Nojoto: Largest Storytelling Platform

New वाढदिवसाचे आभार Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about वाढदिवसाचे आभार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, वाढदिवसाचे आभार.

    PopularLatestVideo

Nayana Mane

वाढदिवसा निमित्त अर्चना पवार #mybestfriend

read more
mute video

Pawan Patil (कपिसतनय)

बाबा वाढदिवसाचा हार्दिक शुभेच्छा Shraddha kamble Vinayak lohar #poem

read more
बाबा तुमच्या मायेचा स्पर्श उबदार,
नेहमीच दिलात आश्वासक आधार
तुम्हीच दिलात उत्साह आणि विश्वास,
जणू बनलात आमचे श्वास..
तुमच्या जन्मदिनी प्रार्थना देवाला,
सुख समाधान मिळो तुम्हाला..
तुम्हाला दीर्घायु लाभू दे,
तुमचे स्वप्न पूर्ण करण्याचे बळ,
आम्हा मिळू दे!
"कपीसुत"
 पवन पाटिल (कपिसतनय) बाबा वाढदिवसाचा हार्दिक शुभेच्छा  Shraddha kamble  Vinayak lohar

Parasram Arora

आभार...... #कविता

read more
जिन बातुनियो के सानिध्य में मैंने शांत रहना
सीखा
और जिन असहिष्णु व्यक्तियों से  सहनसीलता
का पाठ सीखा  और निर्दई लोगो  के संपर्क
में रह कर  मेरे भीतर दयालुता का कीड़ा
कुलबुलाया था..   क्या ये मेरा फर्ज़ नही
कि इन. बातुनी. निर्दयी और  असहिष्णु. लोगो क़ो
अपना शिक्षक  मानकर  उनका  आभार
व्यक्त करू?

©Parasram Arora आभार......

M.K Meet

आभार...

read more
"मेरी 💯वी पोस्ट
आप के प्यार के साथ !!
आप सबके प्यार का आभारी हूं, 
दोस्तों
love you
dil..se
आपका
meet आभार...

Ghanshyam Shah Advocate

आभार

read more
मेरे जन्मदिन पर आप सभी का प्रेम,स्नेह एवं शुभाशीष प्राप्त हुआ, फलस्वरूप आज का दिन मेरे लिए अविस्मरणीय है, अतः मैं आप सभी का मनःपूर्वक आभार व्यक्त करती हूं। आभार

आकाश

आभार



प्रथम प्रणाम माँ को जिसने दिया मुझे संसार,
प्रथम गुरु मेरे जीवन की वंदन लाखों बार,
मेरी जननी तुम ही तो हो मेरी पालनहार,
हाथ जोड़ कर शीश नवा कर प्रकट करू आभार।


नभ की भांति छाया जिनकी जीवन का आधार,
प्रथम सखा और रक्षक मेरे दिया मुझे आकार,
पिता जिनकी तुलना किसी से करनी है बेकार,
हाथ जोड़ कर शीश नवा कर प्रकट करू आभार।


शिक्षा दिक्षा देकर जिसने स्वप्न किये साकार,
बिना मेरी क्षमता को जाने किया मुझे स्वीकार,
गुरु सिखाते करना कैसे जीवन मे आचार,
हाथ जोड़ कर शीश नवा कर प्रकट करू आभार।


नटखट बचपन स्वछंद जीवन गलती बारम्बार,
भाई बहन के बिना नही था पूर्ण कोई त्यौहार
लड़ते और झगडते फिर भी करते थे हम प्यार,
हाथ जोड़ कर शीश नवा कर प्रकट करू आभार।


जब जवानी का अंकुर फूटा मित्र हुए दो चार,
जीवन की हर दुबिधा में तुम मिले मुझे तैयार,
सच्चे मित्र वही जो प्रेम का करते नही व्यापार,
हाथ जोड़ कर शीश नवा कर प्रकट करू आभार।



आकाश #आभार
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile