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Neer
इजहारे मुहब्बत भी अजीब है, जैसे खुद अपने ही क़त्ल की सुपारी देना।#नीर ©Neer #इजहारे मुहब्बत भी अजीब है, जैसे खुद अपने ही क़त्ल की सुपारी देना।#नीर
kriti
अक्सर पान खाते समय अगर आपके मुँह में सुपारी आजाती हैं, तो आप पान को थूकने की बजाय सिर्फ सुपारी को थूक देंते हैं, वैसे ही रिश्तों के पान में भी गुस्से या नफरत की सुपारी आजाए तो उस पान की तरह ही रिश्तों को तोडने की बजाय गुस्से या नफरत की सुपारी को सब कुछ भुलाकर थूक देना चाहिए। - kriti नफरत की सुपारी विश्व दिल दिवस की हार्दिक बधाई♥️ #दिल♥️#प्यार#रिश्तें #अपने#साथ#उल्लेखउध्दरण #कविताप्रेमी
Vishal Vishwakarma
❤ सोच रहा हूँ... तुम्हारी यादों की सुपारी दे दूँ। बहुत तंग करती हैं, मुझे आजकल। ©किस्से_दिल_की_किताब_के ❤ सोच रहा हूँ... तुम्हारी यादों की सुपारी दे दूँ। बहुत तंग करती हैं, मुझे आजकल। ❤ #nojoto #nojotohindi
Rakesh Kumar Dogra
मैं असाधारण हूं साधारण का उल्टा बिल्कुल नहीं हूं। मुझे झूठ सुनने की आदत हो गई है, पर मैं झूठा बिल्कुल नहीं हूं।। ©Rakesh Kumar Dogra रिश्तों की तालीम करे कोई, क्यूं बदहवास मरासिम चुना करे कोई। उसके नाम की सुपारी खुल्ली घूम रही है मेरे दरवाज़े आकर वो सच टटोलने लगा हरकोई।
Pratik Schorge
कुछ पाकिस्तानी नारे लगा रहे थे.. कच्छी सुपारी मीठा पान काश्मीर बनेगा PAKISTAN तो हमने भी कह दिया.. सफेद हैं चुना मीठा हैं पान ठोकेंगे इतना की पहुच जाओगे कब्रिस्तान!! © #NojotoQuote कुछ पाकिस्तानी नारे लगा रहे थे.. कच्छी सुपारी मीठा पान काश्मीर बनेगा PAKISTAN तो हमने भी कह दिया.. सफेद हैं चुना मीठा हैं पान ठोकेंगे इतना क
joshi joshi diljala
हम हिंदुस्तानी हैं जनाब पान में सुपारी गुलकंद देते हैं। इज्जत से आओगे पेस तो दिल क्या जान भी देते ,,,हैं। कश्मीर का नाम जुबान पर मत लाना गलती से ..भी। वरना जिस्म के साथ-साथ हम चमड़ीभी उधेड़ लेता है। ©joshi joshi diljala हम हिंदुस्तानी हैं जनाब पान में सुपारी गुलकंद देते हैं। इज्जत से आओगे पेस तो दिल क्या जान भी देते ,,,हैं। कश्मीर का नाम जुबान पर मत लाना गल
Shivank Shyamal
तुम्हारे होंठो का मोहब्बत में पान का बीड़ा लगना। उसपर कत्थई लाली का गुलकंद जैसा महकना।। लौंग, सुपारी थोड़ा चूना जो ज़ुबां पर फ़िर रखलो। मैं बनारसी पान सा फ़िर शुरू करता हूं बेहकना।। Shivank Srivastava 'Shyamal' तुम्हारे होंठो का मोहब्बत में पान का बीड़ा लगना। उसपर कत्थई लाली का गुलकंद जैसा महकना।। लौंग, सुपारी थोड़ा चूना जो ज़ुबां पर फ़िर रखलो। मैं
Vinod Umratkar
"कोरोनाची दारू" स्मशानाची दारे। उघडली आज। वाटली न लाज। कुणालाच।। अत्यावश्यक ती। झाली म्हणे आता। कोरोनाचा चिंता। कुणा नसे। संचारबंदीत या। झाली हो गर्दी। पूर्ण किंवा अर्धी। घेण्यासाठी।। दारू झाली सुरु। बाकी सारं बंद । कसला सबंध । दूर दूर ।। संचारबंदीत पण दारू विक्री ला सुरवात त्यावर आधारित ही काव्य "कोरोनाची दारू" स्मशानाची दारे। उघडली आज। वाटली न लाज।
yogesh atmaram ambawale
काही अंतरावर होती त्याची खोली, तरी आमच्या इथे ऐकू येत होती त्याची ललकारी. खूप दिवसांनी दारूची दुकाने झाली खुली, पिताच अर्धी बोटल, अंगात त्याच्या अचाट पावर आली. सरळ सरळ त्याने कोरोनालाच धमकी दिली, म्हणे हिम्मत असेल तर पकडून दाखव मला, हा बघ,उभा आहे मी दारी. दारूविक्री सुरू #दारउघडले #दारू_की_बाटली #हिम्मत_की_बातें #yqtaai #बेवडा #wineshop #कोरोनालाधमकी काही अंतरावर होती त्याची खोली, तरी आमच्या