!

हिन्दुस्तानी शोभे हिंदी से.....!

आभा अनोखी # हिंदी दिवस # हिंदी की बिंदी...

# हिंदी दिवस # हिंदी की बिंदी...

17 Love

b2c20a4eb769bc49905685604b9fe0ff

Ruby Prasad

बदल गया है इक्कीसवीं सदी का पुरूष

बदल गया है इक्कीसवीं सदी का पुरूष #Poetry

76 Views

281e6f26c968ea416109ed758de6005e

आपका शायर

हिंदी बची रहे हिंदी बची रहे 
बिंदी की तरह सजी रहे 

#हिंदी_दिवस #हिंदीशायरी #हिंदी_कविता 
#हिंदी

हिंदी बची रहे बिंदी की तरह सजी रहे #हिंदी_दिवस #हिंदीशायरी #हिंदी_कविता #हिंदी #अनुभव

17 Love

39a2a0d6dd36fa946129f92a95d7afbf

K.S-11_22

दिल की बात (हिंदी -कविता )

दिल की बात (हिंदी -कविता ) #nojotovideo

33 Views

31811d5987a7b59fdfdd56c1be2325c9

Sima Rani Jha

#हिंदी कविता# मौन की आवाज़

#हिंदी कविता# मौन की आवाज़

37 Views

3fa5924a84ed0594d5ddd6c7668959ab

Simran Simar

उर्मिला की वेदना। हिंदी कविता

उर्मिला की वेदना। हिंदी कविता #Shayari

68 Views

0326e3645fad6707e8274314a8cae0ff

shwati pandey

किचकिचाहट से सिर चकरा रहा मेरा
कुछ दिनों से झक्की सा व्यवहार है,
कब कहती हूँ किसी से की कोई बैठे
सुने मेरी दो - चार कविताएं।

कुछ दिनों से लिख नहीं पाई मैं कोई कविता,
रात भर सो न सकी उहापोह की स्थिति में,
छटपटा रही थीं मरणासन्न अवस्था में कविताएं
वो जो कह न पाईं अंतर्दशा अपनी
मैं लेट गयी उत्तर से दक्षिण की ओर
सिर किये ताकि मिल जाए इन्हें प्राणमुक्ति।

आज सुबह से परदे को न 
जाने क्या दुश्मनी है खिड़की से जो
उलझ जा रहा बार-बार,
मैंने खिड़की खोल रखी है पूरब ओर
ताकि सूरज की मार सहें कुछ देर परदा।

बिस्तर पर गिरे पड़े मिले कितने बाल मेरे
माँ कहती रही की तेल की मालिश
आवश्यक है सिर पर,
तभी तो कविताओं ने रात दम तोड़ दिया
मैंने उठाया रेड़ी का तेल और ठोंकती रही
घण्टों भर सिर पर।
-Shwati pandey🌹🌿 विश्व कविता दिवस की शुभकामनाएं🌸
..
#हिंदी #कविता

विश्व कविता दिवस की शुभकामनाएं🌸 .. हिंदी कविता

4 Love

4527ef3e7ef4bf808e042373e391a4d6

Såimà Nàwàz

Poetry By Saima Nawaz
"मुद्दे इक्कीसवीं सदी के हैं"

Poetry By Saima Nawaz "मुद्दे इक्कीसवीं सदी के हैं"

36 Views

cd40369a4b935adfd548984f796e8fbf

Mohan Sardarshahari

राजभाषा है हिंदी
राजकाज इसमें होता है कम
राष्ट्रभाषा है हिंदी
पूरे राष्ट्र में‌ बोली यह जाती नहीं
सांस्कृतिक सूत्र है हिंदी 
पर आर्थिक आधारित हो गई संस्कृति
पूरे देश‌‌ में‌ फिर भी जीवित है हिंदी
क्योंकि हमारी आत्मा है यह
एक दिन का उत्सव‌ नहीं है हिंदी
हिंदुस्तान की प्रतीक है यह
पढ लो कितने ही शास्त्र
पर विश्व बंधुत्व केवल पढाती है हिंदी
हिमालय सी‌ ऊंची तो गंगा सी‌ मधुर
और रेगिस्तान ‌जैसी सहनशील है हिंदी
लिखते होंगे अंग्रेजी बोलते ‌होंगे आंचलिक
फिर भी हिंदुस्तान के माथे की‌ बिंदी है हिंदी।।

