Find the Latest Status about कुटिया के पद दंगल from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कुटिया के पद दंगल.
Ambika Mallik
दंगल मन के गहरे शांत समंदर में , हर वक्त दंगल चलता रहता है । कभी जीत जाती है परिस्थितियाँ, हार जाता कभी अपना धैर्य है।। अम्बिका मल्लिक ✍️ ©Ambika Mallik #दंगल
SACH-in-DAUR✍️😶
सांस हैरान है मन परेशान है हो रही सी क्यों रूहांसा ये मेरी जान है क्यू निराशा से है आस हारी हुई क्यू सवालों का उठा सा दिल में तूफान है नैना..........थे आसमान के सितारे नैना ग्रहण में आज टूटते है यू नैना कभी जो धूप सेकते थे नैना ठहर के छांव ढूंढते है क्यु u u u यूं जुदा हुए कदम जिन्होंने ली थी ये कसम मिलके चलेंगे हरदम अब बांटते है ये गम भीगे नैना जो सांझे ख्वाब देखते थे नैना बिछड़ के आज रो दिए है यूं😭😭😭 Copied from Naina song (Dangal) दंगल
Yogesh Sharma
#NojotoMumbai4 कुछ सर फूटे कुछ जानें गयी, कुछ कत्ल हुए कुछ दंगे भी, कुछ गोली चली कुछ पत्थर भी, कुछ खून बहा कुछ कुछ पसीना, कुछ उजड़ी मांग कुछ टूटी चूड़ियां, कुछ जवान फिर बहलाये गए, कुछ बेकसूर सूली चढ़ाये गए, कुछ फटे सफेद कुर्ते, कुछ नंगा सड़कों पर नाच हुआ, कुछ हिली सियासत, कुछ की सत्ता गयी। कुछ की गई सत्ता, कुछ ने हथिया भी ली, था दंगल राजनीति का, हुकूमत पा ली गयी, जिनके फटे थे कपड़े वो फटे रहे नेता जी की बत्ती लाल हुई, जिनके जले थे घर वो राख हुए, नेता जी के ठठाम ठाठ हुए, वो फिर भूखे माँ बाप रहे, यहाँ सिकते गरम कबाब रहे, वो लाल खून की होली थी, नेता जी ने शमीप्यन खोली थी, अनगिनत घर बर्बाद हुई, यहाँ फले फूले आबाद हुए, वहाँ देख लाश माँ रोइ थी, नेता जी धर्मपत्नी मखमल पे सोई थी, जो फूटे थे सर दुरस्त हुए, नेता जी पीकर मस्त हुए, अब सब होते होते बहाल हुए, नेताजी को पांच साल हुए कुछ शांति फिर से आने लगी, जनता कदमों पे आने लगी, लो फिर फरमान निकला है, घोषित फिर चुनावी मेला है। कुछ सर फूटेंगे कुछ जाएंगी जानें, कुछ कत्ल होंगे कुछ दंगे भी, फिर हिलेगी कुर्सी सत्ता जाएगी, फ़िर बूढ़ी मां भूखी सो जाएगी, कुछ जलेंगे घर बर्बाद होंगे, पर नेताजी सिर्फ आबाद होंगें। #NojotoMumbai4 #NojotoQuote दंगल राजनीती के #NojotoMumbai4 #Entry #Submission
Hemant Samadhiya
अर्जी ================ काम कपट अरु क्रोध तें, हिय जरत विषय की आग। मैं आयो प्रभु शरण तिहारी, हरलो मोहजनित सब राग।। -हेमंत समाधिया✍ ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ मैं माँगूँ प्रभु आपसे, सद्गुरु शरण निवास। अब मोहे प्रभु कीजिये, गुरु चरणन को दास।। -हेमंत समाधिया✍ ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ ©Hemant Samadhiya हेमंत के पद
N.S. RATHOR
हर रास्ते कि कोई तो मंजिल होती हैं । राग द्वेष का महल ना सही साफ सुथरी कुटिया तो होती हैं । महलों कीं रौनक दूर से ही अच्छी लगती है मेहनत कीं बनाई कुटिया भीतर से सुकून देती है ।। कुटिया
Arora PR
विचारो के अस्तबल मे ख़्वाबों के अश्व अब विश्राम करेंगे लेकिन ये तों बताओ आखिर तुम विचारो क़ी जुगाली कब तक करते रहोगे और क़ब तक ख़्वाबों केअशवो को दाना खिलाते रहोगे भावनाओ के दंगल मे बस थोड़ा सा विवेक फिसल गया हैँ हो सकता हैँ तुम गिर जाओ लेकिन मुझे भरोसा हैँ तुम सम्भल भी जाओगे ©Arora PR विचारों के अस्तबल और भावनाओ का दंगल
Vinay Panda
हुजूर ! हमनें तो 72000 की घोषड़ा कर दी मगर पैसे आएंगे कहाँ से.. तू एकदम पप्पू है ! पहले जीतनें दे कौन यहाँ वादा पूरा करता है .. #चुनावी-दंगल ..