Nojoto: Largest Storytelling Platform

New न्यूज़ आज तक Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about न्यूज़ आज तक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos.

    PopularLatestVideo
003e2883d21e67a3289c0d02315b9a4c

santoshray

#RIPRohitSardana न्यूज़ चैनल आज तक के वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना का हार्ड अटैक से निधन कोरोनावायरस से थे संक्रमित उनकी आत्मा को शांति दे

©santoshofficial न्यूज़ चैनल आज तक के😂😂

#RIPRohitSardana

न्यूज़ चैनल आज तक के😂😂 #RIPRohitSardana

10 Love

417b63441f99cc9d4cf4edeac3ed8b4c

Yadav Singh Rajput

छप के बिका करते थे जो अखबार 

सुना है अब वो बिक कर छपा करते है

ईमानदार पत्रकार

©Yadav Singh Rajput #आज की सच्चाई
#टू डे न्यूज़

#आज की सच्चाई #टू डे न्यूज़ #विचार

10 Love

c1e38e47b4ce517fd82bf79c305eaa31

sonu_gurjar_6757

जयपुर की सच्ची कहानी 
#न्यूज़ #न्यूज़ #न्यूजपेपर

जयपुर की सच्ची कहानी #न्यूज़ #न्यूज़ #न्यूजपेपर #विचार

2,108 Views

c9b4fe86c0b9c0169888d7bca9052d6f

Sonu Kumar

अतीक और अशरफ कहते हैं में कौन-कौन हैं शामिल##बाहुबली#माफिया आज तक न्यूज़ यूट्यूब

अतीक और अशरफ कहते हैं में कौन-कौन हैं शामिल#बाहुबलीमाफिया आज तक न्यूज़ यूट्यूब #न्यूज़

1,062 Views

7247cd8b839a982fbcd40afdb47192a8

KK Mishra

 आज तक

आज तक #nojotophoto

3 Love

7247cd8b839a982fbcd40afdb47192a8

KK Mishra

 आज तक

आज तक #nojotophoto

2 Love

20b956fd40eb83182b89074c547262e3

नीसा

आज तक

आज तक #फ़िल्म

207 Views

51b3c01462c6c99767973ee501bf6880

Guru mantra 444

न्यूज़

न्यूज़

27 Views

c0296ea71ad0ceb768fe8e99a5ecf4e9

Kailash RAWAT PUJARI

न्यूज़

न्यूज़

126 Views

2f7d6acb8160e8437768f5ce466a011b

मनोज यादव

bastar update सुविचार 2019 जैसा भी था अपनों के करीब थाm बस्तर अपडेट न्यूज़ हमारी नजर आप तक सच पहुंचाना my

बस्तर अपडेट न्यूज़ हमारी नजर आप तक सच पहुंचाना my

6 Love

72ecfe4fa40a2b1fe7efc82e43562ee8

Abhishek Verma

आज मेरी जीवन मे मुझे  कुछ प्रर्वतन

©Abhishek Verma आज तक 
#Nature

2 Love

98dab2c005718fcf725ae49d54e780ec

Vijay Kumar उपनाम-"साखी"

उस मावे की मिठास आज तक जेहन में जिंदा है,पापा घर लाये थे
उन सिक्कों की खनक आज तक जिंदा है,जिनसे ढेरों चीजे लाये थे

दर्द तो इस जिंदगी ने हमे हजार दिये,पर कुछ दर्द,आजतक शर्मिंदा है,
जिसे हम पापा की मार से कोई न कोई एक नया सबक सीख आये थे

अब यूँ तो हम लाखों रुपये कमा भी रहे है और उड़ा भी रहे है,साखी,
वो चवन्नी,अठन्नी आज तक जिंदा है,जिससे दुनिया खरीद लाये थे

बना लिया गया,हमने भी आज खुद का बंगला-कोठी,गाड़ी-वाड़ी
वो पुराना घर आज तक जिंदा,जिसमे हम अल्हड़ यादे छोड़ आये थे

