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केशकाल घाटी

केशकाल घाटी #कविता

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Sadiq Khan

दूर घाटी 
#Flute

दूर घाटी #Flute

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Santosh Kumar

🚩
सिन्धु घाटी की लिपि : क्यों अंग्रेज़ और कम्युनिस्ट इतिहासकार नहीं चाहते थे कि इसे पढ़ाया जाए! 🔰
▪️इतिहासकार अर्नाल्ड जे टायनबी ने कहा था - विश्व के इतिहास में अगर किसी देश के इतिहास के साथ सर्वाधिक छेड़ छाड़ की गयी है, तो वह भारत का इतिहास ही है।
भारतीय इतिहास का प्रारम्भ सिन्धु घाटी की सभ्यता से होता है, इसे हड़प्पा कालीन सभ्यता या सारस्वत सभ्यता भी कहा जाता है। बताया जाता है, कि वर्तमान सिन्धु नदी के तटों पर 3500 BC (ईसा पूर्व) में एक विशाल नगरीय सभ्यता विद्यमान थी। मोहनजोदारो, हड़प्पा, कालीबंगा, लोथल आदि इस सभ्यता के नगर थे।

पहले इस सभ्यता का विस्तार सिंध, पंजाब, राजस्थान और गुजरात आदि बताया जाता था, किन्तु अब इसका विस्तार समूचा भारत, तमिलनाडु से वैशाली बिहार तक, आज का पूरा पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान तथा (पारस) ईरान का हिस्सा तक पाया जाता है। अब इसका समय 7000 BC  से भी प्राचीन पाया गया है।

इस प्राचीन सभ्यता की सीलों, टेबलेट्स और बर्तनों पर जो लिखावट पाई जाती है उसे सिन्धु घाटी की लिपि कहा जाता है। इतिहासकारों का दावा है, कि यह लिपि अभी तक अज्ञात है, और पढ़ी नहीं जा सकी। जबकि सिन्धु घाटी की लिपि से समकक्ष और तथाकथित प्राचीन सभी लिपियां जैसे इजिप्ट, चीनी, फोनेशियाई, आर्मेनिक, सुमेरियाई, मेसोपोटामियाई आदि सब पढ़ ली गयी हैं।

आजकल कम्प्यूटरों की सहायता से अक्षरों की आवृत्ति का विश्लेषण कर मार्कोव विधि से प्राचीन भाषा को पढना सरल हो गया है।

सिन्धु घाटी की लिपि को जानबूझ कर नहीं पढ़ा गया और न ही इसको पढने के सार्थक प्रयास किये गए।
भारतीय इतिहास अनुसन्धान परिषद (Indian Council of Historical Research) जिस पर पहले अंग्रेजो और फिर कम्युनिस्टों का कब्ज़ा रहा, ने सिन्धु घाटी की लिपि को पढने की कोई भी विशेष योजना नहीं चलायी।

आखिर ऐसा क्या था सिन्धु घाटी की लिपि में? अंग्रेज और कम्युनिस्ट इतिहासकार क्यों नहीं चाहते थे, कि सिन्धु घाटी की लिपि को पढ़ा जाए?

अंग्रेज और कम्युनिस्ट इतिहासकारों की नज़रों में सिन्धु घाटी की लिपि को पढने में निम्नलिखित खतरे थे -

1. सिन्धु घाटी की लिपि को पढने के बाद उसकी प्राचीनता और अधिक पुरानी सिद्ध हो जायेगी। इजिप्ट, चीनी, रोमन, ग्रीक, आर्मेनिक, सुमेरियाई, मेसोपोटामियाई से भी पुरानी. जिससे पता चलेगा, कि यह विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता है। भारत का महत्व बढेगा जो अंग्रेज और कम्युनिस्ट इतिहासकारों को बर्दाश्त नहीं होगा।
2. सिन्धु घाटी की लिपि को पढने से अगर वह वैदिक सभ्यता साबित हो गयी तो अंग्रेजो और कम्युनिस्टों द्वारा फैलाये गए आर्य- द्रविड़ युद्ध वाले प्रोपगंडा के ध्वस्त हो जाने का डर है।
3. अंग्रेज और कम्युनिस्ट इतिहासकारों द्वारा दुष्प्रचारित ‘आर्य बाहर से आई हुई आक्रमणकारी जाति है और इसने यहाँ के मूल निवासियों अर्थात सिन्धु घाटी के लोगों को मार डाला व भगा दिया और उनकी महान सभ्यता नष्ट कर दी। वे लोग ही जंगलों में छुप गए, दक्षिण भारतीय (द्रविड़) बन गए, शूद्र व आदिवासी बन गए’, आदि आदि गलत साबित हो जायेगा।
कुछ फर्जी इतिहासकार सिन्धु घाटी की लिपि को सुमेरियन भाषा से जोड़ कर पढने का प्रयास करते रहे तो कुछ इजिप्शियन भाषा से, कुछ चीनी भाषा से, कुछ इनको मुंडा आदिवासियों की भाषा, और तो और, कुछ इनको ईस्टर द्वीप के आदिवासियों की भाषा से जोड़ कर पढने का प्रयास करते रहे। ये सारे प्रयास असफल साबित हुए।

