Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पराधीनता पर कविता Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पराधीनता पर कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पराधीनता पर कविता.

    PopularLatestVideo

ashutosh anjan

पराधीनता

पराधीनता  का  मंज़र अच्छा नही  लगता,
महल भी अपने घर से अच्छा नही लगता।

ग़ुलामी  की  सोने  की  जंजीर  मुबारक़  तुम्हें,
मुझें ग़ैर के पैरों में पड़े रहना अच्छा नही लगता।

बड़ी  कुर्बानियों के  बाद ये दिन  देखा है  हमनें,
मुझें ख़्वाबों में भी क़ैद रहना अच्छा नही लगता।

जब भी मरुँ अपनी ज़मीन मयस्सर हो मुझें अंजान,
ग़ैरों  की  मिट्टी का  ज़ायका मुझें अच्छा न लगता।
 #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #yourquotedidi #yourquotebaba #yourquotehindi #पराधीनता #आशुतोष_अंजान #कविता

RavindraSingh Shahoo

पराधीनता
पराधीनता चाहे किसी वजह से हो वास्तव में मानसिक कमजोरी है
जिंदगी में सही समय पर सही मार्गदर्शन मिल पाना बेहद जरूरी है
बीता हुआ समय कभी लौटकर नही आता ये सच हर कोई समझ नही पाता
जो पराधीन होकर रहते हैं बाद में अकेलापन महसूस करते हैं
इस लिए समय रहते गलत राह छोड़ो और पराधीनता की बेड़ियाँ तोड़ो
जिंदगी में स्वतंत्र सोच निहायत जरूरी है वर्ना आगे चलकर पछतावा मजबूरी है! 
द्वारा:-RNS. #पराधीनता

VIKY KIWI

कविता पर कविता

read more
mute video

Krish Vj

पराधीनता:- कविता स्वाधीन हूँ मैं, कि फ़िर भी पराधीन हूँ मैं जकड़ा हुआ समाज की इन कुरीतियों में गर्म खून है रगो में, विचारो में शीतलता है #yqdidi #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़

read more
स्वाधीन हूँ मैं, कि फ़िर भी पराधीन हूँ मैं
जकड़ा हुआ समाज की इन कुरीतियों में 

गर्म खून है रगो में, विचारो में शीतलता हैं 
हा में हा मिलाकर चलता समाज चिन्ह पर 

सोच धूमिल है या मन सुध बुध खो बैठा हैं 
स्वाधीन होकर, तू पराधीन जीने को बैठा हैं 

मन और विचारों की पराधीनता कायरता हैं 
उठ खड़ा हो ! तोड़ दासता की ये बेड़ियाँ  पराधीनता:- कविता 

स्वाधीन हूँ मैं, कि फ़िर भी पराधीन हूँ मैं
जकड़ा हुआ समाज की इन कुरीतियों में 

गर्म खून है रगो में, विचारो में शीतलता है

DR. SANJU TRIPATHI


समाज की कुरीतियों और कुप्रथाओं की बेड़ियों को तोड़ने 
से पहले नारियों को अपनी ही सोच को स्वतंत्र करना होगा।

रूढ़िवादी, दकियानूसी मानसिकता को छोड़कर नए विचारों 
और सोच को बदल कर अपनी सोच का विकास करना होगा।

जात-पात के भेदभाव को मिटाकर सब जन के अंतर्मन में 
हर नर-नारी के मन में समानता के भावों को जगाना होगा।

स्वाधीनता की बातें करने से पहले हर नारी को स्वाधीनता के
सही मायनों को खुद ही जानना, समझना व अपनाना होगा।

जानती हैं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को हर नारी परन्तु फिर भी, 
अपनी सही बात कहने और समझाने की हिम्मत नहीं रखती हैं।

खुद को बांध कर रखा है पराधीनता के कफस की बेड़ियों में 
अपने सपनों को उड़ान देने से आसमां में उड़ने से डरती रहती हैं।

नारी जब खुद को खुद से ही स्वतंत्र करने का संकल्प लेगी, 
सही मायने में तभी नारी स्वाधीन होगी,स्वाधीनता को समझेगी।

जब हर नारी आत्मविश्वास के साथ अपने पैरों पर खड़ी होगी, 
तभी हर नारी अपनी स्वाधीनता का जश्न खुलकर मना पाएगी।

-"Ek Soch"




 #पराधीनता 
#विशेष_प्रतियोगिता 
#कोराकागजविशेषप्रतियोगिता 
#कोराकागज 
#collabwithकोराकागज
#yqbaba
#yqdidi

NR production (Nisha Ritesh)

Zindagi पर कविता #Shayari

read more
mute video
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile