Nojoto: Largest Storytelling Platform

New वियोग श्रृंगार का उदाहरण Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about वियोग श्रृंगार का उदाहरण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, वियोग श्रृंगार का उदाहरण.

    PopularLatestVideo

Nitin Sharma Donty

शशि के ललाट पर, भोर के आरंभ में ।
भृकुटि के मध्य में,
तिलक हुआ भानु की अंशु का।।
देख मधुर संयोग प्रकृति का,
 दुष्यंत होए भाव विभोर सा,
अंजलि में रख छवि दर्श करें अंजू का ।।


★दुष्यंत शर्मा★

©Nitin Sharma Donty #श्रृंगार 
#वियोग
#योग
#2021

जगदीश कैंथला

वियोग श्रृंगार रस व हास्य रस #बात

read more
mute video

Abhay Bhadouriya

मनुष्यों को 
प्रेम का मूल्य
समझाने  के  लिए
विधाता ने "प्रेम" के
साथ रची....
दो और रचनाएं 
और उन्हें नाम दिया
"वेदना" और "वियोग" का #प्रेम #वेदना #वियोग 
#श्रंगार #प्रेम_पर_चिंतन 
#yqhindi #yqdidi 
#abhaybhadouriya

Manish Guptaa Guru

mute video

siyaaa

वियोग श्रृंगार रस #ishq #Love #hindipoetry #nojotohindi #viYog #EscapeEvening #कविता

read more
वसंत  ऋतु  की  सुगंधित पवन,तुम्हारे  इत्र  जैसे छू जाती है।  
कलियाँ,पुष्प,तरु,मधुवन हर कण में छवि तुम्हारी दिखालाती है।।

ऐ  वसंत  तू  यूँ  तंग  न  कर,पिया  मेरे  मुझसे  रुष्ठ   हैं।   
हर  नज़ारे  में  नज़र  आ  रहे  है,ये  मौसम  कितना  दुष्ट  है।।

है  दूरी  उनसे  ये  कैसी,चक्षु  अश्रुओ  से  भर  गए  है।  
जैसे  भभरे  उड़  जाते  है,वो  विरहग्रस्त  हमें  कर  गए  हैं।।
-siya वियोग श्रृंगार रस
#ishq #Love #hindipoetry #Nojoto #nojotohindi #viYog #EscapeEvening

Faniyal

वियोग का दुःख 😱

read more
मन में हैं घन तन्हाई के, 
नैन बहाए झरना ऐ सावन !
दिलो -दिमाग़ में तू इंद्र धनुष सी, 
याद तेरी बिजली सी अगन !!

है निठुर बड़ी वियोग की तड़पन, 
हुआ नामुमकिन अब जीना जीवन !
आजा अब भी तुझे पुकारे, 
हो बेकल ये रूह ऐ मदन  !!

©Madan Faniyal Singh वियोग का दुःख 😱

Rohit Saini

श्रृंगार प्रकृति का

read more
श्रृंगार प्रकृति का जित देखूँ तीत पाऊँगा,
शब्दों की माला में कैसे इसको लाऊँगा ।

कही घने है मेघ बड़े कही सूरज की लाली है,
कही भोले का सावन कही कान्हा की होली है ।

एक छोर है हिम का आलय दूजा रेगिस्तान दिखे ,
तीन खण्डों पर नीर भरा एक पर सारा जहान दिखे ।

कही मिटाता अँधकार को शुक्लपक्षि चाँद दिखे,
करती हरण प्रकाश का अमावस्य काली रात दिखे । 

ऊपर चमकता सूरज चाँद सितारों से नील गगन विशाल दिखे,
नीचे सिंधु के आँगन में क्रीडा करती धरा उपवन समान लगे ।

श्रृंगार प्रकृति  तेरा मै कैसे गाऊँगा,
शब्दों की माला में कैसे इसको लाऊँगा ।



                       $रोहित सैनी...@$ श्रृंगार प्रकृति का

L.S.KEER

धरती का श्रृंगार #समाज

read more
mute video

पंकज कुम्हार

श्रृंगार दिल का

read more
श्रृंगार कर दिल का, रखना परदे में

लेने आएंगे हम तेरे सजदे में श्रृंगार दिल का
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile