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Vande Bharat
HintsOfHeart.
"रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूडामणिम्।"¹ ( सर्वव्यापक, देवताओं के गुरू, माया से मनुष्य रूप में दिखने वाले, हरि, करुणा की खान, रघुकुल में श्रेष्ठ तथा राजाओं के शिरोमणि राम कहलाने वाले जगदीश्वर की मैं वंदना करती हूँ।) Today is Ram Navami, the birthday of Lord Ram, an avatar of Lord Vishnu. श्रीरामनवमी के पावन पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनायें। 🙏🙏 ©HintsOfHeart. 1.तुलसीदास - रामचरितमानस ( सुन्दरकाण्ड : मंगलाचरण )
Vikas Dhaundiyal
तू संत है जो अभी तेरा ईमान नहीं हिला यहाँ शरीफ वही है जिसे अभी मौका नहीं मिला संत
Biikrmjet Sing
1. कोई आवै सन्तो हर का जन संतो मेरा प्रीतम जन सन्तो मोहे मार्ग दिखलावै।। 2. कोई आन मिलावै मेरा प्रीतम पिआरा हउ तीस पै आप वेचाई दरसन हर देखन कै ताई।। 3. गुरमुख ढूँढ ढूढेंदेआ हर सज्जन लद्धा राम राजे।। 4. भभा भाले से फल पावहि गुर प्रसादी जिन को भओ पइया।। 5. सहो देखे बिन प्रीत न उपजे।। अर्थ:- कोई ऐसे प्रभु के जन सन्त आवें जो सच्चे हर के जन संत हो मुझे परमेश्वर से मिलने की विधि यानी नाम कैसे ध्याना है! बता दें, मेरे प्रीतम के जन, संत जन मुझे मार्ग दिखावे।। 2. कोई प्रभु से जुड़ी हुई रूह मन मुझे मेरा प्रीतम प्यारा प्रभु मिला दे! जो ऐसा कर सके मै उसके ऊपर सभ कुछ यानी खुद को भी कुर्बान कर दूंगी!(ऐसा जीव इस्त्री मन विनती करता है प्रभु के आगे) परमात्मा निराकार के दर्शन देखने के लिए।।3. जब मै मन ने जगत में ऐसे गुरमुखो-सज्जनो-सन्तों को ढूंढा तो मुझे वह सज्जन मिल गए।। 4. भ अक्षर से उपदेश है कि जो परमात्मा के संत जनो को जगत में धुंढ़ता है उसे ही फल स्वरूप गुरमुख मिलते है और उन्हें ही वह मन का प्रसाद, गुर यानी विधि मिलती है और उन मनो में प्रभु मिलन के भाव उपजते हैं।।5. परमात्मा को इन नेत्रों से देखे बिना प्रीत नहीं उपजती।। ©Biikrmjet Sing #संत
Shital Goswami
तन भगवा धारण कियो, ऐसे ना संत होय, मूल्य चुकाना पड़ता है, मन सकल जग समान होय। ना कुछ मेरा ना कुछ तेरा, ह्रदय मोह-माया मुक्त होय, राम रटण ना जिह्वा से, तन-मन राम रंग होय। वो राम-राम बोलत रियो, ऐसे कैसे संत होय, राम खुद बोलत नाम भक्त का, वो तो जिव ही रामप्रिय होय। जो कहत जात खुद को संत, रे मनवा..... वो तो ढोंगी होय, आत्मन राम जिसे बसिया, वो ही सच्चा संत होय। -Yashkrupa ©Shital Goswami #संत
Satyam Wankhade
आपल्या देशात गांजा पिऊनही संत होता येत आणि इतकं मोठं होता येत की मृत्यूनंतर ही कोटींचा धंदा आणि पर्यटन क्षेत्र निर्माण होईल. संत