Find the Latest Status about नवम्बर डेज from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नवम्बर डेज.
Advocate Gautam kejriwal
My Heart बहुत दिन हुए गौतम ,कुछ लिखा नही तुमने, दिन बहुत गुजर गए,कुछ सीखा नही हमने। ऐ "कॅरोना" दो ही दिनों में, क्या-क्या बता दिया तूने, सोचा भी न था, कितना कुछ सीखा दिया तूने। अपनो से दूर रहना जरूरी है, एक-एक मीटर दूर , बैठना मजबूरी है। कितनी भी चाहत हो, पर न हाथ मिलाओ दोस्तो से, आराम कर-कर के थक जाओ, पर न टहलो रास्तो पे। कुछ भी छूना, हाथ धोना मत भूलना, बिना मास्क पहने, घर मत छोड़ना। बालकनी में बैठ गौतम, मस्ती से घंटी बजाना है, छतों पर दिए जलाकर , अपनी एकता को दिखाना है। ऊब जाएंगे हम घर पर रहकर,पर ऐ "कॅरोना" तुझको हराएंगे। भगाएंगे तुझको और फिर, खूब जश्न मनाएंगे। Composed by---- Gautam kejriwal(Advocate) ©Advocate Gautam कॅरोना डेज
anjaan shayar
फ़िर से तेरी यादों का मेरे दिल में जो उठा बवंडर है.... वही मौसम वही सर्दी अफ़सोस के तुम साथ नहीं पर वही दिलकश नवम्बर है.. @dil ki dairi #नवम्बर
Naurang S
नया दिन,नया सवेरा, नई उम्मीदें, नई आशाएं, मीठी मीठी सर्द हवाएं, अन्धकार को मिटाते दीप, त्योहारों की खुशियां, नई खुशियां और नई उमंगे, कुछ खुद के ही खुद से वादे, हा मेरा नवम्बर थोड़ा अलग है #नवम्बर
Manmohan Dheer
तुम कहते हो न कि नवम्बर कुछ ख़ास होता है सच कहते हो शायद कोई आसपास होता है नवम्बर
Ravindra Darbar
ऐ नवम्बर, अब तू तो कोई रंग भर इस बे-रंग जिंदगी में, जो मेरा दिसंबर सँवर जाए। बे-दर्द अक्टूबर भी अपनी अकड़ दिखा के चला गया।। #नया नवम्बर
priya khushbu
बर्फ़ की झील को शोलो सा बनाने वाले। साँसों में प्यार की खुशबू को बसाने वाले। ए नवम्बर ज़रा आहिस्ता गुजरना इस बार। मेरे महबूब दिसम्बर में है जाने वाले। ©priya khushbu #नवम्बर#poetry
~Ahmad Faraz
"नवम्बर" के महीने का, वो शायद आख़री दिन था. बरस गुज़रे कई, मैंने "मोहब्बत" लफ़्ज़ लिक्खा था. किसी काग़ज़ के टुकड़े पर.. अचानक याद आया है, किसी से बात करनी थी. उसे कहना था जाने-जाँ मुझे तुमसे मोहब्बत है.. मगर मैं कह नहीं पाया. वो काग़ज़ आजतक, लिपटा पड़ा है धूल में लेकिन, किसी को दे नहीं पाया..!😣 नवम्बर का महीना
Braman Kadti
"नवम्बर का नम्बर" ये नैसर्गिक उपहार नवम्बर का नम्बर है। प्रकृति की अनूठी छठा ये नवम्बर में दिखती है। कोहरो का बादल मैदानों में इसी में दिखती है। ये प्रकृति का उपहार नवम्बर का नम्बर है। बगुलो का अनुशासन इसी में दिखता है। कटी फसल की खेतों में ग्वालो का दृश्य इसी में दिखती है। अग्नि की ताप की ललक इसी में होती है। कोहरे से ढंके मैदान नैनीताल रूप लिए है। ये अनुपम सौंदर्य का संगम नवम्बर में दिखती है। ये प्रकृति का उपहार नवम्बर का नम्बर है। पक्षियों का प्रवास इसी में दिखता है । दर्जन भर महीनों की खुशबू इसी में दिखती है। ये प्रकृति का उपहार नवम्बर का नम्बर है । रविकिरणों की पीली धार अग्र पश्च से इसी में पड़ती है। दोपहर की धूप से ज्वर का अहसास इसी में होती है। ग्रामजनों के पैरों में मैल का ढेर इसी में दिखता है। ये नैसर्गिक उपहार है ये नवम्बर का नम्बर है। ©Braman Kadti "नवम्बर का नम्बर" #Winter2020