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beyond infinity खुद से खुद तक का सफर
आज़मालो कितना आज़माओगी मुझे, राख तो कर चुकी हो , और कितना जलाओगी मुझे , जब थक जाओगी दुनिया की भीड़ में , तलाशने आओगी मुझे , कुछ और नही बस प्रेम हूँ मैं , मेरी राधे , तुम प्रेम से ही पाओगी मुझे ।। मैं प्रेम हूँ ।।
Sanjeet Kumar
ना मैं घना हूँ,, ना मैं बड़ा हूँ.... ना मैं विस्तृत,,, ना आकृत हूँ... हूँ मैं अल्प दृष्टा.... ! किन्तु संसार जीत सकता हूँ... ""मैं प्रेम हूँ """ इश्वर को भी रिझा सकता हूँ...! """"मैं प्रेम हूँ """" ना मैं घना हूँ,, ना मैं बड़ा हूँ.... ना मैं विस्तृत,,, ना आकृत हूँ... हूँ मैं अल्प दृष्टा.... ! किन्तु संसार जीत सकता हूँ... ""मैं प्रेम
नितिन कुमार 'हरित'
तुम स्वरूप हो, रूप हूँ मैं, आँगन में लगे नीम से छनकर, आती हुई धूप हूँ मैं । दीप हूँ, प्रदीप्त हूँ, कुशल हूँ, क्षेम हूँ मैं , अरे बावरे, अरे अनभिज्ञ, प्रेम हूँ मैं । © Nitin Kr Harit प्रेम हूँ मैं #nkharit #Nojoto #NojotoHindi
shweta singh
मैं इधर प्रेम लिखती हूँ, तुम उधर उम्मीद लिखना... 🥰 धड़का ये दिल था कैसे, कैसे उड़ी नींद लिखना आँखों को बांध देने से, ख़्वाब कब कहां बंधे हैं प्रेम में होती रही है, कैसे हार में जीत लिखना....✍🏻✍🏻 ©shweta singh मैं इधर प्रेम लिखती हूँ,😍 #Music
Sam Khan
सच्चा प्रेम ईश्वर की तरह है!चर्चा उसकी सब करते हैं, पर देखा किसी ने नही। मैं तुम्हें सच्चा प्रेम करता हूँ T
Abhay Katiyar
तेरे हर ख्वाब की मुकम्मल याद हूँ मैं... तेरी हर अनकही अनसुलझी बात हूँ मैं... तेरी हर पूर्णिमा की चांदनी रात हूँ मैं... तेरे हर अश्क़ औ लफ्ज़ के जज़्बात हूँ मैं... तेरी हर धड़कनों में छिपे राज हूँ मैं... तेरे मचलते लबों की हर मुस्कान हूँ मैं... तेरे अधरों की अधूरी प्यास हूँ मैं... तेरे तपते जिस्म की ठहरी आग हूँ मैं... तेरे इश्क़ का लिबास हूँ तेरे बिखरे हर ख्वाब हूँ तेरे चक्षुओं की आश हूँ तेरे जीवन की स्वांस हूँ हूँ क्या मैं ये तेरा संदेह है तो सुनो मेरी प्राण प्रिये..? तेरे पंच तत्व जिस्म में विलीन पूर्ण प्राण हूँ मैं. तेरे ठहरे अश्रुओं के स्वछन्द स्वनिर्माण हूँ मैं. तेरे तप, त्याग, प्रेम का परिमार्जित परिमाण हूँ मैं.. तेरे स्वर छन्दों का अंतिम अनुस्वार हूँ मैं..। हूँ तो अंतिम लेकिन तेरे जिस्म में बसती रूह का परिमाण हूँ मैं...। हूँ क्या मैं...? #स्वरचित #प्रेम #कविता #newplace