Nojoto: Largest Storytelling Platform

New उपमहाद्वीप का प्राकृतिक मानचित्र Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about उपमहाद्वीप का प्राकृतिक मानचित्र from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, उपमहाद्वीप का प्राकृतिक मानचित्र.

    PopularLatestVideo
a85bc80e58e722a19e6e5fc5cd565715

JJ SIR NOSAR BUDDHISM

भारत का मानचित्र सर्वप्रथम किसने बनाया

भारत का मानचित्र सर्वप्रथम किसने बनाया

236 Views

6df17a8beb0fab5d926de1df019a74d3

Arora PR

बूढ़ी  देह की रूखी और डीलि
त्वचा  और  देह मे  फ़ैलते हुए   छीद्र
बता देते हैँ  कि वक़्त कितना जिंदगी का व्यय  हो चुका और कितना   अव्यय  वक़्त बचा हैँ

और जो बचा खुचा  अल्प  समय रह  गया हैँ
अब वही  तय करेगा  जीवन भर का लेखा जोखा
और  अगले जन्म का  संभावित
मानचित्र

©Arora PR
  संभावित मानचित्र

संभावित मानचित्र #कविता

65 Views

aab24c9aac05b4a9132c3ce55b989cf4

मानव बदायूँनी

#भारत
#मानचित्र
प्रेरक प्रसंग

#भारत #मानचित्र प्रेरक प्रसंग

27 Views

7034461490bd7f2bf56bf1283404d740

Amit Saini

'Winter' in 3 Words   लो आ गए हम भाई 
निकाल लो अपनी अपनी 
गरमा गरम रजाई #प्राकृतिक का #अहम #पड़ाव
fd6d6da3e22e22e703ee02fc301e345b

Anusha singh

प्राकृतिक सौंदर्य का आनन्द

प्राकृतिक सौंदर्य का आनन्द #Life

47 Views

5202d4dc0755852d26f899f4b703dc8a

Shailendra Anand

रचना दिनांक २७,,,१०,,२०२३
 वार शुक्रवार
समय ््शाम चार बजे
शीर्षक ्् शीर्षक
छाया चित्र में भावचित्र प्रेम कविता,,
प्यार का वटवृक्ष नवजीवन में गगन निहारती
सूर्य रश्मि प्रभा तेज प्रभात की।।
स्वछंद विचरण में टहलती कोमल सी नवयोवना 
जीवन मंत्र शक्ति से सम्बलता से देख गगन की ओर
इस आधुनिक युग में महिला सशक्तिकरण वंदन पर,,
वर्तमान का आत्ममंथन जूमला सा प्रतीत होता है।।
जो भूलकर भी सूक्ष्म रूप से,,
 अपनी रूह मे खो कर रुह में समाता चला गया।।
चंद खुशिया लेकर चलते रहो जमाने से प्रेरणा
लेकर आगे बढती मेरी सफल कामयाबी,,
 दिल के मनो भाव से प्रेम का श्रंगार बिछौना बिछाकर प्यार करने लगी ,,
मैं याद आ रही भावना नजर से खोज रही।।
भावना नजर से तुम एक बार मिलती अपने प्रियतम से,,
अधर पर प्रेम का रस विभोर कर रही थी ।।
तेरी प्यारी सी वो छबि मैं गगन को देख निहारती रही
तेरे इन्तजार में ,,
्््भावचित्र मैं एक बार मिलती प्रेम की वो तस्वीर मे।।, तब्दील हो गई तस्वीर इस आंनद की,,
बस खोजती रहती है मेरी नज़र की तन्हाइयों में।। 
्््््कवि शैलेंद्र आनंद ्््
२७अक्टूम्बर २०२३










में एक बार मिलती

©Shailendra Anand #sadak छाया चित्र में भावचित्र प्रेम और सौंदर्य रुप प्राकृतिक सौंदर्यता बिखेरती नजर में।।

#sadak छाया चित्र में भावचित्र प्रेम और सौंदर्य रुप प्राकृतिक सौंदर्यता बिखेरती नजर में।। #लव