सिन्धु घाटी की लिपि को पढने में निम्लिखित समस्याए बताई जाती है - 
सभी लिपियों में अक्षर कम होते है, जैसे अंग्रेजी में 26, देवनागरी में 52 आदि, मगर सिन्धु घाटी की लिपि में लगभग 400 अक्षर चिन्ह हैं। सिन्धु घाटी की लिपि को पढने में यह कठिनाई आती है, कि इसका काल 7000 BC से 1500 BC तक का है, जिसमे लिपि में अनेक परिवर्तन हुए साथ ही लिपि में स्टाइलिश वेरिएशन बहुत पाया जाता है। लेखक ने लोथल और कालीबंगा में सिन्धु घाटी व हड़प्पा कालीन अनेक पुरातात्विक साक्षों का अवलोकन किया।
भारत की प्राचीनतम लिपियों में से एक लिपि है जिसे ब्राह्मी लिपि कहा जाता है। इस लिपि से ही भारत की अन्य भाषाओँ की लिपियां बनी। यह लिपि वैदिक काल से गुप्त काल तक उत्तर पश्चिमी भारत में उपयोग की जाती थी। संस्कृत, पाली, प्राकृत के अनेक ग्रन्थ ब्राह्मी लिपि में प्राप्त होते है।
सम्राट अशोक ने अपने धम्म का प्रचार प्रसार करने के लिए ब्राह्मी लिपि को अपनाया। सम्राट अशोक के स्तम्भ और शिलालेख ब्राह्मी लिपि में लिखे गए और सम्पूर्ण भारत में लगाये गए।
सिन्धु घाटी की लिपि और ब्राह्मी लिपि में अनेक आश्चर्यजनक समानताएं है। साथ ही ब्राह्मी और तमिल लिपि का भी पारस्परिक सम्बन्ध है। इस आधार पर सिन्धु घाटी की लिपि को पढने का सार्थक प्रयास सुभाष काक और इरावाथम महादेवन ने किया।
सिन्धु घाटी की लिपि के लगभग 400 अक्षर के बारे में यह माना जाता है, कि इनमे कुछ वर्णमाला (स्वर व्यंजन मात्रा संख्या), कुछ यौगिक अक्षर और शेष चित्रलिपि हैं। अर्थात यह भाषा अक्षर और चित्रलिपि का संकलन समूह है। विश्व में कोई भी भाषा इतनी सशक्त और समृद्ध नहीं जितनी सिन्धु घाटी की भाषा।
बाएं लिखी जाती है, उसी प्रकार ब्राह्मी लिपि भी दाएं से बाएं लिखी जाती है। सिन्धु घाटी की लिपि के लगभग 3000 टेक्स्ट प्राप्त हैं।
इनमे वैसे तो 400 अक्षर चिन्ह हैं, लेकिन 39 अक्षरों का प्रयोग 80 प्रतिशत बार हुआ है। और ब्राह्मी लिपि में 45 अक्षर है। अब हम इन 39 अक्षरों को ब्राह्मी लिपि के 45 अक्षरों के साथ समानता के आधार पर मैपिंग कर सकते हैं और उनकी ध्वनि पता लगा सकते हैं।

ब्राह्मी लिपि के आधार पर सिन्धु घाटी की लिपि पढने पर सभी संस्कृत के शब्द आते है जैसे - श्री, अगस्त्य, मृग, हस्ती, वरुण, क्षमा, कामदेव, महादेव, कामधेनु, मूषिका, पग, पंच मशक, पितृ, अग्नि, सिन्धु, पुरम, गृह, यज्ञ, इंद्र, मित्र आदि।
निष्कर्ष यह है कि -
1. सिन्धु घाटी की लिपि ब्राह्मी लिपि की पूर्वज लिपि है।
2. सिन्धु घाटी की लिपि को ब्राह्मी के आधार पर पढ़ा जा सकता है।
3. उस काल में संस्कृत भाषा थी जिसे सिन्धु घाटी की लिपि में लिखा गया था।
4. सिन्धु घाटी के लोग वैदिक धर्म और संस्कृति मानते थे।
5. वैदिक धर्म अत्यंत प्राचीन है।
हिन्दू सभ्यता विश्व की सबसे प्राचीन व मूल सभ्यता है, हिन्दुओं का मूल निवास सप्त सैन्धव प्रदेश (सिन्धु सरस्वती क्षेत्र) था जिसका विस्तार ईरान से सम्पूर्ण भारत देश था।वैदिक धर्म को मानने वाले कहीं बाहर से नहीं आये थे और न ही वे आक्रमणकारी थे। आर्य - द्रविड़ जैसी कोई भी दो पृथक जातियाँ नहीं थीं जिनमे परस्पर युद्ध हुआ हो।
जय श्रीराम 🚩
जय हिंदुराष्ट्र भारत।।