वो बचपन के दिन आज तक जिंदा है,जिसमे मित्र ही थे हमारे धन,
वो रेत के खेल,आज तक जिंदा है,जिसमें खुद के घर,गाड़ियां छोड़ आये थे

हम कभी मुफलिसी में भी अमीर थे,आज अमीरी में बहुत गरीब है,
वो पुराने चित्र आज तक जिंदा है,जिसमे अपनी चीजे मित्रो को दे आये थे

न ऊंच-नीच का भेद,न धर्म-जाति का भेद,खेल में सबके सब थे एक,
वो मैदान,आज तक जिंदा है,जिसमे जांति-पांति,साम्प्रदायिकता छोड़ आये थे

वो मां का प्यार,पिता की डांट,हमारे गुरु की फटकार आज तक जिंदा है,
जिससे हम अपना आज का ये सुनहरा ,उज्ज्वल भविष्य बनाकर आये थे

पर अब न रहा वो साफ-सुथरापन जिंदा है,जिसमे हम बचपन मे छोड़ आये है
अब रह गया है,बस दिखावा ही दिखावा जो आज हम सब वर्तमान में पाये है

फिर स्वर्ग होगा जिंदा,यदि होंगे शर्मिंदा लाएंगे वो बचपना जिसे छोड़ आये है
फिर से दुनिया बनेगी हमारी जन्नत,यदि हम दिखावे को छोड़ सच्चाई लाये है

दिखावे में कुछ नही धरा है,साखी,वही मरने के बाद भी जिंदा रहता है,  
जिसे हम खुद ही जिंदा दफ़न कर के आये है

साफ नियत,साफ मन के रहो ऐसे ही लोग सदा इतिहास बनाकर आये है

दिल से विजय आज तक जिंदा

आज तक जिंदा

9 Love

e0903f56c5c5557fa8038a632eeae7ed

M.K.शायरी

जो रो रहा है, शब से सहर अश्कों मैं कर रहा है,
उसने भी दरियाँ ही भरा है आज तक'
दो तरफ़ा प्यार किसी-किसी को ही मिला है,
वैसे सभी को इक-तरफ़ा प्यार ही मिला है आज तक..!
M.Kशायरी✍💓

©M.K.शायरी #आज तक

#Hopeless

17 Love

43f7bb624a5e1205983f48a32fbee149

Marutishankar Udasi

हम कर रहे है कोशिशें
की मंजिल को पा ले
भरतें है उड़ान होसालो से
की छु लेगे आसान को
सोचते है जरूर पर नहीं है हम झुकते 
न बेचना है कबूल ईमान को
कोई नहीं समझता है मुझे
न यकीन है किसी को मेरे विश्वाश पर
फिर भी डटे रहते हैं हम
ए दिल तेरे साथ 
बस इसीलिए नहीं है कामयाब हम
लोग फायदा उठा लेते हैं मेरा 
मेरे भावनाओ को भाप कर
लेकिन यकीन है मुझे जी दिल से जिया
वह मेरा नहीं उदासी आज तक

©Marutishankar Udasi
  #KhoyaMan आज तक

408 Views

a0ae737aa579bacd9c7542e212bea086

Rajesh Khanna

आज तक तुमने मुझसे कुछ 
नहीं बोला
मैं भी क्या बोलता
चलो मैं बोल भी देता
तुमने बोलने का मौका 
भी कहा दिया