15 Love

1010b2be437e93b0839efc916f106e10

Nitika niki

हिमाचल का प्राकृतिक सौंदर्य....#nikii

हिमाचल का प्राकृतिक सौंदर्य....#nikii

96 Views

987ef91d4a867d9c3056f7a38d7870de

विनीत वशिष्ठt

🌷 *विचार पुष्प 🌷 🌷 🌷मजबूत इंसान*  🌷 

*मजबूत इंसान को देखकर... लोग सोचते हैं कि यह कभी टूटता क्यों नहीं..!!!* 

*लेकिन............*

*लोग यह नहीं जानते कि... काफी टूटने के बाद ही वह व्यक्ति इतना मजबूत हो पाया है...!!!!!* 

*प्रातः वन्दन 🙏 राम राम जी* 🕉️

©विनीत वशिष्ठt #मानवचरित्र
6ab64a9d2f4d000a436ee1a84613f058

kajal singh

#प्राकृति #का #नजारा #Beautiful
7b66abe8aad18a87d4e236b203e4c14f

Ek villain

आज हम रोज ही रूस यूक्रेन के बीच युद्ध की खबर पढ़ सुन रहे हैं पर यह क्या है किसी ने सोचा कि आखिर उसके लिए विभिन्न इतना महत्वपूर्ण क्यों है यूक्रेन के पास 21वी सदी का सबसे बड़ा खजाना अनुपयोगी पड़ा हुआ है उसके पास इतनी अच्छी स्वच्छ ऊर्जा है कि वह भविष्य की उद्योग विकास की कहानी लिख सकता है इस खजाने का नाम लिथियम यूक्रेन के पास लेती है का सबसे बड़ा भंडार है ली थी हम एक रासायनिक तत्व है यह प्राकृतिक सबसे हल्की धातु या भविष्य इलेक्ट्रॉनिक वालों का है इसकी उपयोगिता बढ़ने लगी है इसका उपयोग बैटरी बनाने के लिए किया जाता है मोबाइल फोन और लैपटॉप की बैटरी बनाने में भी इसका प्रयोग होता है इसकी उपयोगिता के कारण 15 लाख से ज्यादा लिथियम ऑक्साइड है वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर इसी तरीके से लिया जाए तो दुनिया के सबसे बड़े इसके अलावा दुनिया में यूरेनियम का सबसे बड़ा अधिक भंडार यूक्रेन के पास है ट्रायम के भंडार के मामले में योग करण विश्व में दूसरे नंबर पर एमएनएस भंडार के मामले में दूसरे नंबर पर है

©Ek villain #प्राकृतिक संपदा का स्वामी यूक्रेन

#Moon

#प्राकृतिक संपदा का स्वामी यूक्रेन #Moon #Society

7 Love

7b66abe8aad18a87d4e236b203e4c14f

Ek villain

बढ़ती आबादी के कारण पर्वतीय के साथ-साथ मैदानी क्षेत्रों में भी जोशीमठ की तरह आपदाओं की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता बढ़ते विकास कार्य की वजह से धरती पर बढ़ता अनावश्यक बोझ इसका सीधा कारण हो सकता है यही सही है कि आज हम विकास पर बल देने की आवश्यकता है लेकिन प्रकृति के साथ संतुलित बनाते हुए ज्यादा से ज्यादा पौधे रोपण और अवैध खनन कार्य पर रोक लगाकर कुछ हद तक प्राकृतिक से तालमेल बैठाया जा सकता है साथ ही भविष्य में एक त्रासदी भी रोकी जा सकती है

©Ek villain #lovequotes प्राकृतिक से छेड़छाड़ का नतीजा

#lovequotes प्राकृतिक से छेड़छाड़ का नतीजा #Society

10 Love

3ab854915645d82cb1444a8f13aecc48

VINOD VANDEMATRAM

कुदरत की है ये कारीगरी,
जो समझ पाया इंसान कभी।
हद में रहना सीख लें मानव
वरना. . . .
कुदरत भी करती तांडव॥
🙏शिक्षा🙏-
प्राकृतिक संसाधनों 
का सदुपयोग करें।
🙏vTp🙏

©VINOD VANDEMATRAM #vTp 
प्राकृतिक संसाधनों का सदुपयोग करें।

#vTp प्राकृतिक संसाधनों का सदुपयोग करें।

76 Views

61a105166586e3e45ce36ecec618e78e

Ahamad naved

माना की अंधेरा बहुत है,सवेरा भी आए गा।
तू इंसाफ के पथ पे चल के देख  तेरे पीछे एक न एक दिन सारा मेला आए गा।
परेशान मत हो कर्म किए जा, हो सकता कुछ समय लगे, परिश्रम का फल मिले गा,जरूर आए गा परिवर्तन आए गा ।
आज तू एक है, कल तेरे हजारों हजार होंगे अनुयायी,फिक्र मत कर संघर्ष कर तू आज है अकेला,कल तेरे पीछे सारा मेला आए गा,जरूर आए गा।

