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Sunil Kumar Maurya Bekhud

सोने जैसा चमक रही
सूरज की किरणों में तपकर
जलधारा विचरण करती है
गोदी में अगणित जलचर

इनका रूप रंग बदला है
देख उसे खुद इठलाती
जैसे कोई मूर्ति बनी हो
काट छांट करके पत्थर

©Sunil Kumar Maurya Bekhud
  #,जलधारा

#,जलधारा #कविता

36 Views

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Rashmi Agnihotri

जलधारा

जलधारा

33 Views

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Shivmangal Pandya

स्वरचित कविता ~ धारा 370

स्वरचित कविता ~ धारा 370 #nojotovideo

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Shailendra Singh Yadav

दिल जलाया।
उल्फत में दर्द।
मिला और क्या।

आशियां जला।
उल्फत में मिला क्या।
दर्दे तन्हाई।
शायरः-शैलेन्द्र सिंह यादव #NojotoQuote शैलेन्द्र सिंह यादव.की कविता दिल जलाया।

शैलेन्द्र सिंह यादव.की कविता दिल जलाया।

5 Love

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river_of_thoughts

Life is too short.. चल पड़ूं यूं ही
या दिल-वो-कदम रहूं थाम 
कि होगी बहुत जल्दबाजी अभी
या दम-ए-बाद-ए-सबा 
है बाक़ी अब भी ... ?

साया-ए-जिस्म ही जानता है
साया-ए-जिस्म को ही है खबर
जेहन-वो-जिगर में मेरे
बसा तू किस कदर।
@manas_pratyay #Life@shadow #कविताई #कविता #कवितांश

Life@shadow कविताई कविता कवितांश

6 Love

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river_of_thoughts

Standing near the window, I saw कुछ भी ठीक नहीं, पर
इतना है जरूर
जीवन गतिमान,.बहा जा रहा
अनवरत...
स्तब्ध खड़ा मूकदर्शक मैं,
देख रहा प्रश्नगत...!
               @manas_pratyay देख_रहा_प्रश्नगत
#कविताई #कविता
@manas_pratyay©ratan_kumar

देख_रहा_प्रश्नगत कविताई कविता @manas_pratyay©ratan_kumar

7 Love

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river_of_thoughts

 #तज़ाद
#कविताई #कविता
@manas_pratyay©gulam_yazdani

तज़ाद कविताई कविता @manas_pratyay©gulam_yazdani

4 Love

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river_of_thoughts

Trust me  HER STEP

भरोसा -जो एक बार टूटे तो, दुबारा नहीं होता। 
फिर भी, भरोसा करना पड़ता है- 
मजबूरी है या, इसे समझौता कह लो!
और, समझौता ज़िन्दगी है।
 
फिर कमिटमेंट से आदमी का विचलन!... 
आदमी का स्वभाव।

 दोनों, एक-दूसरे से जुड़े हैं।



                                  @manas_pratyay #Life @commitment_n_compromise #कविताई #कविता 
©ratan_kumar

#Life @commitment_n_compromise #कविताई #कविता ©ratan_kumar

7 Love

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river_of_thoughts

#break_up @gulmohar
ढूंढते किसी गुल मोहम्मद का अकाउंट
सर्चलिस्ट में व्हाट्सऐप के 
निकल आए इमेज वो सारे 
फूल- अमलतास, गुलमोहर के!
इनके संग ही, बह निकली- 
सौंधी-सुखन तेरी यादों की महक से सराबोर हवा भी 
फिज़ाओं में हर्षों, गूंजती वो बात-सी -
गुलमोहर तुम्हें अच्छे लगते!
हां, तुमने ही चाहा था
रोप सको इक पौध गुलमोहर का...
पर, बताओ तो, पौध वो गुलमोहर का
क्या हो पाया दरख्त...?        @manas_pratyay #BreakUp@gulmohar #कविताई #कविता
©ratan_kumar

