#कैसे_आख़िर_कैसे#एक_विचार#hindi_poetry
Voice
कैसे.....आखिर कैसे....यही वो सवाल इस ज़हन में हर ज़हन की तरह बस्ता है। कहानियाँ नहीं हैं या कोशिशों में कमी है। अधूरी आरज़ू है या अस्तित्व की खोज है....!!! अर्धनंग विचार को पेश करने में शर्म है या विषैली सोच का प्रचार करने का खौफ़....!!! आखिर कैसे मैं खुद को ये बात समझा दूँ.....कि आज जब सियाह रात में, तुम फिर अकेले होगे और दिल के उस कमरे में, दीवान आज भी तुम्हारी ही खुवाइशों का बिलग-२ के रो रहा होगा तो चौखट के उस पार तमाशा पूरे जहाँ के सामने मशह #Nojotovoice
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Shivam Nahar
poetry for IITDelhi
#RDV18#भारत#part2
हिस्सों से, हर किस्सों से आती है बू अब गंधी सी,
कहाँ गयी तस्वीर बनी थी, अहिंसा के संधि की,
नंगे भूखे आज भी हैं, इस देश के बच्चे सड़को पर,
गांगा माँ को आज शर्म है, देखो अपने लड़कों पर,
अब तो बस है ख़ून खौलता, पाकिस्तान के नारों पर,
पूरा जोश दिखाते हैं हम, सोशल मीडिया की दीवारों पर, #OpenMIC#Nojotovoice#NojotoIIITM
हूँ मैं अकेला वो भी गुमसुम आज मेरे साथ है..।।
पता लगा है उसके इश्क़ की तबियत कुछ नासाज़ है,
और मुझको तो ऐसे ही एक मौके की बस तलाश है,
उस पर ये अंदाज़ा न था वो जल्दी से सो जाएगा,
अब एक तो जो था न हुआ क्या आज ही हो जाएगा..
#Love#kavishala#Hindi Audio #nojotovideo#Nojotovoice#nojotoaudio
मेरी आँखों मे मोहब्बत की चमक आज भी है.
हालांकि उसे मेरे प्यार पर शक आज भी है..
कभी हम बैठकर बाते किया करते थे...
उन बातों की गुन - गुनाहट की आवाजे मेरे कानों मे आज भी है....