©Ahamad naved
  परिवर्तन ही प्राकृतिक का नियम है

परिवर्तन ही प्राकृतिक का नियम है #शायरी

106 Views

6ab64a9d2f4d000a436ee1a84613f058

kajal singh

प्राकृति का क्या नजारा है।

प्राकृति का क्या नजारा है। #प्रेरक

354 Views

5202d4dc0755852d26f899f4b703dc8a

Shailendra Anand

रचना दिनांक २४,,,११,,,२०२३
वार शुक्रवार
समय ््चार बजे
्््््््््
भावचित्र
््््््ही जिंदगी है ््््
््््
््््छाया चित्र में भावचित्र नदियों के तट से निहारती प्राकृतिक सौंदर्यता
में नर नारियों का शास्त्रार्थ अध्यात्म से अस्त सूर्य किरणें का मनो अध्ययन ्््
्््््
मन सुंदर है और यह सब धर्म कर्म अर्थ नदियों के किनारे का,,
 मनोरम दृश्य से जल तरंग की लहरों का सूरसंगम उद्वेलित कर।।
पर्वत नदिया की श्रंखला में निर्झर निर्मल जलधारा ,,
नदियां में बहती श्वेत चादर सी बर्फ से ढकी पर्वत श्रृंखलाऐ
शुभमंगल  शंखनाद है प्रेम मंजूल कथा विन्यास है।।
ज्ञान सागर की लहरियो में मन चंचल शौख है अमृत तुल्य रस विभोर है।।
मैं छौड़ चला तेरा आशियाना ढूंढती रही तुम दिल की धड़कनें खोजते रहे 
हम दिल।का आयना नजरिया साफ है लेकिन उम्मीद है।।
  तेरे अल्फाजो से ख्यालों की रवानी मैं प्रेम का श्रंगार बिछौना,,
प्रकृति की गोद में उठा लिया मेरे प्रेम का मंन्दिर
जो प्यार के पूष्प पल्लव से पूजन करे वक्त आये
 तो रक्त धाराओ से स्वहोम कर
प्राणाहुति कर प्रेम का रक्त होमकर
साक्ष्य बनाते वह प्रेमी युगल नदियों का किनारे हों
 या उसका पूल पर अपना प्रेम भरी यादें लिखकर 
चित्रण छाया कल्प वृक्ष प्रेम मंदिर का
 रेखांकन दिल से लिखुं इस अस्त सूर्य केदृश्यावलोकन सा
जीवन फूलों से भी सूक्ष्म रूप है जीवन की एक धारा है।।
मन का दर्पण भाव से पुजा जग से प्यारा न्यारा प्रेम का बंधन है।।
खोज रही मैं अपनी मस्ती अपना जीवन तूममे खोकर
 सपनो का संजोदा संजोया दिल की हसरतें तुममें खोकर 
लेकर चली पनघट की यादें लेकर अपने प्रियतम के घर आंगन में।।
मन में आकर दिल को देखा तुममें टीस चाहत तेरे प्यार की।।
्््््
कवि शैलेंद्र आनंद
२४,,, नवम्बर २०२३


















व

©Shailendra Anand #landscape छाया चित्र में भावचित्र का प्राकृतिक सौंदर्यता बिखेरती हुई अस्त किरणें उत्पन्न कर देख रही है प्रेम व्यथा लिखुं 
मैं मन दर्पण प्रे

#landscape छाया चित्र में भावचित्र का प्राकृतिक सौंदर्यता बिखेरती हुई अस्त किरणें उत्पन्न कर देख रही है प्रेम व्यथा लिखुं मैं मन दर्पण प्रे #लव

9 Love

77b27792e1032e6c206d707a75b33dc1

gopal soni

यह प्रकृति का वो ऐहसास हैं, जो हर कोई पूरा नही कर पाता... प्रकृति का ऐहसास

प्रकृति का ऐहसास #विचार

37 Love

3a250667be0b3c17ee2eba2ce4a4993f

विक्रम सिंह

प्रकृति का संकेत!

प्रकृति का संकेत! #nojotovideo #विचार

130 Views

d4920a77e67623048cd8bf391b5cf844

Rahul Pasricha

#प्रकृति का न्याय

#प्रकृति का न्याय

75 Views

090a5fde8ce75fa2e4c6e67ad301dd27

Raone

इंसानों का ज़ुल्म प्रकृति भी क्या ख़ूब सह गयी ।






अब बस प्रकृति का सबक इंसानों के लिए बाकी रह गयी।।






राone@उल्फ़त-ए-ज़िन्दग़ी सबक प्रकृति का

सबक प्रकृति का #बात

8 Love

c419636b9a0bc626f74569609d7d02de

Lyricist Gopal Boyal

हाल बयां कर रहा है ये कुदरत 
खेल जो उसके साथ खेले है
शक्ल-सूरत बिगाड़ी है ना उसकी
तैयार हो जाओ अब बारी उसकी है
शक्ल क्या नश्ल भी बिगड़ जाएगी
जब पलटवार उसका होगा
एक बूंद नीर के लिए भी तरसेगा तू इंसान
जिस माटी की बिसात जो बिगाड़ी है तूने 
अब औकात तेरी मिट जाएगी
तू अगर चाहता है कि तेरा वज़ूद बना रहे
सवांर दे इस धरती को उसके गहनों से
लौटा दे वही खुसबू इस चमन की
और इस माँ का कर्ज उतार दे मय सुत 
फिर देख खुशियां-आनंद सिमटे नहीं सिमटेगा

©Lyricist Gopal Boyal प्रकृति का इन्तेक़ाम

प्रकृति का इन्तेक़ाम #विचार

9 Love

10864a03391c89f3abc5f5c8efd751f1

mangalviras

प्रकृति का रंग

प्रकृति का रंग #जानकारी

2,245 Views

b4c5a1299d8dfc834b22cee3af7172ef

om sinha

@प्रकृति का #आनंद #

@प्रकृति का #आनंद # #न्यूज़

67 Views

6df17a8beb0fab5d926de1df019a74d3

Arora PR

उम्मीद क़ी सारी नहरे  सूख चुकी है
हरा भरा वो कहकहो का  जंगल
उदास है
वृक्ष के खड़ंखड़ाते पत्तों से छन  छन  कर
प्रकृति का दर्द  पिघल कर
बह रहा है

©Arora PR
  प्रकृति का दर्द

प्रकृति का दर्द #कविता

67 Views

10f877abe46149c6d93d1f3cc7c8e796

Shashi Bhushan Mishra

बड़ी सिद्दत से चिड़िया घोंसला अपना बनाती है, 
कई तिनकों से डाली पर हुनर अपना दिखाती है, 

बड़े  ही  लार  से  सेती है अंडे पंख से ढककर, 
निकल पड़ते हैं चूजे फिर उन्हें दाना चुगाती है,

बड़े नाज़ोअदा से पालती कुछ दिन वो बच्चों को,
विरासत सौंप अनुभव की उन्हें उड़ना सिखाती है,

हिफाज़त में खड़ी रहती है हर पल पास बच्चों के,
यही  ममता  कुदरती उसको जग में माँ बुलाती है,

बहुत  जल्दी  ही बच्चे सीख लेते ख़ुद-परस्ती को, 
दिया हर सीख माँ का ज़िन्दगी भर काम आती है,

रहे  कुनबे  में  ज्यादातर  परिंदे  उम्रभर  'गुंजन',
प्रकृति  हर रूप में संदेश हम तक रोज लाती है,
    --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
       चेन्नई तमिलनाडु

©Shashi Bhushan Mishra #प्रकृति का संदेश#

10 Love

9f5615c3ae955c4fb066b0d14803105b

नीर

प्रकृति का अंश

प्रकृति का अंश

139 Views

fc08b873d2a75d93f4d98730bda0fd34

श्वेता शर्मा

प्रकृति का कहर

प्रकृति का कहर #कविता

425 Views

8324cb3eb4cc16db6633fd77ec563aa7

आलोक जी

#प्रकृति का सौन्दर्य

#प्रकृति का सौन्दर्य #Society

5,336 Views

6551cb7abe3c19ed679e0e1abee77c54

Muktideo Gupta

 हिसाब प्रकृति का

हिसाब प्रकृति का #nojotophoto

7 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile