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Saquib Salam
ये किस ने हम से लहू का ख़िराज फिर माँगा अभी तो सोए थे मक़्तल को सुर्ख़-रू कर के ~मोहसिन नक़वी ©Saquib Salam ये किस ने हम से लहू का ख़िराज फिर माँगा अभी तो सोए थे मक़्तल को सुर्ख़-रू कर के ~मोहसिन नक़वी #covidindia #doctors #shayar #urdupoetry #
Vedantika
ख़िराज दिया है सालों साल हमनें ज़िंदगी के लिए उन्होंने कर्ज़ बता कर हमें दिवालिया कर दिया ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "ख़िराज" "KHiraaj" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है कर, मालगुज़ारी, राजस्व, लगान एवं
Amaan Moradabadi
मेरी सांसों पर तुम्हारा अनगिनत एहसान है, तेरी ख़ुशहाली रहे कहता मेरा ईमान है !! मेरी सांसों में तिरंगे की बुलंदी की दुआ, मेरे हिंदोस्तान तुझ
Suman Zaniyan
नींदों ने मेरी खुदकुशी कर ली क्या? क्यों जागने पे मिरे आंखों को आराम मिलता है... मसला फकत तेरी यादों का है, तो रहम कर वक्त मेरा आखि़र है, मुझ पर थोड़ा हक मिरा भी तो बनता है... ©Suman Zaniyan #फ़िराक
HANAMANT YADAV (कवीराज)
एक हि बार प्यार हुआ जालिम, के दुनिया भूल गए। उनको ही बनाए दुनिया, हम खुद को भूल गए। ८६९८८४५२५३ कविराज
HANAMANT YADAV (कवीराज)
नारी। माय, जननी सखी, रमनी नारी तुझे विश्वची अवनी। माय.... तू शक्ति,तू भक्ति, गौरव तू, तू मुक्ति, सवंगड़ी तू तुच भगिनी।माय.... ममता तू, करुणा तू, लोभस तू, ललना तू, सौख्य शिदोरी तूच जीवनी। माय.... कविराज। हनमंत यादव 8698845253 कविराज
HANAMANT YADAV (कवीराज)
हसकर जीना है.... इकपल हसना है, यहां इकपल रोना है... गमोंको पीकर यहां, हसकर जीना है... उसका भी जीना, क्या है बताना पाकर भी सबकुछ,जो रोए दीवाना आसुओंकी नदी में भी, मन को बहेलाना है... गमोंको पीकर यहां, हसकर जीना है... किस्मत में किसकी, क्या है लिखावट जाने ना कोई, ना किसको है आहट पढ़ते उस लिखाई को, हसते गुजरना है... गमोंको पीकर यहां, हसकर जिना है.... इकपल हसना है, यहां इकपल रोना है.... गमोंको पीकर यहां, हसकर जीना है... कविराज। 8698845253 कविराज
अनुराग "सुकून"
कि मिटा दूंगा ख्वाब तेरे , जो सजाये थे हमने, तू नहीं रही मेरी तो न सही, चांद, सितारे नहीं आयेंगे अब, उन्हें भी कभी बुलाये थे हमने। .... कविराज कविराज
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
ख़ैरात में तो सिर्फ़ भीख मिलती हैं... क्यूं,चाक-ए-जिगर को इश्क़ चाहिए..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ख़ैरात
Qalb
हक़ से दो तो तेरी नफरत भी कुबूल है हमें , खैरात में तो हम तुम्हारी मोहब्बत भी न ले... #ख़ैरात