©Rajesh Khanna #Dostiforever आज तक

#Dostiforever आज तक

13 Love

7ec4ce87d054df1d47af6275cc5cacd2

RANi

न्यूज़

न्यूज़ #शायरी

109 Views

42965f403b0dc146618683327e46043f

Mahendra Pratap Kori

ड्राइवर की चिंता क्या है।

©Mahendra Pratap Kori
  न्यूज़

न्यूज़ #न्यूज़

27 Views

0a766aa4537ce82ef162cc203ee9cc3b

Rahmatullah

न्यूज़

न्यूज़ #न्यूज़

27 Views

ec72ce337c7e536b5c9c652896bcf966

Sanjay Kumar Prjapati

न्यूज़ कॉमेडी

न्यूज़ कॉमेडी

27 Views

a31bc4bc0a288efbbd0990ed38db1423

Author Harsh Ranjan

लोग उंगलियाँ उठाते हैं!
स्त्रियां कहती हैं कि
उन्हें पुरुष ने बाँधा है!
पुरुष मान में डूबे ऊंघते हैं,
उन्हें स्त्रियों का क्या काम?
फिर अचानक एक 
आदमखोर आता है।
पुरुष मर सकने से पहले
मजबूती से लड़ जाता है।
मेरी कलम से मिली जिंदगी
वो अगर जी जाता है तो भी,
उसके बदन पर चौरासी घाव हैं।
हवा का स्पर्श जब दर्द जगाता हो
उसे अपने आवेग में हथेलियों से 
कोई यथाबुद्धि दबाता है!
वो घाव तो अपने वेग से भरेगा पर
वो पुरुष तत्क्षण आराम पाता है!

बेटी, मेरी तरफ देखती है, 'अब?'
बेटा, भले घरों के लड़के-लड़की
आज भी एक-दूसरे से
पैसे लेकर सौदे नहीं करते!
और जिनके सौदे में लेन के बदले
देन न हो, वैसे ठग,
आदमी-औरत क्या 
भैंस बकरियों को भी नहीं छोड़ते। आदिम से आज तक

आदिम से आज तक

0 Love

47f8d113654f37a1f255d2cbdf37d862

TEJPAL

कल से आज तक
पोस्ट पूरी पढ़िएगा जरूर आनंद आएगा।

2022 से 1970 के दशक अर्थात बचपन की तरफ़ जो 50 को पार कर गये हैं या करीब हैं उनके लिए यह खास है।

मेरा मानना है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमारी पीढ़ी ने देखा है हमारे बाद की किसी पीढ़ी को "शायद ही " इतने बदलाव देख पाना संभव हो
🤔🤔

हम वो आखिरी पीढ़ी हैं जिसने बैलगाड़ी से लेकर सुपर सोनिक जेट देखे हैं। बैरंग ख़त से लेकर लाइव चैटिंग तक देखा है और "वर्चुअल मीटिंग जैसी" असंभव लगने वाली बहुत सी बातों को सम्भव होते हुए देखा है।

🙏🏻 हम वो पीढ़ी हैं
 
जिन्होंने कई-कई बार मिटटी के घरों में बैठ कर परियों और राजाओं की कहानियां सुनीं हैं। ज़मीन पर बैठकर खाना खाया है। प्लेट में डाल डाल कर चाय पी है।

🙏 हम  वो " लोग " हैं ?*l

जिन्होंने बचपन में मोहल्ले के मैदानों में अपने दोस्तों के साथ पम्परागत खेल, गिल्ली-डंडा, छुपा-छिपी, खो-खो, कबड्डी, कंचे जैसे खेल , खेले हैं ।

🙏हम आखरी पीढ़ी  के वो लोग हैं ?

 जिन्होंने चांदनी रात में डीबरी, लालटेन या बल्ब की पीली रोशनी में होम वर्क किया है और दिन के उजाले में चादर के अंदर छिपा कर नावेल पढ़े हैं।

🙏हम वही  पीढ़ी के लोग हैं ?

जिन्होंने अपनों के लिए अपने जज़्बात खतों में आदान प्रदान किये हैं और उन ख़तो के पहुंचने और जवाब के वापस आने में महीनों तक इंतजार किया है।

🙏हम उसी  आखरी पीढ़ी के लोग हैं ?

जिन्होंने कूलर, एसी या हीटर के बिना ही  बचपन गुज़ारा है। और बिजली के बिना भी गुज़ारा किया है।

🙏हम वो  आखरी लोग हैं ?

जो अक्सर अपने छोटे बालों में सरसों का ज्यादा तेल लगा कर स्कूल और शादियों में जाया करते थे।

🙏हम वो आखरी पीढ़ी के लोग हैं ?

