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Parasram Arora
राष्ट्र प्रेम पर कविता चाहे कोई कुर्मी लिखें या कोई विप्र चाहे कोई हिन्दू लिखें या कोई मुस्लिम अथवा कोई ईसा का भक्त उसका भाव राष्ट्र. प्रेम.. को अभिव्यक्त करेगा या फिर अनेकता मे एकता का सन्देश . देगा ©Parasram Arora अनेकता मे एकता.....
PUNEET KUMAR
मेरा दिल अनेकता में एकता को देख खुश हो जाता है पर समाज के ज़र्रे-ज़र्रे को बिखरा देख फिर से टूट जाता है #अनेकता में एकता
Sheelu Jha
Kashmir अनेकता में एकता ही हमारी शान है,इसलिए तो हमारा भारत महान है। अनेकता में एकता#
Anuj Ray
" अनेकता में एकता" lखुद गर्जीयो ने देश में, साजिश के जाल बुनकर. कर दिया इतिहास धूमिल ,हिंदुओं का चुनकर.. जो पाठ्यपुस्तक में पढ़ाया, झूठ मिश्रित सच , रख दिया करके उजागर, जुल्म कितने आज तक, सरदार था जिसकी बदौलत देश बांधा एकता.. कर पुष्प अर्पित उनको तुम,अपनी दिखा दो नेक ता .. गर्व हर्षित पर्व यह कुछ ऋण चुका लो देश का कैसे रहते हैं इकट्ठे," अनेकता में एकता " अनेकता में एकता
poetry with ansha
जो अनेकता में एकता का प्रतीक था.. अब वहां एकता में अनेकता की गंध आने लगी है...!! . ©poetry with ansha अनेकता में एकता
brijesh mehta
ना मैं हिंदू हूं ना सिख न मुसलमान मुझे किसी भी नाम से आपत्ति नहीं मुझे कहोगे राम राम मैं हजारों बार कहूंगा राम-राम मुझे कहोगे अल्लाह अल्लाह मैं हजारों बार कहूंगा अल्लाह अल्लाह मुझे कहोगे श्री वाहेगुरु मैं हजारों बार कहूंगा श्री वाहेगुरु बलिहारी जाऊं अनेकों तेरो नामा! पर, ना मैं हिंदू हूं ना सिख न मुसलमान। #मंजर #मंमाधन #manjar #manmadhan
M.S Rind"
जिसे भी अपना मान लिया मान दिया सम्मान दिया जाति धर्म से ऊपर उठ कर मनुजता का प्रमाण दिया। हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब हैं भाई भाई अनेकता मे एकता एक मिसाल लिखा। कवि मन हो रवि जैसा जिसमे न कभी भेद भाव दिखा माना सारा संसार ही है घर जैसा पर निजता पर बात आई तो सबसे ऊपर हिंदुस्तान रखा। ©M.S Rind" #अनेकता में एकता #election
Poet Ashutosh Tiwari
India in 5 Words स्वयं का विचार यदि एक जंगल में अनेक प्रकार के पेड़, पौधे, लताएँ अनेकों विभिन्नताओं के बावजूद बिना किसी विरोधी भाव के आपस में सहायक होते हैं, तो एक राष्ट्र में अनेक धर्म के लोग आपस में समन्वयात्मक रूप से पारस्परिक एकता के साथ एक-दूसरे के सहायक क्यों नही हो सकते हैं ? आशुतोष तिवारी ✍️ अनेकता में एकता 🇮🇳