BreakUp@gulmohar कविताई कविता ©ratan_kumar

14 Love

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river_of_thoughts

#कविताई #कविता #कभी_वो_बदल_जाता_है_दिल
@manas_pratyay©jockey

कविताई कविता कभी_वो_बदल_जाता_है_दिल @manas_pratyay©jockey

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river_of_thoughts

Under the sky फिर ठिठक दोनों, यूँ ही, अचानक!
देखते रहे...
अनंत संभावना-समन्दर और
निस्सार-प्रतिफलन-आकाश
मिलते थे वहाँ 
निर्वात वह "यूटोपिया" है, जगत में, और
स्वपन-आभास हकीकत नहीं, 
सहमत हुए दोस्त।
                 @manas_pratyay #Sky@nissaar_pratifalan #कविताई #कविता
©ratan_kumar

Sky@nissaar_pratifalan कविताई कविता ©ratan_kumar

8 Love

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river_of_thoughts

I feel loved when अक्सरहां, एन०एच० किनारे, 
दरख़्त-टहनियों पर प्रच्छन्न
गुलमोहर-रंगी छांव के नीचे
यादों की क्या, इसी दरिया में
तिरता ही रहता है 
कभी खींचा गया वो सेल्फी भी मेरा, 
गुलमोहरिया ही बैकग्राउंड वाला...?

               @manas_pratyay #Love@gulmohar #कविताई #कविता
©ratan_kumar

Love@gulmohar कविताई कविता ©ratan_kumar

6 Love

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river_of_thoughts

Feelings never ends but, मैं रहूँ ना रहूँ
मेरी मौज़ूदगी जेहन से हटा नहीं पाओगे-
जब कभी तुम
रहो नीरव अकेले
या भड़ी भीड़ हो जाओ ग़ुम
धड़कनों की धक़-ध़क में तब
मुझे ही तो पाओगे

@manas_pratyay #feelings #कविताई #कविता 
@manas_pratyay©ratan_kumar

feelings कविताई कविता @manas_pratyay©ratan_kumar

5 Love

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DR. LAVKESH GANDHI

लाश

 बह थी जब मैं लाश बनकर नदी की जलधारा में
 तब मुझे कोई रोकने-टोकने वाला नहीं था
 जब मैं जिंदा थी तो लोग पूजते थे मुझे
 चारों तरफ से घेर लेते थे मुझे लोग
 आज बह जाने देते हैं मुझे लोग
 नहीं कोई टोकते हैं मुझे लोग

©DR. LAVKESH GANDHI
  #feelings #
# समय की जलधारा #

feelings # # समय की जलधारा #

243 Views

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river_of_thoughts

Feelings never ends but,  वह दिन 'अक्तूबर बाईस' 
किस तरह ब्लैक होल-सा 
सदियों, सालों, शब-ओ-रोजों, 
बीते वक्त के सभी स्याह-चमकीले रंगों को 
कर गया समाहित 
उस एक पल में,
उस एक शब्द-बीज में...
चला गया तू, निकल आया मैं, 
बस,रह गया -
घुप्प अंधेरा सघन
और अब निश्शब्द ...खामोशी...!!
@manas_pratyay अहसास_खत्म_नहीं_होते_कभी_फिर_भी
#कविताई #कविता
#खामोशी
@manas_pratyay©ratan_kumar

अहसास_खत्म_नहीं_होते_कभी_फिर_भी #कविताई #कविता #खामोशी @manas_pratyay©ratan_kumar

5 Love

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river_of_thoughts

To be with you  वो कहते हैं 
होंगी मुकम्मल 
तेरी तमाम ख्वाहिशें...
बताना तुम, गर लाज़िमी लगे
क्योंकर मैं नहीं वहाँ कि जहाँ तू है-
यही खलिश-ए-जिगर, 
लेकर हासिल
जिन्दगी अब किस मंजर पर ठहरे?
पथराई आँखें हैं 
इन्तज़ार में...
@manas_pratyay #Love@shadow #कविताई #कविता #कवितांश 
© ratan_kumar

Love@shadow कविताई कविता कवितांश © ratan_kumar

13 Love

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river_of_thoughts

Let me love you हां, दिखला सकता तुझे 
वो अलहदा दुनिया जहां -
लेकर तेरा साथ और बेफिक्र आवारगी
निकल सकता मैं कहीं भी
तुझे बिठाकर उस तख़्त-वो-ताज पर
बिछा सकता हृदय अपना
सिर्फ... तुम्हारे लिए।
अगर तू करे हां तो करूं वादा
न रहने दूं कभी भी तुझे तन्हा !