जिन्होंने स्याही वाली दावात या पेन से कॉपी किताबें, कपडे और हाथ काले-नीले किये है। तख़्ती पर सेठे की क़लम से लिखा है और तख़्ती धोई है।

🙏हम वो आखरी लोग हैं ?

जिन्होंने टीचर्स से मार खाई है और घर में शिकायत करने पर फिर मार खाई है।

🙏हम वो  आखरी लोग हैं ?

जो मोहल्ले के बुज़ुर्गों को दूर से देख कर नुक्कड़ से भाग कर घर आ जाया करते थे। और समाज के बड़े बूढों की इज़्ज़त डरने की हद तक करते थे।

🙏 हम वो  आखरी लोग हैं ?

जिन्होंने अपने स्कूल के सफ़ेद केनवास शूज़ पर खड़िया का पेस्ट लगा कर चमकाया है!

🙏हम वो आखरी लोग हैं

जिन्होंने गुड़  की चाय पी है। काफी समय तक सुबह काला या लाल दंत मंजन या सफेद टूथ पाउडर इस्तेमाल किया है और कभी कभी तो नमक से या लकड़ी के कोयले से दांत साफ किए हैं।

🙏हम निश्चित ही वो लोग हैं

जिन्होंने चांदनी रातों में, रेडियो पर BBC की ख़बरें, विविध भारती, आल इंडिया रेडियो, बिनाका गीत माला और हवा महल जैसे प्रोग्राम पूरी शिद्दत से सुने हैं।

🙏हम वो  आखरी लोग हैं
 
जब हम सब शाम होते ही छत पर पानी का छिड़काव किया करते थे।

उसके बाद सफ़ेद चादरें बिछा कर सोते थे।

एक स्टैंड वाला पंखा सब को हवा के लिए हुआ करता था।
 
सुबह सूरज निकलने के बाद भी ढीठ बने सोते रहते थे।

वो सब दौर बीत गया। चादरें अब नहीं बिछा करतीं।

डब्बों जैसे कमरों में कूलर, एसी के सामने रात होती है, दिन गुज़रते हैं।

🙏हम वो  आखरी पीढ़ी के लोग हैं

जिन्होने वो खूबसूरत रिश्ते और उनकी मिठास बांटने वाले लोग देखे हैं, जो लगातार कम होते चले गए।
 
अब तो लोग जितना पढ़ लिख रहे हैं, उतना ही खुदगर्ज़ी, बेमुरव्वती, अनिश्चितता, अकेलेपन, व निराशा में खोते जा रहे हैं।
 
और

🙏हम वो  खुशनसीब लोग हैं, जिन्होंने रिश्तों की मिठास महसूस की है...!!

🙏 और हम इस दुनियाँ के वो लोग भी हैं जिन्होंने एक ऐसा "अविश्वसनीय सा"  लगने वाला  नजारा देखा है।

आज के इस करोना काल में परिवारिक रिश्तेदारों (बहुत से पति-पत्नी , बाप - बेटा ,भाई - बहन आदि ) को एक दूसरे को छूने से डरते हुए भी देखा है।

 🙏 पारिवारिक रिश्तेदारों की तो बात ही क्या करे खुद आदमी को अपने ही हाथ से अपनी ही नाक और मुंह को छूने से डरते हुए भी देखा है।

 🙏 " अर्थी " को बिना चार कंधों के श्मशान घाट पर जाते हुए भी देखा है।

"पार्थिव शरीर" को दूर से ही  "अग्नि दाग" लगाते हुए भी देखा है।🙏

🙏हम आज के भारत की एकमात्र वह पीढी हैं जिसने अपने " माँ-बाप "की बात भी मानी और " बच्चों " की भी मान रहे है।

🙏 शादी में (buffet) खाने में वो आनंद नहीं जो पंगत में आता था  जैसे....

सब्जी देने वाले को गाइड करना, हिला के दे या तरी तरी देना!

