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शून्य(ब्राह्मण)

राधा तुमको हरदम पूछें
क्यों छोड़ गए मुझको मोहन.....
हर शाम रात ये सुबहें भी
कहतीं आ जाओ मोहन।

ना होश मुझे मेरा कान्हा
ना कोई खबर मोहे तन की
पूछूं किस से अब राह तेरी
अब ना तरसाओ मोहन।

मैं दासी तुम मेरे स्वामी
तुम हो मोहन अंतर्यामी
सुन लो मेरी विनती भगवन
ज़रा झलक दिखाओ मोहन।

©शून्य राधा की तड़प

#RadhaKrishna #प्रेम  #त्याग  #समर्पण  
#कविता  #Nojoto #my  #story

Parasram Arora

अर्पण और समर्पण #कविता

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हे मेरे अराध्य
कोटिश प्रणाम  तुझे.
आज मै आया हूँ  प्रांगढ़ मे तेरे
निवेध्य चढ़ाना  है लेकिन हाथ मेरे  रीते है
मै जानता हूँ तेरी कृपा है मुझपरऔर तू है अपरम्पार.
मेरे दुख सुख की गाथा तू सुन चुका संकड़ो बार
भय के स्वप्न धुरंधर  है और आनद के कल्प है हज़ार 
लेकिन फिर भी कम्पति है छाया मेरी विलगती नहीं  तन से
सोचा था दो फूल चढ़ाऊंगा तेरे  चरणों मे लेकिन  हाथ मेरे रीते  है 
पर वे फूल मै लाऊ कहा से.... क्योंकि अभी वे खिले ही नहीं... उनकी कलिया शैशव रूप मे है
इसलिए मै  इन्हे  समर्पित करता हूँ वही से
जिस डाली पऱ वे खडे है  जो है अक्षत  अनछुए अस्पष्ट से......
क्या मेरे इस  अर्पण और समर्पण क़ो स्वीकार कर पाओगे हे मेरे तथागत?

©Parasram Arora अर्पण  और समर्पण

Anupama Jha

समाहित कहूँ या समर्पण
अब तो हम एक दूजे के दर्पण #समर्पण#समाहित#दर्पण
#yqdidi

अनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "

"दर्पण और समर्पण" दोनों एक दुसरे के अभिप्राय हैं
एक आपकी हूबहू शक्लें दिखाती है और एक क्षमता

©अनुषी का पिटारा.. #दर्पण 
#समर्पण 
#क्षमता 
#अनुषी_का_पिटारा

डॉ वीणा कपूर "वेणु"...

गीत अधूरा समर्पण दर्पण #OneSeason #कविता

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अधूरे गीत
अभी गीत मेरे अधूरे पड़े हैं
क्योंकि समर्पण अधूरा तुम्हारा
अभी देखा रूप, कहां देखी भावना
मन का ये दर्पण अधूरा तुम्हारा।।

©Veena Kapoor गीत 
अधूरा
समर्पण
दर्पण

#OneSeason

Madhu Prakash

समर्पण 
मेरे आंचल की खुशियां तो,
तुम्हारी ही अमानत है।
मैं निरा एक पत्थर था
तूने हीरे की संज्ञा दी।
खनन में वर्षों है बीते
था मै माटी का ढेला,
लगा जो हाथ मै तेरे
तभी ये रूप है पाया।
पारखी तेरी नज़रों ने
मुझे इस ताज में डाला।
मेरे आंचल की खुशियां तो,
तुम्हारी ही अमानत है।। समर्पण



#मधुप्रकश #कवि #कविता #स्वरचित #स्वकृति
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