©Mohan Sardarshahari हिंदी है माथे की बिंदी

हिंदी है माथे की बिंदी

11 Love

971566255d710d6b6bc8d658402cde70

RAVINANDAN Tiwari

माँ जैसी सरल है हिंदी,   मिलने मिलाने का हुनर है हमारी हिंदी में। 
सोलहो श्रृंगार का रहस्य छिपा जैसे बिंदी में।। #Hindidiwas हिंदी माथे की बिंदी

#Hindidiwas हिंदी माथे की बिंदी

40 Love

971566255d710d6b6bc8d658402cde70

RAVINANDAN Tiwari

हिंदी दिवस माँ मेरी समझती जो भाषा 
हम कहते उसे मातृभाषा 
गाती जिसमें लोरी सोहर 
मानें हम जिसको धरोहर 
प्रकट करे मन की आशा 
तत्क्षण जो निकले भाषा 
माँ मेरी जो समझती भाषा 
हम कहते उसे मातृभाषा #Hindidiwas हिंदी माथे की बिंदी

#Hindidiwas हिंदी माथे की बिंदी

20 Love

97ee3ac4733d6b12331823fea1586d0c

bhagirath garg

हिंद की आवाज हिंदी
घनाक्षरी

हिंद की आवाज हिंदी घनाक्षरी

36 Views

c4aee7e3d1c809e2da69edec49f8e921

Jyoti Mahajan

हिंद देश की हिंदी तुम
रहती सब के दिलों में तुम
संस्कृत से उद्गम हुआ तुम्हारा
व्याकरण शास्त्र ने और निखारा
विश्व स्तर पर तुम्हारी पहचान
तुम से ही भारत का मान
वैज्ञानिक लिपि का सर पर ताज
शब्दकोश से भरा भंडार
भविष्य की भाषा कहलाती तुम
साहित्य की गरिमा बढ़ाती तुम
अपनत्व का बोध कराती तुम
जन-जन के हृदय में समाती तुम
एकता के सूत्र में बांधती तुम
कितने ही कृत्य संवारती तुम
रसखान, सूरदास, प्रेमचंद, निराला
इनकी रचनाओं की जान हो तुम
मीरा की भक्ति है तुमसे
सुभद्रा की राष्ट्रीय चेतना तुमसे
महादेवी की प्रचलित रचनाओं का
सबसे सुंदर आधार हो तुम
मीठी हो ,प्यारी हो, हो करणप्रिया
दोहा ,मुक्तक ,चौपाई ,सोरठा
साहित्यिक विशेषताओं से भरी हो तुम
लेखनी में मेरी पहचान हो तुम
ह्रदय से नमन है मेरा तुमको
इसको दिल से स्वीकारना तुम
इसको दिल से स्वीकारना तुम।

©Jyoti Mahajan हिंद देश की हिंदी

#IFPWriting

हिंद देश की हिंदी #IFPWriting #कविता

1 Love

32a79b16cb3b934338d6b24c0a18a0e0

BANDHETIYA OFFICIAL

रेलवे की बोगी में शहीदों को सम्मान प्रदान करने की स्थिति में प्रस्तुत जीवनी- गद्यांश का अंतिम वाक्य हिन्दी भाषा के साथ -साथ बलिदानी की भी गरिमा को धूमिल करता है, गौर फरमाने की बात है।

©BANDHETIYA OFFICIAL #हिंदी और हिंद की बात।

#हिंदी और हिंद की बात। #विचार

12 Love

77c6a5764ade739a992fd75fc5eafeb4

Dr Jayanti Pandey

जब जिंदगी में विकास न था, जिंदगी थी बस चैन  वाली 
आंगन से भी दिखता था चांद,और रातें होती तारों वाली।

दिन हो खाली तो बाग भी थे , दोस्त भी थे  हम  खयाली 
चार जोड़ी कपड़ों में भी , थी  शान  पूरी जमीदारों वाली।

घर में सबके , घर का भाव था , हंसी  ठठ्ठा और  चाव था
पैसे कम थे , कम ही सही ; सामाजिकता का निभाव था।

छोटे बड़े त्यौहार सौ थे , सब की जगह  थी  खास वाली 
रोज कोई दौड़ ना थी , जिंदगी थी  चैन  ओ सुकून वाली।

सफेदी चूने से हो पर हो और गुलजार हो सब की दिवाली 
होली खेलने सब निकलते, रहता नहीं था कोई भेद खाली।

जब से यह विकास आया, इक्कीसवीं सदी हो गई बवाली
दड़बों से घर में सिमटकर , घर भी खाली दिल भी खाली।

समाज तो ऐसा है बिखरा , टूटती देखो  संबंधों  की  डाली
साधन जुटाने में ऐसे डूबे, जैसे सब ने मदहोशी की दवा ली। #उफ्फ ये इक्कीसवीं सदी का विकास
#yqhindi 
#yqdidi 
#jayakikalamse 
#hindipoetry

#उफ्फ ये इक्कीसवीं सदी का विकास #yqhindi #yqdidi #jayakikalamse #hindipoetry

0 Love

3127ec73180cd23c4f4fdb7ebb69823f

Mr.Poet

बूढ़ा दिसम्बर अब जवाँ जनवरी
के स्वागत के लिए आतुर हो रहा है...

लो इक्कीसवीं सदी को
इक्कीसवा साल लग रहा है।

©Mr.Poet बूढ़ा दिसम्बर अब जवाँ जनवरी के स्वागत के लिए आतुर हो रहा है...

लो इक्कीसवीं सदी को इक्कीसवा साल लग रहा है।

#bye2020

बूढ़ा दिसम्बर अब जवाँ जनवरी के स्वागत के लिए आतुर हो रहा है... लो इक्कीसवीं सदी को इक्कीसवा साल लग रहा है। #bye2020 #poem

11 Love

238791ee648c6ab0f7e1de947837aeea

हिमांशु विद्रोही

हिमांशु विद्रोही की शायरी

#शायरी  #गज़ल  #कविता  #शेर  #हिंदी 

#हिंदी

हिमांशु विद्रोही की शायरी शायरी गज़ल कविता शेर हिंदी हिंदी

2,393 Views

373e481c2757964c4135892f4db2521b

priya sharma

मुसकान मेरा गहना


 दर्द के अंधकार में भी मैंने इसे पहना
 कमल से सीखा है कीचड़ संग रहना
 हवा से सीखा है बदबू संग बहना 
आसमां से देना और जमीन से सहना
 अब  रूह मेरी  आबरू और मुस्कान मेरा गहना मुस्कान मेरा गहना हिंदी कविता #दिल की बातें# हिंदी शायरी

मुस्कान मेरा गहना हिंदी कविता #दिल की बातें# हिंदी शायरी

4 Love

0cc7dd380404914286332ff58a99cc0f

CalmKrishna

........ #NojotoQuote दिल की मरम्मत
#कविता #हिंदी #मरम्मत #nojoto

दिल की मरम्मत #कविता #हिंदी #मरम्मत #Nojoto

26 Love

a36a58e2c65e135c061b05b021e252e7

Kavya

भारत की भाषा हिंदी
#Hindidiwas #कविता 

#MainAgarKahu

भारत की भाषा हिंदी Hindidiwas कविता MainAgarKahu

45 Views

9c23c56a8832cc51695230157d960f78

Dr.Chintan Mistry

 #हिंदी कविता

#हिंदी कविता

7 Love

74c4eb9ff88c9f0a72b8e9208cba8a79

Sourav Chakraborty

#OpenPoetry गरीबों की रात में मीठे सपने आते हैं!
और अमीरों की रात में झूठे अपने आते हैं!

                              --सौरभ चक्रवर्ती हिंदी कविता

हिंदी कविता #OpenPoetry

25 Love

7076aa38dfbc70dfb07fba7d20e5e18b

Sonia Nehwal

हिंदी कविता

हिंदी कविता

481 Views

d53376d74a7c831fc9c31b76c8a48372

Farhena ahmed

#हिंदी #कविता

हिंदी कविता

42 Views

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile