Find the Latest Status about दीपक जलाने की विधि from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दीपक जलाने की विधि.
Manish Gautam
दीपक जलाने से अंधकार मिटता है, सच्चाई नही । ig-@jubani dil ki ©Manish Gautam दीपक जलाने से... #Feeling #Love
Dr Rekha Kumari
क्यूँ हर बार मन उदास हो जाता हैं, तुम्हारी कड़वी बातों से । बड़े पत्थर का बोझ मन मे घर कर जाता हैं, काश तुम अबोध ना होते मेरे दर्द से। कोशिश तो करते है ,पर समझ नहीं आता है, कैसे निकलें इस अंधियारे से। हिम्मत से इस पत्थर को कंकड बना के फेंक देना है , रौशनी होगी तभी, खुद अपने मन मे दीपक जलाने से। ©Dr Rekha Kumari मन में दीपक जलाने से #man #raushni
Deepak Kumar prajapati
वक्त का साथ नहीं दिया मुकद्दर ने वरना यूं "दीपक" की तरह जलाये बुझाये न जाते - DKP OFFICIAL 💞 दीपक की जिंदगी #दीपक #जज्बात #शायरी
Sachin Pathak
शायरी बनाने की विधी। पतीले में थोड़ा सा ग़ालिब लें, अब उसमें मीर और गुलज़ार क पेस्ट डालें, दो -दो चम्मच आशिक़ी, और दर्द मिलाएं, अब थोड़ी देर तक शौहरत की आग पर रखें, और तब तक भूने, जब तक गुलाबी मोहब्बत भूरी न हो जाये। अब उसे तब तक ठंडा होने दे, जब तक गरीबी और लाचारी की खुशबु आने लगे। अब एक पैन में बेवफाई के तेल डालके गर्म करें, उसमे एक एक चम्मच राजा, रंक, फ़क़ीर, डालें। अब उसमें आंसुओं क छौंक दें। अब ये मिश्रण उपर की गरीबी के साथ मिलाएं, ली जिए आपकी ताजा ताजा शायरी तैयार है। शायरी की सामग्री और विधि।
@nil J@in R@J
माँ दुर्गा के स्वरूप शैलपुत्री की पूजा विधि मां शैलपुत्री की तस्वीर स्थापित करें और उसके नीचें लकडी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछायें। इसके ऊपर केशर से शं लिखें और उसके ऊपर मनोकामना पूर्ति गुटिका रखें। तत्पश्चात् हाथ में लाल पुष्प लेकर शैलपुत्री देवी का ध्यान करें। मंत्र इस प्रकार है- ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे ओम् शैलपुत्री देव्यै नम:। मंत्र के साथ ही हाथ के पुष्प मनोकामना गुटिका एवं मां के तस्वीर के ऊपर छोड दें। इसके बाद भोग प्रसाद अर्पित करें तथा मां शैलपुत्री के मंत्र का जाप करें। यह जप कम से कम 108 होना चाहिए। मंत्र - ओम् शं शैलपुत्री देव्यै: नम:। मंत्र संख्या पूर्ण होने के बाद मां के चरणों में अपनी मनोकामना को व्यक्त करके मां से प्रार्थना करें तथा श्रद्धा से आरती कीर्तन करें। #NojotoQuote जय मां शैलपुत्री की पूजा विधि