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Pooja Udeshi
भूत से क्यों डरते हो इंसान ज्यादा ख़तरनाक है ! ये हमारे दिमाग़ की उपज है और कुछ नहीं हमारे पास तो शरीर है आत्मा है ! इनके पास कुछ नहीं ये हवा का झोका है ! डर ही भूत को जन्म देता है ! इंसान से डरो वो ही भूत को मात देता है ! इंसान जैसा भूत कोई नहीं ! pooja udeshi✍️ भूत वूत कोई नहीं #horror
Pooja Udeshi
(सुने कैसे सब के मन की बात, हाँ सुना सकते हैं हम अपने मन की बात लिख कर और बोल कर तो पढ़ लो ध्यान से!!!!) "डर" ======== (भूत वूत कुछ नहीं होते और ना आत्मा का कोई अस्तित्व होता हैं, इंसान मर जाता हैं आत्मा जो हवा हैं वो उड़ कर बिखर जाती हैं पूरे वातावरण मे बिना किसी को नुक्सान दिये, आत्मा ना बोल सकती हैं, ना देख सकती हैं ना feel कर सकती हैं क्यों की उसके पास शरीर नहीं, मू नहीं जो बोले, कान नहीं जो सुने, आँख नहीं जो देखे, इंसान मृत्यु पछचात इस धरती के पंच तत्वों मे मिल जाता हैं, हवा मे आत्मा खो जाती हैं, शरीर जल कर राख हों उड़ जाता हैं हवा मे powder समान, तो क्या बचा,,, बताऊ क्या???? सिर्फ स्मृतियां रह जाती हैं और आपके अच्छे कर्म, सब की जुबा पर होगे, कितना अच्छा इंसान था, दयालु था, कृपालु था,यहीं सच हैं बाक़ी झूठ believe on me be practical यार!!!! ये सब कमाने के धंधे हैं horror movie, ओझा लोग तांत्रिक, इंसान डर कर भूत को जन्म देता हैं दिमाग का फितूर हैं और कुछ नहीं और जो हैं नहीं उस ना दिखने वाली आत्मा को चोला पहना, भूत बना देते हैं, इसी को सब सच समझ लेता हैं ये सब मिथ्या हैं दोस्तों!!कर्म पर विश्वास रखो कर्म करते जाओ अच्छे वाले, बाक़ी उस ईश्वर पर छोड दो जिसने सभी को बनाया हैं 🙏) ©POOJA UDESHI भूत वूत कुछ नहीं #Bhoot #Music
Madanmohan Thakur (मैत्रेय)
जीवन के कुछ मीठे-मीठे छंन्दों को। इक-इक कर मालाओं में पिङोया। फिर भी दुख के बादल दुश्सासन से आएँ। मैं कहता तो हूं,अपना धैर्य नहीं था खोया। पर तकती आँखें आज क्षितिज पर। निंद नहीं है आँखों में, कब से नहीं हूं सोया।। आखिर जीवन की तोल माप करूं कैसे। बतला तो दे,खुशियों का मोल करूं कैसे। हार के जीत मिले,ऐसी बाजी भी खेल सकुं। अपने मन की बातें,तू बोल करूं अब कैसे। अब तो उलझा जीवन अँक गणित पर। मन पीङा के तान डूबा,फिर भी नयन ना रोया।। काश तो माला में मैं बुन लेता मीठे-मीठे सपनें। और भला अच्छा होता,सब हो जाते अपने। पर रेगिस्तान से जीवन पर मैं लगा हूं तपने। मन बाबरा हो लगा खुशियों की माला जपने। मैं उलझा-उलझा सा हूं कर्म रचित पर। ये तो नयन है,यूं ही बहकर हमें भिगोंया।। काश पीङो पाता मैं जीवन के सात सुरों को। अपनें मन को समझा पाता,अच्छें और बुरो को। थक कर नहीं बैठता,मंजिल तक जा पाता। देख ही लेता विचरण करती साथ हुरों को। आज कहूं क्या,मौन हुआ देव लिखित पर। हाथों से फिसल गया,जो अब तक रखा संजोया।। ©Madanmohan Thakur (मैत्रेय) लाईफ इज मेनी कलर्स #colours Pallavi Srivastava Rohan davesar Mr. Raj Navodayan Shivam Singh Baghi
Sagar singad
अक्षय कुमार की मूवी सुपरहिट लगती है उसमें प्यार भरा सा है जिला के राज कलर्स टीवी ©Sagar singad #bajiraomastani #अक्षय #कुमार #की #मूवी #सुपरहिट #लगती #है #उसमें #प्यार भरा सा है जिला के राज कलर्स टीवी
SumitGaurav2005
yogesh atmaram ambawale
लिहायला काय मी लिहून जाईल, पण भीती वाटते,लिखाणावर आक्षेप घेऊन, लगेच घरावर महिलांचा मोर्चा येईल. लिखाण काही इतके खोचक नाही की काही समस्या येईल, तरीही त्यांच्या आवडीच्या मालिकांवर लिहीलं म्हणून हरकत घेतली जाईल. म्हणून मी थोडा घाबरतो आहे, स्त्रियांच्या आवडत्या मालिकांवर लिहायला थोडा विचार करतो आहे. पण खरंच खूप वैताग येतो,कामावरून घरी जावं तर ह्या मालिकांचा हैदोस असतो. कुठल्याही मालिकेत शिकावे असे क्वचितच असते, तरीही त्याच मालिकेचे पुढे काय होईल हे टेन्शन असते. पण एका गोष्टीच मात्र खूप हसू येत, जे पात्र आता आवडत आहे काही दिवसांनी तेच नावडत होत. संध्याकाळी 7 नंतर रांगच असते,पाठक बाई नाही जात तर शनया येते, शनया नाही जात तर बबड्या येतो,आणि बिचारा खूप शिव्या ऐकत राहतो. झी मराठी तर आहेच कलर्स ही मागे नाही, "आई कुठे काय करते" मध्ये काहीही दाखवले जाई. मराठी मालिका #collabratingwithyourquoteandmine #yqtaai #yqmarathi #मराठीलेखणी #माझेविचार #marathiserial #collab लिहायला काय मी लिहून जाईल,
Darshan Blon
फिर दिदी और बाबा सोने चले गए और माँ मुझे कम्बलसे ढक कर, मेरे माथेको चूमते हुए कहने लगी: "बेटा भूत-वूत कुछ नहीं होता,सब तेरे मन में हैं,डरना ही है तो इंसानोसे डरके रहो " पूरी कहानी Caption में पढ़ें.... वो रात काफी ज़्यादा ठंडा थाl वैसे भी १२ मास ही दर्जीलिंग में तो लगभग ठंड ही रहता है और वो तो साल का आखरी महिना "दिसम्बर" था, तो शरीर जकड़ती
Asha Giri
Status वाली दोस्ती... सारिका सुंदर रईस खानदान की लडकी थी। बचपन में तेज़ बुखार आने के कारण उसके दिमाग पर असर पड़ गया और जिसकी वजह से उसका बोलना और सुनना बंद हो गया