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Love You
खरगोश जैसी जिंदगी चाहता था मैं, पर ऊपरवाले ने मुझे कछुआ बना दिया, शायद वो मुझे जिताना चाहता है👆🏽👆🏽 ©Love You उसकी रज़ा मैं राज़ी रहो🙏🙏 #Morningvibes
Gyanesh Tiwari KAVI
मैंने रिश्ते सिशकते हुए देखे हैं, मैंने जज्बात मरते हुए देखे हैं। जानता हूं वह गुनाहगार हैं मेरे, मैंने मुल्जिम बाइज्जत बरी देखे हैं। सिसकते रिस्ते
Avni R Lahariya
आजकल रिशते बहुत सस्ते हो गए हैं, छोटी छोटी बातों पे ही खत्म हो जाते हैं।✍️ ©Asha Rokade (avni) #सस्ते#रिश्ते
तृप्ति
एक हद तक सिखा रखा है मैने ख़ुद को हौंसला रखना अब हर हद ही गुजर जाए तो भला क्या करें... जमीं भी सहती है माना सूरज की गर्मी बारिश न आये और वो फट जाए तो भला क्या करें... उम्र भर हुई है यूँ तो आजमाइशें अपनी कोई इम्तिहान अगर बिगड़ जाए तो भला क्या करें... अपनी कोशिशों में हमने कोई कमी न रखी अब फ़िर भी हार जाए तो भला क्या करें... हर बात में है तेरी ही रज़ा ए ऊपर वाले... ये ही कहे और तो हम भला क्या करें... ©तृप्ति #रज़ा
Amit Singhal "Aseemit"
कभी कभी हमको मिलती है उस क़सूर की सज़ा, जो हमने कभी किया न हो, न रही हो हमारी रज़ा। बेवफ़ा ने दिल हमारा तोड़ा, हमने शिकायत नहीं की, फिर भी उसने हमें क़सूरवार मानकर सज़ा हमें ही दी। ©Amit Singhal "Aseemit" #रज़ा
Babli Gurjar
मत पूछ जमाने से जालिम जमाने की रज़ा क्या है चाहत ही सबब हो जिंदगी का तो चाहत की खता क्या है सखी मन की मत सुन कोरी कच्ची बातें मन ही देता दगा है श्रृद्धा सी मुहब्बत दुनिया में आफताब पूणेवाला का गुनाह है बबली गुर्जर ©Babli Gurjar रज़ा
Harsh dubey
टूटे तो बहुत चुभते हैं क्या कांच क्या रिश्ते रिश्ते तो रिस्ते हैं
prerna singh
मशहूर शुरु के रिश्तों में बस फूल की खुबसूरती दिखती है। चुभने लगते हैं फिर काँटे, ज्यादा पास आते हीं। रिस जाते हैं फिर रिश्ते, गिनाई जाती है कमी फिर फूल की। निभ पाते बस उनसे, जिनकी हथेलीयाँ थामे रखती फूल की खुशबू। जो जानते स्वयं की कमी भी की क्यों चुभे शूल सुन्दरता के पास भी। थामना सम्भल के रिश्तों का फूल, दर्द मिले तो स्वयं की भूल को भी करना कबूल ©prerna singh #रिश्ता #रिस्ता #रिस्ते #रिश्ते
Writer1
धागा धागा जगत की झूठी प्रीत का, मोह पाश.... बंधन से जुड़े रीत का, कोई तो आकर खोल दे गहरे राज़, रहस्य .....क्या है दिलो-दिमाग का। रोज़ी संबरीया
Writer1
हालत हमारे दिल की हम ही जानते हैं, मन तो उम्मीद से..........हार गया था। रोज़ी संबरीया