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Aghori amli

प्रेम के बसंत की महक तो ताजा थी पर तुम्हारे जाने की बात ने उसको पतझड़ में बदल दिया कहना सुनना शायद अलग विषय था आंखो के सूखे अश्क रूह में लिपट गए अगर वो बहते भी तो क्या कहते दिल और दिमाग के बीच मे तुम्हने दिमाग का चुनाव किया चुनाव शब्द ही राजनीतिक होता है #Love #Relationship #BreakUp #Hindi #Rose #pyaar #ishq #Dard #कविता #hindinama #amliphilosphy

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प्रेम के बसंत की महक तो ताजा थी
पर तुम्हारे जाने की बात ने 
उसको पतझड़ में बदल दिया
कहना सुनना शायद अलग विषय था
आंखो के सूखे अश्क रूह में लिपट गए
अगर वो बहते भी तो क्या कहते
दिल और दिमाग के बीच मे
तुम्हने दिमाग का चुनाव किया 
चुनाव शब्द ही राजनीतिक होता है
इतना ही काफी है
 -अघोरी अमली सिंह
#amliphilosphy

©Aghori amli प्रेम के बसंत की महक तो ताजा थी
पर तुम्हारे जाने की बात ने उसको पतझड़ में बदल दिया
कहना सुनना शायद अलग विषय था
आंखो के सूखे अश्क रूह में लिपट गए
अगर वो बहते भी तो क्या कहते
दिल और दिमाग के बीच मे
तुम्हने दिमाग का चुनाव किया
चुनाव शब्द ही राजनीतिक होता है

Aghori amli

अंधेरी रात में चंद्रमा का निकलना #Hindi #hindipoems #hindipoetry #hindi_poetry, #kavita #Night #Raat #Motivation #Life #amliphilosphy

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अंधेरी रात में चंद्रमा का निकलना
जीवन जीने का आत्मविश्वास बढ़ता है
पेड़ों से आंख मिचौली खेलती चंद्र किरणें
सफर के उतार-चढ़ाव से रूबरू कराती है
पहर दर पहर चंद्रमा का शीतल अह्सास
मस्तिष्क की समस्याओं को हल करता रहता है
कोरे जीवन में कलाकार कलम से रंग भरता रहता है
चंद्रमा अंधेरे को चीर आने वाले
 सवेरे का संकेत देता रहता है
तारों में उलझी बदन मे लिपटी
इश्क की तरंगे आजाद हो जाती है
नई सुबह सपने पूरे करने को
प्रोत्साहित कर जाती है
अंधेरी रात में चंद्रमा का निकलना
जीवन जीने का आत्मविश्वास बढ़ता है

-अघोरी अमली

#amliphilosphy, #hindi #motivation
©aghoriamli

©Aghori amli अंधेरी रात में चंद्रमा का निकलना

#hindi #hindipoems #hindipoetry #Nojoto #hindi_poetry, #kavita #Night #Raat #Motivation #Life

Aghori amli

शीर्षक - कवि की कविता हो जाना 

अगर तुम किसी कवि
से प्रेम करो
वो लिख देगा
अंगिनत कविताए
उतार देगा सारे जजबत
साहित्य के सागर में
अमर कर देगा
तुम्हारी प्रेम कहानी
सदियों तक सुनाए जाएंगे
तुम्हारे किस्से
महफिलों मे सुने
जाएंगे तुम्हारे नग्मे
सबकुछ मिलेगा उसके
जीवन के मायाजाल में
जब तुम हो जाओगी
उसके जीवन जीने की धारा
कलम किताब और शायरी
पर उतर जाएगा नाम तुम्हारा

-अघोरी अमली

#विश्वकवितादिवस
#amliphilosphy
#worldpoetryday

©Aghori amli #WorldPoetryDay
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#kavi
#kavita
#ishq
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#कविता

Aghori amli

रूह की रूह से मिलन की तड़पन ना हो तो इश्क मुकमल कैसे हो #amliphilosphy #ishq #pyaar #mohabbat #Love #Hindi #kavita #शायरी #shimla

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रूह की रूह से मिलन की 
     तड़पन ना हो तो
इश्क मुकमल कैसे हो

#amliphilosphy

©Aghori amli रूह की रूह से मिलन की 
     तड़पन ना हो तो
इश्क मुकमल कैसे हो

#amliphilosphy
#ishq 
#pyaar 
#mohabbat

Aghori amli

बचपन की मुस्कान है हिन्दी #Hindi #hindi_poetry #हिन्दी #हिन्दीकविता #amliphilosphy