.👉  उँगलियों के इशारे से 2 लड्डू और गुलाब जामुन, काजू कतली लेना

.👉 पूडी छाँट छाँट के और गरम गरम लेना !

👉 पीछे वाली पंगत में झांक के देखना क्या क्या आ गया, अपने इधर क्या बाकी है और जो बाकी है उसके लिए आवाज लगाना

👉 पास वाले रिश्तेदार के पत्तल में जबरदस्ती पूडी 🍪 रखवाना!

.👉 रायते वाले को दूर से आता देखकर फटाफट रायते का दोना पीना ।

.👉 पहले वाली पंगत कितनी देर में उठेगी उसके हिसाब से बैठने की पोजीशन बनाना।

.👉 और आखिर में पानी वाले को खोजना।
 😜 
..............
*एक बात बोलूँ इंकार मत करना दोस्तो, ये मैसेज जितने मर्जी लोगों को भेजना क्योंकि जो इस मैसेज को पढेगा, उसको उसका बचपन जरुर याद  आयेगा. वो आपकी वजह से अपने बचपन में चला जाएगा , चाहे कुछ देर के लिए ही सही।*
*और ये आपकी तरफ से उसको सबसे अच्छा गिफ्ट होगा.*

©TEJPAL कल से आज तक

कल से आज तक #ज़िन्दगी

11 Love

47f8d113654f37a1f255d2cbdf37d862

TEJPAL

कल से आज तक
पोस्ट पूरी पढ़िएगा जरूर आनंद आएगा।

2022 से 1970 के दशक अर्थात बचपन की तरफ़ जो 50 को पार कर गये हैं या करीब हैं उनके लिए यह खास है।

मेरा मानना है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमारी पीढ़ी ने देखा है हमारे बाद की किसी पीढ़ी को "शायद ही " इतने बदलाव देख पाना संभव हो
🤔🤔

हम वो आखिरी पीढ़ी हैं जिसने बैलगाड़ी से लेकर सुपर सोनिक जेट देखे हैं। बैरंग ख़त से लेकर लाइव चैटिंग तक देखा है और "वर्चुअल मीटिंग जैसी" असंभव लगने वाली बहुत सी बातों को सम्भव होते हुए देखा है।

🙏🏻 हम वो पीढ़ी हैं
 
जिन्होंने कई-कई बार मिटटी के घरों में बैठ कर परियों और राजाओं की कहानियां सुनीं हैं। ज़मीन पर बैठकर खाना खाया है। प्लेट में डाल डाल कर चाय पी है।

🙏 हम  वो " लोग " हैं ?*l

जिन्होंने बचपन में मोहल्ले के मैदानों में अपने दोस्तों के साथ पम्परागत खेल, गिल्ली-डंडा, छुपा-छिपी, खो-खो, कबड्डी, कंचे जैसे खेल , खेले हैं ।

🙏हम आखरी पीढ़ी  के वो लोग हैं ?

 जिन्होंने चांदनी रात में डीबरी, लालटेन या बल्ब की पीली रोशनी में होम वर्क किया है और दिन के उजाले में चादर के अंदर छिपा कर नावेल पढ़े हैं।

🙏हम वही  पीढ़ी के लोग हैं ?

जिन्होंने अपनों के लिए अपने जज़्बात खतों में आदान प्रदान किये हैं और उन ख़तो के पहुंचने और जवाब के वापस आने में महीनों तक इंतजार किया है।

🙏हम उसी  आखरी पीढ़ी के लोग हैं ?

जिन्होंने कूलर, एसी या हीटर के बिना ही  बचपन गुज़ारा है। और बिजली के बिना भी गुज़ारा किया है।

🙏हम वो  आखरी लोग हैं ?

जो अक्सर अपने छोटे बालों में सरसों का ज्यादा तेल लगा कर स्कूल और शादियों में जाया करते थे।

🙏हम वो आखरी पीढ़ी के लोग हैं ?

जिन्होंने स्याही वाली दावात या पेन से कॉपी किताबें, कपडे और हाथ काले-नीले किये है। तख़्ती पर सेठे की क़लम से लिखा है और तख़्ती धोई है।

🙏हम वो आखरी लोग हैं ?

जिन्होंने टीचर्स से मार खाई है और घर में शिकायत करने पर फिर मार खाई है।

🙏हम वो  आखरी लोग हैं ?

जो मोहल्ले के बुज़ुर्गों को दूर से देख कर नुक्कड़ से भाग कर घर आ जाया करते थे। और समाज के बड़े बूढों की इज़्ज़त डरने की हद तक करते थे।

🙏 हम वो  आखरी लोग हैं ?

जिन्होंने अपने स्कूल के सफ़ेद केनवास शूज़ पर खड़िया का पेस्ट लगा कर चमकाया है!

🙏हम वो आखरी लोग हैं

जिन्होंने गुड़  की चाय पी है। काफी समय तक सुबह काला या लाल दंत मंजन या सफेद टूथ पाउडर इस्तेमाल किया है और कभी कभी तो नमक से या लकड़ी के कोयले से दांत साफ किए हैं।

🙏हम निश्चित ही वो लोग हैं

जिन्होंने चांदनी रातों में, रेडियो पर BBC की ख़बरें, विविध भारती, आल इंडिया रेडियो, बिनाका गीत माला और हवा महल जैसे प्रोग्राम पूरी शिद्दत से सुने हैं।

🙏हम वो  आखरी लोग हैं
 
जब हम सब शाम होते ही छत पर पानी का छिड़काव किया करते थे।

उसके बाद सफ़ेद चादरें बिछा कर सोते थे।

एक स्टैंड वाला पंखा सब को हवा के लिए हुआ करता था।
 
सुबह सूरज निकलने के बाद भी ढीठ बने सोते रहते थे।

वो सब दौर बीत गया। चादरें अब नहीं बिछा करतीं।

डब्बों जैसे कमरों में कूलर, एसी के सामने रात होती है, दिन गुज़रते हैं।

🙏हम वो  आखरी पीढ़ी के लोग हैं

जिन्होने वो खूबसूरत रिश्ते और उनकी मिठास बांटने वाले लोग देखे हैं, जो लगातार कम होते चले गए।
 
अब तो लोग जितना पढ़ लिख रहे हैं, उतना ही खुदगर्ज़ी, बेमुरव्वती, अनिश्चितता, अकेलेपन, व निराशा में खोते जा रहे हैं।
 
और

🙏हम वो  खुशनसीब लोग हैं, जिन्होंने रिश्तों की मिठास महसूस की है...!!

🙏 और हम इस दुनियाँ के वो लोग भी हैं जिन्होंने एक ऐसा "अविश्वसनीय सा"  लगने वाला  नजारा देखा है।

आज के इस करोना काल में परिवारिक रिश्तेदारों (बहुत से पति-पत्नी , बाप - बेटा ,भाई - बहन आदि ) को एक दूसरे को छूने से डरते हुए भी देखा है।

 🙏 पारिवारिक रिश्तेदारों की तो बात ही क्या करे खुद आदमी को अपने ही हाथ से अपनी ही नाक और मुंह को छूने से डरते हुए भी देखा है।

 🙏 " अर्थी " को बिना चार कंधों के श्मशान घाट पर जाते हुए भी देखा है।

"पार्थिव शरीर" को दूर से ही  "अग्नि दाग" लगाते हुए भी देखा है।🙏

🙏हम आज के भारत की एकमात्र वह पीढी हैं जिसने अपने " माँ-बाप "की बात भी मानी और " बच्चों " की भी मान रहे है।

🙏 शादी में (buffet) खाने में वो आनंद नहीं जो पंगत में आता था  जैसे....

सब्जी देने वाले को गाइड करना, हिला के दे या तरी तरी देना!

.👉  उँगलियों के इशारे से 2 लड्डू और गुलाब जामुन, काजू कतली लेना

.👉 पूडी छाँट छाँट के और गरम गरम लेना !

