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Arun
रूप की रानी पत्थर का राजा अगर हम से मिलना है तो (बरेली) में आजा ©Arun बरेली शहर
DR. LAVKESH GANDHI
अजीब-सा शहर है मेरा यहाँ हर किसी से नाता है यहाँ कोई मेरा भाई है तो कोई यहाँ मेरी बहना है रिश्तों के शहर में फिर भी मैं यहाँ बिलकुल अकेला हूँ #मेरा शहर # #अजीब सा है मेरा शहर # #yqmyshahr #yqlovehurts #
kunwar Surendra
हर वो शहर मेरा अपना है जिस शहर में मेरा कोई अपना है ©kunwar Surendra हर वो शहर मेरा अपना है जिस शहर में मेरा कोई अपना है #Love #City #Life #Nojoto
Sudha Upadhyay
कभी माँ की तरह ममता से भरा लगता है, तो कभी पिता की तरह संघर्षशील भी लगता है। हाँ मेरा शहर जो मेरा घर है। कभी दुःख से बोझिल हवा सा तो कभी सुख का मीठा बयार सा लगता है। हाँ, मेरा शहर जो मेरा घर है, कभी भैया का झूठा गुस्सा सा तो कभी बहन के मीठे मनुहार सा लगता है। इक अनगिनत रिश्ते की डोर में बँधा सरहद सा लगता है। हाँ मेरा शहर जो मेरा घर है, कभी अपनो की फुलवारी सा, तो कभी परायों के जंगल जैसा लगता है। कभी हँसी की फुहार सा, तो कभी क्रंदन का चीत्कार सा लगता है, मेरे सपनों सा हसीन तो कभी निराशा के बादल सा लगता है। हाँ मेरा शहर जो मेरा घर है, कभी देवों के वरदान सा, तो कभी अभिशाप सा लगता है। कभी संगदिल निष्ठुर सा, तो कभी उदार मोम सा पिघलता भी लगता है। हाँ मेरा शहर जो मेरा घर है। मेरा शहर जो मेरा घर है
Praveen
सुनो एक बात बताऊँ बुरा तो नहीं मानोगे न अच्छा दिखता है मेरा शहर भी यहां की हवाओं में वही रवानी है जो वर्षों पहले तेरे शहर की तंग गलियों में उस माली के बगीचे में हुआ करती थी जहाँ से मै तेरे लिए हर रोज तेरी पसन्द का फूल लाया करता था। अच्छा दिखता है मेरा शहर भी
Artist Rishi Jain
ये शहर जो मेरा घर है मेरा हमसफ़र है मेरी कहानी है इसकी गलियाँ भी मुझसे बात करती है दो रोज न गुजरूँ उनसे तो इंतज़ार करती हैं नाराज हो मुझसे शिकायतें भी हर बार करती है... ये शहर मेरी हर धड़कन में बसता है साथ रोता है और मेरे साथ हँसता है यह शहर मेरे सारे किस्से समेटा है मैं इसी की गोद मे जन्मा इसने मेरा बचपन भी देखा है.. आवाज दोस्तो की अब भी इसमें सुनाई देती है यह शहर जो मेरा घर है कभी एक छोटा गाँव होता था कमियाँ बहुत होंगी मग़र हर कोई साथ होता था वक़्त बदला मेरे शहर के हालात बदले हैं कुछ हाथ छूटे कुछ साथ बदले हैं लेकिन इमारतों के एवज़ में खोई नीम-इमली अब भी दिखाई देती है... यह जो शहर है अब भी मेरे साथ चलता है ज़रा-सा दूर जाऊं तो मुझे अब भी याद करता है.. यह शहर जो मेरा घर है... -ऋषि 07/10/19 यह शहर जो मेरा घर है...