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Aghori amli

शीर्षक - द्वन्द्व हे मनुष्य तुम जिन विषयों पर अपनों से लड़ने को आतुर हो, यह धन सम्पत्ति सब राख हैं, दिल तो भरा है मैल से और प्रभु के नाम की माला का जाप करते हो, कर्म को भूल धन, सत्ता अंहकार के लोभ में फंसे पड़े हो, क्या होगा तेरा बंदे यह सिर्फ तेरे कर्म निर्धारित करते हैं, बाकि सब भ्रम है, दूसरों को नाश करने की होड़ में खुद का विनाश करने में लगे हो, प्रकृति से छेड़छाड़ कर सर्वनाश की ओर बढ़ रहे हो अच्छा है बढ़ते रहो बढ़ते रहो फिर माफीनामा लेकर दर दर भटकते हुए प्रभु के पास जाओगे वहाँ भी कुछ नहीं ह #Hindi #spilledink #spokenword #hindiwriter #amliphilosphy #Himachal #spillforus

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शीर्षक - द्वन्द्व
हे मनुष्य तुम जिन विषयों पर अपनों से लड़ने को आतुर हो, यह धन सम्पत्ति सब राख हैं, दिल तो भरा है मैल से और प्रभु के नाम की माला का जाप करते हो, कर्म को भूल धन, सत्ता अंहकार के लोभ में फंसे पड़े हो, क्या होगा तेरा बंदे यह सिर्फ तेरे कर्म निर्धारित करते हैं, बाकि सब भ्रम है, दूसरों को नाश करने की होड़ में खुद का विनाश करने में लगे हो, प्रकृति से छेड़छाड़ कर सर्वनाश की ओर बढ़ रहे हो अच्छा है बढ़ते रहो बढ़ते रहो फिर माफीनामा लेकर दर दर भटकते हुए प्रभु के पास जाओगे वहाँ भी कुछ नहीं ह

Aghori amli

जाओ एक चक्कर श्मशान का मार आओं देख लो वहाँ विरासत लिखी पड़ी है #amliphilosphy

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 जाओ एक चक्कर श्मशान का मार आओं देख लो वहाँ विरासत लिखी पड़ी है #amliphilosphy

Aghori amli

भीड़भाड़ में फंसे इस मस्तिष्क का इलाज एक चुस्की की चाय की, शीत लहर को काबू करती एक चुस्की चाय की, नुक्कड़ पर हमदर्द हमारी एक चुस्की चाय की, मेल मिलन की व्यवहारी है एक चुस्की चाय की यारों की यारी है सुट्टे के संग एक चुस्की चाय की राजनीती के गलियारों में चर्चित एक चुस्की चाय की खुद ब खुद दबंग है एक चुस्की चाय की आओ पीने चलते हैं एक चुस्की चाय की #Tea, #amliphilosphy #Poetry

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भीड़भाड़ में फंसे इस मस्तिष्क का इलाज एक चुस्की की चाय की, शीत लहर को काबू करती एक चुस्की चाय की, नुक्कड़ पर हमदर्द हमारी एक चुस्की चाय की, 
मेल मिलन की व्यवहारी है एक चुस्की चाय की 
यारों की यारी है सुट्टे के संग एक चुस्की चाय की
राजनीती के गलियारों में चर्चित एक चुस्की चाय की
खुद ब खुद दबंग है एक चुस्की चाय की
आओ पीने चलते हैं एक चुस्की चाय की
#tea, #amliphilosphy

Aghori amli

#Love, #romance, #amliphilosphy शीर्षक - मोहब्बत का शीतकालीन सत्र भाग 1 💕💕✍️💕💕 आज मेरा मन मस्तिष्क अशांत था ऊपर से यह सर्द हवाओं का छू कर निकल जाना, एक सुखमय प्रहार था परंतु कांपते हुए इन हाथों में जैसे ही तुम्हारा हाथ आया सब कुछ धीरे धीरे शांत सा हो गया, मस्तिष्क की अंतिम से अंतिम कोशिकाओं तक रक्तचाप सही कर रहा है तुम जो यह धीरे धीरे अपने उंगलियों से मेरे जिस्म रुपी तारों को धीरे धीरे छू रही हो, यह फिजाओं में संगीतमय धुनों का आगाज हो रहा है यह मेरी रूह तुम्हारी रूह में ही कैद रहने का विचा #Books #hindiwriter

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 #love, #romance, #amliphilosphy 
शीर्षक - मोहब्बत का शीतकालीन सत्र भाग 1 💕💕✍️💕💕  
आज मेरा मन मस्तिष्क अशांत था
ऊपर से यह सर्द हवाओं का छू कर निकल जाना, 
एक सुखमय प्रहार था 
परंतु कांपते हुए इन हाथों में जैसे ही तुम्हारा हाथ आया सब कुछ धीरे धीरे शांत सा हो गया,
मस्तिष्क की अंतिम से अंतिम कोशिकाओं तक रक्तचाप सही कर रहा है 
तुम जो यह धीरे धीरे अपने उंगलियों से मेरे जिस्म रुपी तारों को धीरे धीरे छू रही हो, यह फिजाओं में संगीतमय धुनों का आगाज हो रहा है यह मेरी रूह तुम्हारी रूह में ही कैद रहने का विचा


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