👉 पीछे वाली पंगत में झांक के देखना क्या क्या आ गया, अपने इधर क्या बाकी है और जो बाकी है उसके लिए आवाज लगाना

👉 पास वाले रिश्तेदार के पत्तल में जबरदस्ती पूडी 🍪 रखवाना!

.👉 रायते वाले को दूर से आता देखकर फटाफट रायते का दोना पीना ।

.👉 पहले वाली पंगत कितनी देर में उठेगी उसके हिसाब से बैठने की पोजीशन बनाना।

.👉 और आखिर में पानी वाले को खोजना।
 😜 
..............
*एक बात बोलूँ इंकार मत करना दोस्तो, ये मैसेज जितने मर्जी लोगों को भेजना क्योंकि जो इस मैसेज को पढेगा, उसको उसका बचपन जरुर याद  आयेगा. वो आपकी वजह से अपने बचपन में चला जाएगा , चाहे कुछ देर के लिए ही सही।*
*और ये आपकी तरफ से उसको सबसे अच्छा गिफ्ट होगा.*

©TEJPAL
  कल से आज तक

कल से आज तक #ज़िन्दगी

37 Views

c9bf8d273ddb5b21b0f9d38597c91e34

Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

उसने मेरे लिए,
अपना सब कुछ गवां दिया,
और मैंने उसके लिए,
आज तक कुछ भी न किया,
दर्द दिया उसको मैंने,
परेशान भी किया,
रातों को जगा कर,
उसको रुला दिया,
उसको गम के अलावा,
आज तक कुछ भी न किया...! आज तक कुछ भी......!

आज तक कुछ भी......!

12 Love

aaf1f0d5935899068500e454dd92c672

Gulshaad Khan

"ना जाने क्या क्या और कितनी 
है खालायें आज तक,  हमें तो मिली है उनसे 
सिर्फ खतायें आज तक, 
ना समझा कभी ना समझाने दिया हमें, 
जो लब खोले तो चुप करा दिया हमें, 
दरारें यूँही बढ़ती गयी,
बस एकतरफा फैसला सुना दिया हमें,
कि ना जाने क्या क्या और कितनी 
है खालायें आज तक,  हमें तो मिली है उनसे 
सिर्फ सज़ाएं आज तक।" है खालायें आज तक।

है खालायें आज तक।

28 Love

db84586f2c419330ddbbefb807a649a9

Author Harsh Ranjan

लोग उंगलियाँ उठाते हैं!
स्त्रियां कहती हैं कि
उन्हें पुरुष ने बाँधा है!
पुरुष मान में डूबे ऊंघते हैं,
उन्हें स्त्रियों का क्या काम?
फिर अचानक एक 
आदमखोर आता है।
पुरुष मर सकने से पहले
मजबूती से लड़ जाता है।
मेरी कलम से मिली जिंदगी
वो अगर जी जाता है तो भी,
उसके बदन पर चौरासी घाव हैं।
हवा का स्पर्श जब दर्द जगाता हो
उसे अपने आवेग में हथेलियों से 
कोई यथाबुद्धि दबाता है!
वो घाव तो अपने वेग से भरेगा पर
वो पुरुष तत्क्षण आराम पाता है!

बेटी, मेरी तरफ देखती है, 'अब?'
बेटा, भले घरों के लड़के-लड़की
आज भी एक-दूसरे से
पैसे लेकर सौदे नहीं करते!
और जिनके सौदे में लेन के बदले
देन न हो, वैसे ठग,
आदमी-औरत क्या 
भैंस बकरियों को भी नहीं छोड़ते। आदिम से आज तक

आदिम से आज तक

0 Love

3bce7f9a44dd19ee5d19a6125e685e13

Pramod Kumar

कोरोना न्यूज़

कोरोना न्यूज़ #nojotovideo

115 Views

8108415b2ecc9674ef219520700206ab

jayanti

गजब न्यूज़

गजब न्यूज़

45 Views

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile