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@tul maurya(IT)
ये दुनियाँ के तमाम चेहरे तुम्हें गुमराह कर देंगें, 😏 तुम 👈 बस मेरे दिल ❤ में रहो, यहाँ 👆 कोई आता जाता नहीं. ❌ कोई आता जाता नहीं.... #Nojoto1043
never play with game somes 💞🤫Abhay Saxena
❤️ये दुनियाँ के तमाम चेहरे तुम्हें गुमराह कर देंगें.. तुम बस मेरे दिल में रहो, यहाँ कोई आता जाता नहीं..❤️ 🤫 💕 💞 💫 🤫
Bemisal
||स्वयं लेखन||
प्रेम की चिंगारी से हम, अपना सुकून का घर जला बैठे, अब बंजर पड़ा है वो घर अब वहां कोई आता जाता भी नहीं। ©||स्वयं लेखन|| प्रेम की चिंगारी से हम, अपना सुकून का घर जला बैठे, अब बंजर पड़ा है वो घर अब वहां कोई आता जाता भी नहीं। #Life #Life_experience #Love #lovepo
_sadhu_98
मेरे दिल के मुकाम पे हर कोई आता जाता है। जो मुकाम तुम्हारा है वो कोई नही ले सकता। ©_sadhu_98 मेरे दिल के मुकाम पे हर कोई आता जाता है। जो मुकाम तुम्हारा है वो कोई नही ले सकता। INSTAGRAM @_sadhu_98 #ReachingTop
As Chaudhari As
मै जिंदगी गिरवी रख दुंगा, तु सीर्फ किमत बता मुस्कुराने 😊 की. 😛 Love You😘 😇 😜😜 😇 ये दुनियाँ के तमाम चेहरे तुम्हें गुमराह कर देंगें, 😏 तुम 👈 बस मेरे दिल ❤ में रहो, यहाँ 👆 कोई आता जाता नहीं. ❌
M Nazim Nazim
###प्यार 💏 करना सिखा है….नफरतो 😡## का कोई ठौर नही, ❌ बस तु 👈 ही तु है इस दिल ❤ मे…##.. दूसरा कोई 👆और नही. ये दुनियाँ के तमाम चेहरे तुम्हें
Pankaj R Soni Churu
कुछ दिनो की बात है कुछ दिनो की बात है अभी जो सुना सुना है विरान सा है जो चहल-पहल गुम है मेरे शहर की कुछ अधूरा- कुछ अकेला सा है गलीया कहती है कोई आता जाता नही मेरे राह कभी खिलखिलाती था हो हल्लड मची रहती थी चिड़िया की चू चू के साथ उम्मीद है फिर खिल उठेगा मेरा यह शहर .. बस कुछ दिनो की बात है ✒ Pankaj R Soni Churu #Wish कुछ दिनो की बात है कुछ दिनो की बात है अभी जो सुना सुना है विरान सा है जो चहल-पहल गुम है मेरे शहर की कुछ अधूरा- कुछ अकेला सा है ग
रिंकी✍️
कुछ बात दफ़न है 👇 कविता अनुशीर्षक में पढ़े कुछ बात दफ़न है टूटी हुई खण्डरों में जो बन्द है तालों से जहाँ कोई आता जाता नही सालों से कुछ बात दफ़न है इस कब्रिस्तान में जहाँ न जाने कि
Shashi Bhushan Mishra
ज़िस्म को ओढ़ता बिछाता है, कोई इस घर में आता जाता है, ख़्वाब सा लगता है आना उसका, मेरी सोहबत में दिन बिताता है, मेरे ज़हन में आफ़ताब सा वो, रोज उगता है जगमगाता है, उसके दम से है मेरी रानाई, मेरी रग रग में वो समाता है, इश्क़ में उसके जागता है दिल, अपनी पहलू में वो सुलाता है, रह-ए-उल्फ़त से हर घड़ी 'गुंजन', मेरा हमदम मुझे बुलाता है, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #कोई इस घर में आता जाता है#