©Santosh Kumar
  #सिन्धु घाटी सभ्यता

#सिन्धु घाटी सभ्यता #समाज

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SATISH THINK

डिजाइनर रेलिंग

डिजाइनर रेलिंग #जानकारी

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Asheesh kumar

 जिन्दगी मेरी कुछ इस तरह काटी गई
दो दोस्त थे दोनों के हिस्सों में बाटी गई

जिन्दगी मेरी कुछ इस तरह काटी गई दो दोस्त थे दोनों के हिस्सों में बाटी गई #nojotophoto

28 Love

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सनम

मैं अपने साज़ के नग्मों की नर्म लहरों में, 
तुम्हारे चेहरे की अफ़्सुर्दगी डुबोता हूँ,
क़यामत टूट पड़ती है, 
आपके ज़रा से होंठ हिलने पर ,
ना जाने क्या हस्र होगा, 
जब वो खुलकर मुस्कुरा बैठेंगे।
#सनम

©सनम #देवांग

#SuperBloodMoon
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Gyani202

हल्दीया घाटी🚩#viral #Trading #videonojoto

हल्दीया घाटी🚩viral #Trading #videonojoto #Knowledge

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Neophyte

अब कहाँ प्यार होगा
ज़िन्दगी है काटी जाएगी

खुशियाँ मेरे लिए कहाँ
दुसरो में बाटी जाएगी

एक लकीर जो तुम खींच गयी
वो लकीर दोहराती जाएगी

जो पत्ता तेरे भरोसे है
हवाएं उसे गिराती जाएंगी

तुम्हारी हर याद को अब
कोई नई मिटाती जाएगी

शोहरते क्या करूँगा लेकर
घाट तक सिर्फ माटी जाएगी

किसे ग़म हम लूट गए
महफ़िल तालियां बजाती जाएगी

                                  ~क्षत्रियंकेश माटी!

माटी!

13 Love

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Madhu Arora

माटी  बोली प्रेम से, मैं तो बड़ी अनूप।
आकारों में सब ढली, मेरे ही सब रूप।।

©Madhu Arora
  #माटी
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Anita Sudhir

मिट्टी दोहावली
***
इस माटी में जन्म ले   , काम इसी के आय।
वतन पर जो मर मिटे,जीवन सफल कहाय।।

माटी मेरे देश की,    इस पर है अभिमान।
तिलक लगा कर भाल पर,करते हैं सम्मान।।

रक्त शहीदों का बहा,माटी है अब लाल।
कब तक होगी ये दशा,माटी करे सवाल।।

अंकुर निकले बीज से ,दे ये अन्न अपार।
माटी गुण की खान है,औषध की भरमार।।

माटी के पुतले  बनें ,  खेलें सारे खेल। ।
प्रभु की यदि मूरत बने ,न कोय उसका मेल।।

कच्ची माटी के घड़े ,सोच समझ कर ढाल।
उत्तम बचपन जो गढ़ो  ,उन्नत होगा काल।।
©anita_sudhir माटी

माटी

12 Love

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Sabir Khan

जिस माटी में तेरे मेरे सने पैरों की छाप अभी तक उकरी है,,,
उन छाप से तू क्या पूछे! तू यहाँ की है या परदेशी है।

#NoCaa,NoNrc

🇮🇳माँ तुझे सलाम🇮🇳 #माटी
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Shashank kurariya

मै उस माटी का वृक्ष नही , जिसको नदियो ने सीचा है,
बंजर माटी मे पल कर मैने मृत्यु से जीवन सीखा है

©Shashank kurariya #माटी
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Rakesh Lalit

"माटी तूने मुझे सिखाया"
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हर मौसम इक परिवर्तन है
मुझमें निहित एक संजीवन है,
पर बेमोल मेरी भी काया
माटी तूने मुझे सिखाया ।।

सच्चाई और न्याय के हित में
मैं जब भी संकट में आया,
सत्य है कहना,अटल ही रहना
माटी तूने मुझे सिखाया ।।

ठोकर खा परहित कर पाया
उठकर गिर,गिरकर उठ पाया
सदा धरातल पर ही रहना
माटी तूने मुझे सिखाया ।।

है मुश्किल सब बाँधे रखना
जोड़ के कुछ को मैं रख पाया,
तुझसे ये अद्भुत गुण पाया
माटी तूने मुझे सिखाया ।।

सब तुझमें है, ये भी,वो भी
तुझमे ही हर जीव समाया
फिर क्यों तुझसे टूटना चाहा?
माटी तूने मुझे सिखाया ।।

©Rakesh Lalit #माटी
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Ankush Tiwari

इस माटी को अपने खून से सिंचा है साहब 
आप क्या इसकी कीमत  लगाओगे 
वर्षो पहले तोड़ गए थे आपके पुरखे नाता जिससे 
आप कहाँ अब उसकी अहमियद को समझ पाओगे #माटी
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गौरव गोरखपुरी

जो जुड़ा है माटी से
वो खुद उपर उठ जाता है

हवा में उड़ने वाला
बिखर कर टूट जाता है माटी

माटी #विचार

33 Love

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#sarkariaashiq

हम तो खुशियां देने का कारोबार करते है ,,,साहब 
.......
"
"
कोई वक्त पर लौटता नही है 
इसलिए थोड़ा घाटे में हूँ ........ #घाटा
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Akram Bhati

सलाम वालेकुम सभी भाइयों को भाटी

भाटी

4 Love

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दीन सिंह भाटी

भाटी

भाटी #कविता

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Babli BhatiBaisla

सखी ख्वाहिश के खत अक्सर 
जवाबदारियों में रह जाते दबकर

नसीब कहता है कोई कोई कहता है किस्मत
खुद को तसल्ली देने का जरिया ही है समझ

हममें कमी नहीं है कोई बस छल नहीं आता
केवल इसी  वजह से हमेशा रह जाता है घाटा
बबली भाटी बैसला

©Babli BhatiBaisla
  घाटा

घाटा #शायरी

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MADAN#KANAK

जीवन में छलांग लगाना हर एक के लिये जरुरी हैं पर होंसले आसमान मे हो और पैर जमी पर। #छलांग
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Arora PR

आकाश छूने क़ी  लम्बी  अनुशासित.
छलाग लेना  लग्भग 
 असंभव है.
इसके बावजूद उस ज़िद्दी शख्स ने 
छलांग  ले ही ली
लेकिन  अब तक उसके लौटने क़ी 
पदचाप  किसी ने नहीं सुनी है

©Arora PR
  छलांग

छलांग #विचार

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Parasram Arora

मिट्टी का सानिध्य पा कर  बीज की  सख्त खोल  से 
बिछड़ कर 
एक नवजात  पौधा   वृक्ष   बनने की राह पर  चल दिया था 
अपने  अंदर क़े आक्रोश  और करुणा क़े ज्वालामुखी  को 
उसने कई  बार  महसूसा  था उसने ज़ब  आँधियो. ने 
हिला  हिला कर उसे  कई बार अधमरा कर दिया था 
ढेरों   मुसीबतो  क़े  सातय्त  को  जीते  जीते  आखिर  एक  दिन  वो शैशव क़े  झूले से   छलांग  लगा  कर  बेरहम    थपेड़ो को झेल पाने  मे 
अब वो  आश्वस्त था  की विकासमान विश्व  क़े जीवंत 
प्रवाह  से उसे कोई. पृथक  नहीं  कर पायेगा #छलांग.....

11 Love

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INDRAJEET KUMAR,

किसी तरह बीत जाये वो जीवन की परिपाटी अच्छी लगती हैं 
स्वर्ग की याद दिलाती वो उस देश की माटी अच्छी लगती हैं 
"धरती पर रहकर भी आसमा तक कही भी 
सारे जहाँ से अच्छा तो अब पर्वत घाटी अच्छी लगती हैं पर्वत घाटी भी मन को भाते हैं

पर्वत घाटी भी मन को भाते हैं #कविता

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Ajeet Giri

माटी का खिलवाना माटी में मिल जाऐगा

माटी का खिलवाना माटी में मिल जाऐगा #ज़िन्दगी

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Arvind Bhati

 अरविन्द भाटी

अरविन्द भाटी #nojotophoto

2 Love

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kamalsinghbhati35com

 कमलसिंह भाटी

कमलसिंह भाटी #शायरी #nojotophoto

5 Love

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