@manas_pratyay #Love@shadow #कविताई #कविता #कवितांश
© ratan_kumar

Love@shadow कविताई कविता कवितांश © ratan_kumar

4 Love

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river_of_thoughts

चलें हम सब भी उसके साथ !

नहीं रोको कोई उसे / जाने दो,
नहीं छीनों उससे मशाल।
और दियासलाई की तीली -
तय मानो कि वह
नहीं लगाएगा आग
किसी झोपड़ी... या /किसी के पेट में -
इसीलिए दोस्तों!
नहीं रोको कोई उसे /जाने दो -
अंधकार के खिलाफ
लड़ना है तो 
चलें हम सब भी /उसके साथ
लेकर
एक एक मशाल /अपने अपने
हाथों में -
              - यमुना प्रसाद बसाक #JusticeAndRevenge #कविताई #कविता #चलें_हम_सब_भी_उसके_साथ 
@manas_pratyay©yamuna_prasad_basak

JusticeAndRevenge कविताई कविता चलें_हम_सब_भी_उसके_साथ @manas_pratyay©yamuna_prasad_basak

7 Love

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river_of_thoughts

Be natural because शेड्स कई
रंगों के बदल-बदल
चलता हुआ चेहरा
ठहरता है जब
अपना असल चेहरा तब
अपना-सा रहता नहीं
चेहरे पर
जमाने के रंगों का असर
है कुछ इस तरह -
@manas_pratyay #natural 
#कविताई #कविता
#चलता_हुआ_चेहरा
@manas_pratyay©ratan_kumar

natural कविताई कविता चलता_हुआ_चेहरा @manas_pratyay©ratan_kumar

15 Love

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Amit Saini

मैं तो बहते जल की 
धारा हूं
 
मत सोच कि टूटा
 किनारा हूं 

चलना पड़ता है मुझे 
कल के लिए
 
एक नए जीवन के
 निर्मल के लिए #river 
#कबिता  
#जिंदगी की धारा
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Alok Vishwakarma "आर्ष"

सुन्दर हो नीति तो बनती जाए सुनीति,
कुप्रभाव में डाले जो कहते उसे कुरीति
मन में हो विचार शुभ तो अंतर हँसता है,
ईश्वर आख़िर जग के कण-कण में बसता है #सुनीति #कुरीति #जीवन #धारा #ईश्वर #मन #शुभरात्रि #कविता
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Abhishek

# कविताओ की दुनिया # महादेवी वर्मा जी की कविता #

# कविताओ की दुनिया # महादेवी वर्मा जी की कविता #

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Santosh Malviya(kavi prerak)

https://youtu.be/GPhtcbF9cYk
धारा तीन सौ सत्तर पर कविता

https://youtu.be/GPhtcbF9cYk धारा तीन सौ सत्तर पर कविता

27 Views

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NC

कर के नमन सूर्य को धरा को करो प्रणाम
माटी जननी हमारी सूर्य हैं पिता समान
युग युग से इनकी गोद में खेले
फिर हम हैं कहां अकेले
जीवनदाता सुख शांति देने वाले
इन्हें नमन हमारा बारंबार .... #nojotohindi#सूर्य#धारा#जननी#मातापिता#प्रकृति#कविता#poetry #nojotophotography
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Subant Kumar dangi(Poet, Writer)

