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Mukhauta_
#OpenPoetry कितनी भी दूरियां बना ले मुझसे एक आवाज़ में तुझे बुला लूंगा लाख कर तु मुझसे नफ़रत ए हसीं एक दिन तुझे माना लूंगा भले ही दर्द देने आ करीब बाहें खोल सीने से लगा लूंगा लाख कर तु मुझसे नफ़रत ए हसीं एक दिन तुझे मै पा लूंगा #ShivEye #एक #दिन #तुझे #मै #पा #लूंगा #ShivEye
Sarvesh Dixit
मैं पापा की लाडली हूं राधे राधे ©Sarvesh Dixit पा पा की राधारानी
monika makwana( mahek)
एक एक करके सारी जिम्मेदारी निभा लेता है, वो बाप ही होता है जो परिवार के लिए जी देता है। सोख अपने पूरे नहीं कर पाता, बस कमाता है, बच्चो की जिद्द के लिए सब गवा देता है। एक एक करके सारी जिम्मेदारी निभा लेता है। सारे रिश्तों को एक पोटली में बांधे रखता है, रोज सुबह उठ कर उसिको जीता है। कितना प्यार करता है दिखा नहीं पाता, इसीलिए हमारी सारी जरूरतों का ख्याल रख लेता है। थकान उसको नहीं होती होगी, महेन त बड़ी जो करता है। देख के हसता परिवार,अपनी थकान को भूल जाता है। वो बाप ही होता है जो परिवार के लिए जी जाता है। छोटी बड़ी तकलीफ़ से लड़के, अपनी आंखो के आंसू को छिपाके, थकी हुई हड्डियो को जोड़ के, सारे रीति रिवाज को निभा के, परिवार को एक कर जाता है। वो बाप है ना,कुछ कहे नहीं पाता है। @mahek #पा
kishan mahant
जो नहीं था उसे भी पा लिये हमें पर पाने के बाद लगता है के वो ना ही मिलता तो अच्छा था क्योंकि पा कर खोना दिल तोड़ देता है ©kishan mahant # पा कर खोना दिल तोड़ देता है
Azaad Pooran Singh Rajawat
"यह तो हम जानते हैं तुम प्रेमी दिल हो प्रेम की चाहत उठती है दिल में तुम्हारे मगर बाहें फैलाकर प्रेम को पाने के स्थान पर तुम प्रेम की तरंगों का दमन कर देती हो और यही तुम्हारी जिंदगी का सबसे बड़ा द्वंद्व है।" "जिस दिन तुमने दिल को आजाद कर प्रेम को पा लिया वो दिन तुम्हारे लिए सबसे खुशनुमा दिन होगा और द्वंद्व से तुम्हें छुटकारा मिलेगा।" ©Azaad Pooran Singh Rajawat #Shayari #जिस दिन तुमने बाहें फैलाकर प्रेम को पा लिया#
Nilesh Rajpurohit
खुद ही खुद में मरते लड़के ! पर उफ्फ तक न करते लड़के post in caption 👇👇 खुद ही खुद में मरते लड़के ! पर उफ्फ तक न करते लड़के ! सपने ऊंचे पाले लड़के ! बुनते मकड़ी जाले लड़के ! घर से दूर हैं, माँ भी नही है ! कौन कहेगा '