Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best परमाणु Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best परमाणु Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about नागासाकी में परमाणु बम, 1 मोल नाइट्रोजन परमाणु का द्रव्यमान, परमाणु kya hai, नील्स बोर का परमाणु सिद्धांत, परमाणु का मतलब,

  • 9 Followers
  • 35 Stories
    PopularLatestVideo

Divyanshu Pathak

#YourQuoteAndMine Collaborating with Aaradhya Mishraजी परमाणु पर आके टिक जाती है ये जिंदगी उससे ज्यादा कुछ है नहीं । 😊😊🌹🌺☕☕☕ #पाठक #पंछी #परमाणु #हरे कृष्ण #शुभ

read more
मुझे लगता है कि हम चक्कर लगा रहे हैं इलेक्ट्रॉन की तरह !
सारे संकल्प नाभिक में जा बैठे हैं प्रोटॉन की तरह !!
लगता अब हर तरफ़  बस आवेश ही आवेश है !
अगर कुछ बाकी है तो वो निरावेश है न्यूट्रॉन की तरह !!  #YourQuoteAndMine
Collaborating with Aaradhya Mishraजी 
परमाणु पर आके टिक जाती है ये जिंदगी उससे ज्यादा कुछ है नहीं ।
😊😊🌹🌺☕☕☕
#पाठक
#पंछी 
#परमाणु 
#हरे कृष्ण

drsharmaofficial

हार की खीझ में एक बर्बाद होता एक देश परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर बैठा तो? #परमाणु #युद्ध #भारत #पाकिस्तान #प्रवासी #yqbaba #yqdidi #yqhindi

read more
परमाणु युद्ध

सोंचकर देखें परमाणु युद्ध का वो मंज़र कैसा होगा
मौजूद धरा पर क्षण भर में ही सब कुछ नष्ट होगा
मानों धरा पर उतर आया हो सूरज
ऐसी ही गर्मी होगी कि हड्डिया पिघल जाएगी
उठेगा धुँआ का एक काला ग़ुबार
निगल लेगा वो सब कुछ अपने भीतर
चारों ओर रेडिएशन फैली होगी
जन्मजात बीमारियाँ वो दे देगी
न सह पाएगी धरा उस बढ़ती गर्मी को
बदलती भूमि आखिर बंजर बन जाएगी
विस्फोटों के लावे से चारों ओर घिर जाएगी
उस दिन मानवता तार तार हो जाएगी हार की खीझ में एक बर्बाद होता एक देश परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर बैठा तो? #परमाणु #युद्ध #भारत #पाकिस्तान #प्रवासी  #yqbaba #yqdidi #yqhindi

Anamika Nautiyal

मौन मात्र मौन नहीं है 
उसमें छिपे हैं असंख्य शब्द 
किसी गर्त में जाने से स्वयं को रोकते हुए 
अपने अस्तित्व को ढूँढते हुए ।
ब्रह्मांड के किसी सूक्ष्म कण पर ,
कदाचित उनका स्थान निर्धारित किया गया है।
किसी विध्वंसक विस्फोटक की भाँति 
धीमे-धीमे मौन और क्रोध
की आँच पर पकते हैं 
अणु या परमाणु के रूप में कुछ शब्द। नाभिकीय संलयन...



#अनाम_ख़्याल 
#मौन 
#अणु 
#परमाणु

Ek villain

#परमाणु युद्ध की बढ़ती आशंका #MusicLove #Society

read more
रूस और यूक्रेन के बीच बड़े स्तर पर नाभि के युद्ध छेड़ने की आशंका से आज अधिकांश लोग इंकार कर रहे हैं पर सीमित स्तर पर परमाणु युद्ध संभव है ऐसा मानने वाले भी कम लोग नहीं है असल में नाभि के हथियारों का बढ़ना अक्सर असुरक्षित हथियारों में राय हमें यह भी भूलना चाहिए कि वर्ष 1994 तक यूक्रेन ने नाभि के हत्यारों का जाकिर किया था दरअसल वह कुछ वर्ष पूर्व तक सोवियत संघ का हिस्सा था यदि कीजिए कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर हमले के लिए जो बहाने किए हैं उनमें से एक बहाना यह भी है कि यूक्रेन नाभिकीय ताकत हासिल करने जा रहा है उन्होंने यूक्रेन की सीमाओं पर सैन्य बलों की चुनौती के समय इसके बारे में एक काल्पनिक कहानी का हवाला दिया और अपनी परमाणु क्षमता और उन से निर्मित विशाल को एक बार फिर से साबित करने की कोशिश कर रहा है जिससे अपने सोवियत संघ की स्थापना पर पश्चिमी प्रयासों के दौरान सदी के आखिरी दशक में त्याग दिया था पुतिन ने प्राचीन करने का प्रयास किया और यदि यूक्रेन सामूहिक विनाश के हथियार हासिल कर लेगा तो दुनिया में यूरोप की स्थिति काफी बदल जाएगी खासकर उस पर बहुत फर्क पड़ेगा यूक्रेन के पश्चिम संरक्षक देश इन हथियारों को हासिल करने के लिए उसके लिए बड़ा खतरा पैदा करने के मुद्दों के बाद सकते हैं और उसके बीच में विदेशी मंत्र के संग लोई लवर रोक ने कहा है कि यूक्रेन के पास अभी भी सोवियत संघ न्यू कल टेक्नोलॉजी है

©Ek villain #परमाणु युद्ध की बढ़ती आशंका

#MusicLove

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8 ।।श्री हरिः।। 11 – पुनर्जन्म डा० ह्युम वॉन एरिच जीवाणु-वैज्ञानिक हैं मुख्य रूप से। वैसे आज विज्ञान की अनेक शाखाएँ परस्पर उलझ गयी हैं। रसायन-विज्ञान और परमाणु-विज्ञान के बिना आज जीवाणु-विज्ञान में प्रगति नहीं की जा सकती। स्वभावत: डा० एरिच ने इन विज्ञान की शाखाओं में भी अच्छा अध्ययन किया है। उनका प्रयोग चल रहा है और उन्हें लगता है कि मनुष्य में आनुवंशिकता अंकित करने वाली जो प्रकृति की लिपि है, उसमें परिवर्तन करने की कुंजी सैद्धान्तिक रूप में उनके हाथ आ गयी

read more
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8

।।श्री हरिः।।
11 – पुनर्जन्म

डा० ह्युम वॉन एरिच जीवाणु-वैज्ञानिक हैं मुख्य रूप से। वैसे आज विज्ञान की अनेक शाखाएँ परस्पर उलझ गयी हैं। रसायन-विज्ञान और परमाणु-विज्ञान के बिना आज जीवाणु-विज्ञान में प्रगति नहीं की जा सकती। स्वभावत: डा० एरिच ने इन विज्ञान की शाखाओं में भी अच्छा अध्ययन किया है। उनका प्रयोग चल रहा है और उन्हें लगता है कि मनुष्य में आनुवंशिकता अंकित करने वाली जो प्रकृति की लिपि है, उसमें परिवर्तन करने की कुंजी सैद्धान्तिक रूप में उनके हाथ आ गयी

keerti ameta

अपने ही मन से कुछ बोले", आज राष्ट्र की क्षति को तौलें, "गगन में लहरता जो भगवा हमारा", वो भी आज थोड़ा उदासी भरा है, "दूध में दरार पड़ गई" हो चाहे, पर हर शख़्स आज नतमस्तक खड़ा है

read more
 अपने ही मन से कुछ बोले",
आज राष्ट्र की क्षति को तौलें,

"गगन में लहरता जो भगवा हमारा",
वो भी आज थोड़ा उदासी भरा है, 
"दूध में दरार पड़ गई" हो चाहे, 
पर हर शख़्स आज नतमस्तक खड़ा है
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile