Find the Latest Status about व्यर्थ की इंग्लिश from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, व्यर्थ की इंग्लिश.
Vijay Kumar उपनाम-"साखी"
आ गई है,बहुत ज्यादा गरमी दिल में रखो,अब आप नरमी हर ख्वाब आपका पूरा होगा, नम्रता की पहने,पहले वर्दी दिमाग को रखो,आप ठंडा त्याग भी दो व्यर्थ की गरमी क्या,फ़लक और क्या जमीं जो होते है,सदैव धैर्य,धनी छोड़ते देते,व्यर्थ गहमागहमी फिर अंगारों पर होती नरमी जो दिमाग में रखते है,सर्दी भीतर रखते,जो कर्म गर्मी वो पाते फिर सफलता इतनी सागर में लहरे नही जितनी त्याग भी दो,व्यर्थ की गरमी स्नेह के साथ रहो,आप सभी प्रेम के लिये यह दुनिया बनी लड़ने के लिये नही ज़मीं बनी वो बनते है,खिली हुई कली जो विन्रमता की होते,जमीं चोर जेब मे जो सदा रखते है, सहनशीलता कोहिनूर चवन्नी वो नही रोते है,जीवन मे कभी त्याग भी दो व्यर्थ की गरमी जीवन मे न होगी कोई कमी जिंदगी में होगी,फिर रोशनी घटा दे आप व्यर्थ की चर्बी क्रोध की न सुलगाये अग्नि जो त्याग दे,गर व्यर्थ गरमी बनेगी स्वर्ग,फिर यह धरती शीतल बने और शीतल बोले फिर बरसेगी,सुधा वर्षा घनी दिल से विजय विजय कुमार पाराशर-"साखी" ©Vijay Kumar उपनाम-"साखी" व्यर्थ की गरमी
Ek villain
निजी अस्पतालों में मरीजों से लूट का सूट के जाने कितने मामले प्रकाश में आते रहे हैं लेकिन इस 2 साल की कहा जाए कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की मान्यता के लखनऊ के एक अस्पताल में अपने यहां ढाई सौ मजदूरों को मरीज के रूप में भर्ती कर लिया था कि अधिकारियों को गुमराह किया जा सके इतना ही नहीं इन मजदूरों को दवाएं और इंजेक्शन भी दिए जाने लगे हैं ताकि वे वास्तविक रूप से मरीजों दिखाई पड़ने को निरीक्षण के लिए आने वाली टीम अस्पताल के पक्ष में रिपोर्ट दें मजदूरों की शिकायत पर एम एस सी सक्सेना ग्रुप ऑफ कॉलेज परिसर स्थित आवास में हॉस्पिटल के संचालक के बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन इस घटना के निजी अस्पतालों में क्या-क्या किया जा सकता है इसे भी लाभ दिया गया इस घटना के बाद राजधानी लखनऊ ही उन प्रदेशों में निजी अस्पतालों के मान्यता की जांच होनी चाहिए कि वह कितने मानक रूप कर रहे हैं और कितने नहीं निजी अस्पतालों में इलाज नहीं है व्यर्थ का कारोबार होता है और आधी कारी भी आंख मूंदे रहते हैं महज कुछ माह पहले ही दैनिक जागरण ने लखनऊ में अभियान चलाकर फर्जी उजागर किया था उसमें सामने आया था कि कई अस्पतालों में चिकित्सा के बोर्ड तो लगे हुए थे लेकिन वह आते ही नहीं थे इस प्लान में भी कर्मचारी ही डॉक्टर वार्डबॉय और डिप्रेशन का कार्य कर रहा था प्रशासन ने इस अभियान के बाद कई अस्पतालों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए थे ©Ek villain #व्यर्थ की कारोबारी #promiseday
₹a̟j̟p̟u̟t̟ A̟j̟a̟y̟ A̟a̟k̟a̟r̟
☺️ जो होगा अच्छा होगा जो नहीं होगा वह भी अच्छा होगा 1 तुम क्यों चिंता करते हो यारों होगा तो सब ऊपर वाले की नजर में होगा☺️ व्यर्थ की चिंता न करे