Poetry for IITDelhi
#RDV18#भारत#PART_1
आर्यावर्त्त की इस धरती पर, कुछ तो फूल चमन के थे,
शौर्य-शक्ति के, वीर-भक्ति के, कुछ तो गीत अमन के थे,
बारह सौ सालों में, ना जाने कहाँ-से-कहाँ आ गए हम,
भारत-पाकिस्तान के टूटे दो हिस्सों में आ गये हम....!!!
#OpenMIC#HindiPoem#Nojotovoice#NojotoIIITM
#दोस्ती (भूल न जाना ऐ दोस्त) -- RK (R.sharma)
तेरी छवि अब धुंदली होने लगी होगी
तेरे यादों से भी अब समझौता करने लगे होंगें
लेकिन दिया बुझता नही है वो जो रौशन दिल को करे
तेरे से जुड़ा मेरा तार को तो सलामत खुदा करे।
यादें तो बस आईना है मन का इसका ऐतबार क्या
धुंदली भी होती है तो, रौशनी से जगमगा भी उठती है
तो क्या हुआ अगर धूल के पहरे पड़ने लगे है यादों पर #Nojotovoice#nojotovideo
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Ankur walia Aks
वो आए तो आ भी न पाए
हम गए तो जा भी न पाए
आंखें उनकी किसी और के चिराग हैं अब
अपने चिराग़ों को हम बुझा भी न पाए
वो संभल गऐ, खुश है वहां अब
हम अपने मन को समझा भी न पाए #Shayari