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Bipin Pandey

🚩🚩रामो विग्रहवान् धर्मस्साधुस्सत्यपराक्रमः। राजा सर्वस्य लोकस्य देवानां मघवानिव।।🚩🚩 #विचार

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Nisheeth pandey

"शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे। सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते"।। 🌹🙏 #जय_माता_दी #नवरात्रि #navaratri 🌹❤🙏 #Abstract #Drawing #जानकारी

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ashish gupta

किसी के हो प्रभुवार किसी के यार प्यार हो कोई कहता तुमको चोर कोई अवतार प्यारे हो किसी के गुरु पिता और किसी के धन वैभव हो तुम मेरे सर्वस्य शक #Quotes

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Richa Mishra

इस भोले भाले लडके को एक दिन दिव्य प्रकाश हुआ । राजाओं की नगरी में उसको कवि स्वर्ण सम्मान मिला । हर्षोल्लास साथ वो अब प्रेम की भी बाते करता

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एक भोला भाला लड़का था
मधुवन की सड़को पर चलता था ।
था सहमा सा , सरल स्वभाव सा 
एकाकी जीवन जीता था ।
दूरदृष्टि गामी सा था वो 
अध्यात्म का चिंतन करता था ।
बचपन की यादों को वो
स्वप्न संदूक में रखता था ।
स्व बसंतशील पूर्वगत यादें 
मित्रों संग साझा करता था ।
वो कवि , लेखक, संचालक था 
रामायण , गीता पढ़ता था ।
था पढ़ता था वो उपन्यास 
इतिहास की बात बताता था ।
ज्ञानी था वो योग पुरुष सा
संग कवि सम्मेलन करता था ।
उसके चेहरे के भाव दृश्य
कर्मवीर राज बताते थे ।

( पढ़े अनुशीर्षक में ) इस भोले भाले लडके को
एक दिन दिव्य प्रकाश हुआ ।
राजाओं की नगरी में उसको 
कवि स्वर्ण सम्मान मिला ।
हर्षोल्लास साथ वो अब 
प्रेम की भी बाते करता

Richa Mishra

इस भोले भाले लडके को एक दिन दिव्य प्रकाश हुआ । राजाओं की नगरी में उसको कवि स्वर्ण सम्मान मिला । हर्षोल्लास साथ वो अब प्रेम की भी बाते करता

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एक भोला भाला लड़का था
मधुवन की सड़को पर चलता था ।
था सहमा सा , सरल स्वभाव सा 
एकाकी जीवन जीता था ।
दूरदृष्टि गामी सा था वो 
अध्यात्म का चिंतन करता था ।
बचपन की यादों को वो
स्वप्न संदूक में रखता था ।
स्व बसंतशील पूर्वगत यादें 
मित्रों संग साझा करता था ।
वो कवि , लेखक, संचालक था 
रामायण , गीता पढ़ता था ।
था पढ़ता था वो उपन्यास 
इतिहास की बात बताता था ।
ज्ञानी था वो योग पुरुष सा
संग कवि सम्मेलन करता था ।
उसके चेहरे के भाव दृश्य
कर्मवीर राज बताते थे ।

( पढ़े अनुशीर्षक में ) इस भोले भाले लडके को
एक दिन दिव्य प्रकाश हुआ ।
राजाओं की नगरी में उसको 
कवि स्वर्ण सम्मान मिला ।
हर्षोल्लास साथ वो अब 
प्रेम की भी बाते करता

Nisheeth pandey

निशीथ की तरफ से स्वतंत्रता दिवस पर सभी देशवासियों को अनेकों अनेक शुभकामनाएं 💐 भारत कोई भूमि का टुकड़ा नहीं, स्वयं विराट स्वरूप राष्ट्रपुरुष #Thoughts #India2021 #Independence2021 #AzaadKalakaar

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निशीथ की तरफ से स्वतंत्रता दिवस पर सभी देशवासियों को अनेकों अनेक शुभकामनाएं 💐

भारत कोई भूमि का टुकड़ा नहीं,
स्वयं विराट स्वरूप राष्ट्रपुरुष है।
 मस्तक है हिमालय ,
   किरीट है कश्मीर ,
 दो विशाल कंधे हैं पंजाब और बंगाल ।
 
 दो विशाल जंघायें हैं पूर्वी और पश्चिमी घाट ,
  चरण इनके हैं  कन्याकुमारी ,
   इसके पग पखारता है महासागर ।।
   
सुगंधित चन्दन उगता यहां की मिट्टी है, 
यह अभिनन्दन की पवित्र भूमि है,
यह तर्पण की पवित्र भूमि है, 
यह अर्पण की पवित्र भूमि है,
यह ऋषियों की तपो पवित्र भूमि है ।।।

इसके कंकर-कंकर में बसे शिवशंकर है,
इसके बून्द बुंडू में रमा पवित्र गंगाजल है,
हमारा अस्तिव इनसे हैं ,
हमारा अभिमान इनसे है ,
हमारा सम्मान इनसे हैं ,
हमारा सर्वस्य ऊर्जा इनसे हैं ।।।।

हम जीते इनके लिये
मरेंगे तो इनके लिये....

भारत माता वास्ते सर्वस्य जीवन से दिप जलाते हैं,
दीप पात्र में " शुद्ध घी " नहीं
 समझने की भूल मत करना ,
यह दिप शहीदों का बलिदानों के रक्त से जलते हैं,
रूई की बाती में गद्दारी नहीं, 
गर कोई जो करे गद्दारी 
उसका राख बनाना हमारा धर्म है 
हमें गर्व है कि हम भी भारत के सपूत हैं।।


🤔#निशीथ🤔

©Nisheeth pandey निशीथ की तरफ से स्वतंत्रता दिवस पर सभी देशवासियों को अनेकों अनेक शुभकामनाएं 💐

भारत कोई भूमि का टुकड़ा नहीं,
स्वयं विराट स्वरूप राष्ट्रपुरुष

Vikas Sharma Shivaaya'

गुप्त नवरात्र:-2 फरवरी-10 फरवरी 2022 गुप्त नवरात्र में साधना को जितनी गोपनीयता के साथ किया जाता है साधक पर उतनी ज्यादा देवी की कृपा होता है #समाज

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गुप्त नवरात्र:-2 फरवरी-10 फरवरी 2022

गुप्त नवरात्र में साधना को जितनी गोपनीयता के साथ किया जाता है साधक पर उतनी ज्यादा देवी की कृपा होता है...,
शक्ति की साधना का महापर्व नवरात्रि वर्ष में चार बार आता है- प्रथम चैत्र मास में पहली वासंतिक नवरात्रि, आषाढ़ मास में दूसरी नवरात्रि, आश्विन मास में तीसरी और माघ मास में चौथे नवरात्र आते हैं...,
इन्हें गुप्त नवरात्र इसलिए कहा जाता है क्योंकि इनमें मां की आराधना गुप्त रूप से की जाती है-इसमें मां का ध्यान लगाने से विशेष फल मिलता है,तंत्र साधना में विश्वास रखने वाले लोग इस दौरान तंत्र साधना करते हैं...,
                     🔱मंत्र🧘
1-धन प्राप्ति के लिए मंत्र : ॐ दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः । स्वस्थैः स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि ।।

2- संतान प्राप्ति के लिए मंत्र : ॐ सर्वाबाधा वि निर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः । मनुष्यो मत्प्रसादेन भवष्यति न संशय ॥
3- दुःख-कष्टों के नाश के लिए मंत्र : ॐ शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे । सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते ।।
4- स्वस्थ शरीर मंत्र : ॐ ऐश्वर्य यत्प्रसादेन सौभाग्य-आरोग्य सम्पदः । शत्रु हानि परो मोक्षः स्तुयते सान किं जनै ।।
5- मोक्ष प्राप्ति के लिए मंत्र : ॐ सर्वस्य बुद्धिरुपेण जनस्य हृदि संस्थिते । स्वर्गापवर्गदे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते ।।
विष्णु सहस्रनाम (एक हजार नाम) आज 526 से 537 नाम
526 आनन्दः आनंदस्वरूप
527 नन्दनः आनंदित करने वाले हैं
528 नन्दः सब प्रकार की सिद्धियों से संपन्न
529 सत्यधर्मा जिनके धर्म ज्ञानादि गुण सत्य हैं
530 त्रिविक्रमः जिनके तीन विक्रम (डग) तीनों लोकों में क्रान्त (व्याप्त) हो गए
531 महर्षिः कपिलाचार्यः जो ऋषि रूप से उत्पन्न हुए कपिल हैं
532 कृतज्ञः कृत (जगत) और ज्ञ (आत्मा) हैं
533 मेदिनीपतिः मेदिनी (पृथ्वी) के पति
534 त्रिपदः जिनके तीन पद हैं
535 त्रिदशाध्यक्षः जागृत , स्वप्न और सुषुप्ति इन तीन अवस्थाओं के अध्यक्ष
536 महाशृंगः मत्स्य अवतार
537 कृतान्तकृत् कृत (जगत) का अंत करने वाले हैं
🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

©Vikas Sharma Shivaaya' गुप्त नवरात्र:-2 फरवरी-10 फरवरी 2022

गुप्त नवरात्र में साधना को जितनी गोपनीयता के साथ किया जाता है साधक पर उतनी ज्यादा देवी की कृपा होता है

Vandana

जिस के शोर से घर चहक उठता था आज वह कहीं उदास सी बैठी है,,, जिसके कदम एक जहां नहीं टिकते थे वह आज चुपचाप सी गुमसुम बैठी है,,,, थी वह खुद #yqbaba #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #picquote #aestheticthoughts #yqaestheticthoughts #ATgirlbg746

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वो टूटती जा रही है और बिखरती जा रही 
है जो कभी संवरती थी जी भर के,, जिस के शोर से घर चहक उठता था आज वह कहीं उदास सी बैठी है,,,

जिसके कदम एक जहां नहीं टिकते थे वह आज चुपचाप सी गुमसुम बैठी है,,,,  

थी वह खुद

आशुतोष यादव

अब तो झेलना पड़ेगा बेरोजगारी की आततायी मार जब जोरो-शोर से सरकारी संस्थाओं का किया जा रहा है निजीकरण अपनाकर व्यभिचार सरकार को तनिक भी नही है #spark

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शीर्षक

"बेरोजगारी की आग"


(पूरी रचना कैप्शन में पढ़े) अब तो झेलना पड़ेगा बेरोजगारी की आततायी मार
जब जोरो-शोर से सरकारी संस्थाओं का किया 
जा रहा है निजीकरण अपनाकर व्यभिचार
सरकार को तनिक भी नही है

Vandana

मैं स्त्री हूँ मैं गर्व से कहती हूँ मुझे अपने होने में गर्व है,,,, मैं चंचल शोख हंसी माधुर्य प्रेम दया से परिपूर्ण हूँ,,,, मैं सौंदर्य,मैं #happywomensDay #proudofmyself

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प्रकृति ने मुझे स्त्री बनाया⚘
इसके लिए मैं प्रकृति का धन्यवाद करती हूं🙏 मैं स्त्री हूँ मैं गर्व से कहती हूँ मुझे अपने होने में गर्व है,,,,
मैं चंचल शोख हंसी माधुर्य प्रेम दया से परिपूर्ण हूँ,,,,

मैं सौंदर्य,मैं
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