Natural Morning वक्त बदलता है और किस्मत करवट लेती है 

एक न एक दिन  उजाले की विजय होती है 

अँधेरा कबतक छिपाए रखता है  किसी को 

सुर्योदय होता है और रोशनी बिखर जाती है 


बीतते रहे कितने ऐतवार 

आया सावन का सोमवार

नाग पंचमी का शुभ घड़ी 

अखंड भारत की नीव पड़ी 


देश को अमूल्य उपहार मिला 

देशभक्ति का उपकार मिला 

सोमवार लाया नया सबेरा 

हुआ उजाला मिटा अँधेरा 


आज सुरज का उदय हुआ

चारों तरफ जय जय हुआ 

 नफरत की धारा मिट गई 

तीन सौ सत्तर विलुप्त हुई 


जो दिले दूरियाँ बनाई थी 

वो राष्ट्र की गहरी खाई थी 

जहर नफरत की घोली थी 

जन जन में फूट कराई थी 


दहसत गर्द की कमर टूटी 

बूरी नजर की आँखे फूटी 

आतंकपरस्‍त की हुई पराजय 

अमन चैन की हुई जय जय 


अभूतपूर्व अद्वितीय पहल 

दृढ़ संकल्प का रहा फल 

अदम्य साहस औ तदवीर 

तब जाकर बदली तकदीर 

नक्से में बदल गई तस्वीर 

बना नूतन जम्मू कश्मीर 


अब माहौल बदल गया है 

अब भूगोल बदल गया है 

इतिहास पुनः दोहराएगा 

एक ही तिरंगा फहराएगा 


एक राष्ट्र एक गाण होगा 

हिंद का स्वाभिमान होगा 

देश में एक विधान होगा 

एक ही संविधान होगा 


फिर से वादियाँ हरी होंगी 

फिजा खुशियों से भरी होंगी 

फिर से चमन में फूल खिलेंगे 

बिछड़े दिल आ गले  मिलेंगे 


नदियाँ झरने गीत गाएँगे 

खेतों में फसल लहलहाएंगे 

पर्वत पहाड़ संगीत देगा 

देश भक्ति का धुन बजाएंगे 


जो बन गया था नर्क कभी 

फिर से स्वर्ग बन जाएगा 

इतिहास के पन्नों में फिर से 

स्वर्णअक्षरों में लिखा जाएगा  धारा 370 हटने पर कविता एक मुक्तक के साथ

धारा 370 हटने पर कविता एक मुक्तक के साथ

3 Love

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river_of_thoughts

चलें_हम_सब_भी_उसके_साथ
#कविताई #कविता 
@manas_pratyay©yamuna_prasad_basak Chikki Charu Rajneesh Ranjan

चलें_हम_सब_भी_उसके_साथ #कविताई #कविता @manas_pratyay©yamuna_prasad_basak Chikki Charu Rajneesh Ranjan

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Kishan Gupta

किचन की रानी, तू पसीने से लतपत, 
पंखा बना, मुझे घुमाये जा रही हो,, 
 
चाय कब तक यूँ ही, फीकी पिलाओगी,
इलायची के इंतजार में, अदरक पीसे जा रही हो।

                                          ~किशन गुप्ता #कविता #कविता #
1d4c78609507a6336b90b0c5e612db28

Awanish Singh




दीप हूँ जलता रहूँगा ।
मैं प्रलय की आँधियों से, अंत तक लड़ता रहूँगा ।।
पार जाऊँगा मेरा साहस, कभी हारा नहीं है।
जो मिटा अस्तित्व दे, ऐसी कोई धारा नहीं है ।।
कौन रोकेगा स्वयं तूफान, थककर रुक गये हैं ।
हर लहर मेरा किनारा, ध्येय तक बढ़ता रहूँगा।।

दीप हूँ जलता रहूँगा ।
मैं प्रलय की आँधियों से, अंत तक लड़ता रहूँगा ।।


तोड़ दी अवरोध की सारी, शिलाएँ एक क्षण में ।
मैं धरा का प्यार मुझको, स्नेह देते सब डगर में।।
शीत वर्षा और आतप कर, न पाये क्षीण गति को।
बिजलियों की कौंध में भी, पंथ गढ़ता ही रहूँगा।।

दीप हूँ जलता रहूँगा ।
मैं प्रलय की आँधियों से, अंत तक लड़ता रहूँगा ।।

©Awanish Singh (AK Sir)
  #कविता #कविता

कविता कविता

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