Find the Latest Status about दिसतोय फरक शिवशाही परत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दिसतोय फरक शिवशाही परत.
Meenakshi Sharma
शायरी फर्क गलती और गुनाह में फरख, बस इतना है, गलती सुधारी जा सकती है गुनाह नहीं। Meenakshi Sharma फरक
YATRI यात्री
🌹बेग्लै❣️ अन्त रङ्गका भावना पोख्दै छु 🌹 अहिले नि म अझौ सोच्दै छु🌹 इतिहास हो या ग्रन्थहरु घोक्दै छु🌹 आफ्नो हत्केलाको रेखी म आफै लेख्दै छु🌹 🌹यात्री0❣️✌️ #फरक
YATRI यात्री
🌹बेग्लै❣️ खुशी को माहोल मा हजार होलान🌹 दुख प्रदा तिमी सङ कोइ नरोलान🌹 म गैदिने छु तिमी सङ,ढुक्क सङ,दुख्ख सागर सम्म सक्छु म आँसु पुछी खुसी भर्न तिम्रो मन्मा टन्न्न🌹 🌹यात्री0❣️✌️ #फरक
Deep Sharma
मोहोब्बत हम दोनों को हैं फर्क इतना है कि मैं "उसे" ही चाहता हूं और वो "मुझे" भी चाहती हैं ©Deep Sharma #फरक
Ashwini Kanade
मला फरक नाही पडत लोक माझ्याबद्दल काय म्हणतात कारण जशी द्रुष्टि तशी स्रुष्टि,,,😏😎😏 ©Ashwini Kanade फरक
Vidushi Sarita Gupta
काश ये सब à¤à¥‚ठहोता, की किसी इन्सान के आने और जाने से हमें कोई फर्क नहीं । ©Vidushi Sarita Gupta #फरक
NEERAJ SIINGH
एक ठगी हुई स्त्री से पूछिए कैसा लगता हैं या एक सच्चे इन्सान से पूछिए की ठगा जाने के बाद कैसा लगता है ? उस स्त्री से पूछिए जिसे बचपन से स्त्री होने के कारण, सिर्फ ठगा गया, नीचा, या पीछा दिखाया गया , आगे नहीं बढ़ने दिया गया , उसे कमजोरी से पूछिए जिसने परिवार में व्यमनस्यता को जन्म दिया , उससे पूछिए जिसने भेदभाव उत्पन्न किया , उससे पूछिए जिसने घृणा और नफरत पैदा की , यह नकलीपन, या यह नकलीपने से भरा नाटकीय संसार, गिरती हुई मानवता से पूछिए की डर क्या होता हैं गिरते हुए संस्कारों से पूछिए की इंसानियत और भारतीयता क्या होती है ? बातें केवल बड़ी है पढ़ने लिखने में सुंदर पर परत दर परत अंदर जब उतरेंगे ना , सत्य इसका भी अच्छा नहीं लगेगा ... #neerajwrites परत दर परत
pooja d
इतकाच काय तो फरक तुझ्यात नि माझ्यात। मी शोधते तुला कणाकणात अन, तू परकं करतोस एका क्षणात ।। #प्रेम #फरक
Neophyte
ज़िन्दगी के पास भी तमाशे बहुत है एक पासा फेंकी है,अभी पासे बहुत है उठ और लड़ कर छीन ले ज़िन्दगी से अपना हक़ वरना सोयी हुई यहाँ पर लाशें बहुत है कितना हसीं है तू,ये लोग ही बताएंगे तुझे देखने वाले जमाने मे शीशे बहुत है लड़ो हर धुँआ से जैसे यही परत हो आखिरी ताज़ी हवा में बची हुई सांसे बहुत है माँ-बाप का साथ हो तो हिम्मत का क्या पूछना वरना दुनिया मे देने को दिलाशे बहुत है ©क्षत्रियंकेश परत!