Nojoto: Largest Storytelling Platform

New शुकुल बाजार की न्यूज़ Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about शुकुल बाजार की न्यूज़ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शुकुल बाजार की न्यूज़.

    PopularLatestVideo

sonu_gurjar_6757

जयपुर की सच्ची कहानी #न्यूज़ #न्यूज़ #न्यूजपेपर #विचार

read more
mute video

DBN Agency

न्यूज़ की स्पीच #न्यूज़

read more
mute video

hemant gupta

बाजार की सेर #Shayari

read more
mute video

Bhai suraj sharma

जिम्मेदारी की बाजार

read more
Alone  *क्या बेचकर हम खरीदे फुर्सत-ए -जिंदगी....*   
 
*सब कुछ तो गिरवी पड़ा है जिम्मेदारी के बाजार में.!.*
.......🙇🏻 भाई जिम्मेदारी की बाजार

writer us

गोसाई की बाजार #Motivational

read more
जब गुजरता हूँ शहर की गलियों से दुकान कि उधारी मुँह ताकती है मेरा ,
कुछ दिनों की मोहलत ज़ेब पर हाथ रख चला जाता हूं वो समझ जाती है हाल मेरा "

©umesh saroj गोसाई की बाजार

Kumar vishal rawat

जिस्मफरोसी की बाजार में

read more
अगर जिस्म से मोहोब्बत होता तो
जिस्मफरोसी की बाजार में होता
मैं

©Kumar vishal rawat जिस्मफरोसी की बाजार में

-Kumar Kishan Krishan Kr. Gautam

#चूड़ी बाजार की लड़की #कुमार

read more
*चूड़ी बाजार की एक लड़की*

चूड़ी बाजार की एक लड़की
उसे मैं अक्सर वहाँ देख लेता हूँ,
वह लड़की जो कभी हरी-नीली 
लाल-पीली रंग की चूड़ियों को देखती है,
और मन मारकर रख देती है
उमर वही कहीं 17-18 बरस की होगी,

मैं भी अब वहां अक्सर रुक कर जाया करता हूँ,
उस लड़की का उन काँच की चूड़ियों के
प्रति मोह और अंत मे मन मारना,
सोचती तो उसको मोल कर ले
किन्तु न जाने क्यूं,
उसे देखकर मन को सुकून दिलाती है,

आज मैंने चूड़ी और बाज़ार से हटकर
उसको देखा,
उस पर एक रूढ़िवादी सफेद चादर थी
समाज के नियमों तले वह बँधी पड़ी थी,
उसका चूड़ी देखना,रख देना
मन मारना
कोई कारण नहीं, बस लाचारी थी
वह 18 बरस की लड़की नहीं,
सामाजिक कुरीतियों में बँधी एक नारी थी,
वह,
*"चूड़ी बाजार की एक लड़की"*

*#कुमार किशन* #चूड़ी बाजार की लड़की

sandeep kumar

आईपीएल बंद होने की न्यूज़

read more
mute video

JitanKumar

धाकड़ हर महीने की न्यूज़ #कविता

read more
mute video

Patil MS

#rudrasp@रिसतो की बाजार मे!!

read more
दिलों को टूटना ही था; तो जुड़ते क्यों है फिर?
न करनी थी हमारी कदर; तो बने क्यों हमसफर?
तुम खेलते रहे चाहत को खेल समझ कर;
कितनी दफा हम खुद को दे यकिन; समझ कर तुम्हारा प्यार? #rudrasp@रिसतो की बाजार मे!!
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile