Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best लाचारी Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best लाचारी Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about लाचारी का मतलब, लाचारी पर शायरी, लाचारी का अर्थ, लाचारी meaning in english, लाचारी in english,

  • 66 Followers
  • 113 Stories
    PopularLatestVideo
ddbb50ae513655226a6e4f353c9fd8ec

संजू एक्सपर्ट @भौकाली

Nature Quotes कल रात हमने देखा एक #ख्वाब,
#ख्वाब में तस्वीर उसकी थी.!
 
#महक तो उसकी किया महसूस,
पर स्पर्श ना कर पाने की #लाचारी थी.!
 
फिर भी ना तोड़ पाए हम ये #ख्वाब..
 जबकि #नींद तो हमारी थी.!

©Gsm Sanju...भौकाली #NatureQuotes
a3c96a2ce70278aaedf80242ba2bd3d9

Vickram

मदद,,, कभी हो सके तो जरूर करें,,
#मदद #गरीबी #जरुरतमंद #असहाय 
#मजबूरी #लाचारी #हौसला #खुशी
68202a5ea6603b5cc7fe60e6bc8a16f5

मासूम

"मैं गरीब"

मेरे मन की वेदना कौन सुनें
किससे मैं मन की बात कहूं

सच होते ही नही वह सपने
जो मैं अपने आंखों से देखूं

मुझको भी है पढ़ना लिखना
सपन संजोऊं या मैं पेट भरूं

विद्या - भूख की तृष्णा लिए
पथिकों की तरफ यूं ही देखूं

      ✍️अपर्णा त्रिपाठी "मासूम"

©मासूम मैं गरीब#गरीब #लाचारी

मैं गरीबगरीब #लाचारी #कविता

14 Love

73b79b8088e13b93903d8851e58b8c82

kavya soni

आज दिल में दर्द और जख्म गहरा
धड़कनें खामोश सी सांसे भी जैसे हारी है
मेरे प्यार के अहसास हो शायद बेकार तेरे लिए
मगर तुम्हे बताना जरूरी है
कर के रुसवा तन्हा छोड़ा मुझे 
मेरी बैचेनी का आया ख्याल तुझे नहीं
फिर जान लो रात आंखों में बिताई
तेरी खबर आयेगी सोचकर टकटकी
मोबाइल के स्क्रीन पर थी लगाई
जान ले मेरे दिल का हाल कोई
मुस्कान झूठी थी लबों पर सजाई
जहन में  है छाई मायूसी आंखे खाली 
अब इन में बसी उदासी
मुस्कान सच्ची अब ना लौट कर आए
पलकें इतनी रोई ख्वाब फिर ना ये इश्क का सजाए
हां है बेकार सी सारी बातें मगर तू जाने जरूरी है
किस कदर तूने तोड़ा किसी का वजूद की
 सांसे भी  अब तो हारी है
तू किसी साथ भी न कभी पूरा होगा
बेशक मैं  तेरे बिन जानेमन हूं अधूरी 
मेरी मुहब्बत को किया बेजार 
बातें मेरी होगी सारी बेकार 
मगर तू जाने हाल मेरा ये जरूरी है
दिल जख्मी मेरा सांसे भी हारी है
पाकर खो दिया इश्क में कैसी ये लाचारी है

©kavya soni
  #kinaara #इश्क में कैसी #लाचारी है

63 Views

a3c96a2ce70278aaedf80242ba2bd3d9

Vickram

क्यों बनी रहती है बेचैनी मन के अंदर
क्यों हमेशा जिंदगी के सामने एक सवाल सा है
क्यों है इतनी शाजिसें जिंदगी के हर क़दम पर
क्यों हर शख्स जिंदगी में बेइमान सा है
क्या है राज ऐसा जो बताता ही नहीं कोई
क्यों है इतना अंधेरा जो कम ही नहीं होता
खामोशी में भी शोर है जो सहन है मुश्किल
क्यों मज़बूरी के शिवा जिंदगी में कुछ और नहीं है








आंखिर क्यों,,,,

©Vickram
  #WoNazar आंखिर क्यों,,
#खामोशी #लाचारी #बेबसी #मजबूरी 
#सवाल #अंधेरा #बेचैनी #क्यो #एक पहेली,,,
6258d0beca55369d044aca36653dfb3a

poonam atrey

 **लाचारी **
वो  बूढा  थके   क़दमों   से ,   धीरे धीरे  चल रहा था ,
सूर्य भी उसकी बेबसी पर ,और तेजी से जल रहा था,

घर मे दो लाचार जीव थे ,जिनकी भूख की चिंता थी,
बीमार पत्नी और भूखे पोते को खिलाना,यही उसकी मंशा थी,

जवान बेटा और बहु  महामारी की भेंट चढ़ गए थे ,
तभी से उस मृतप्राय से जर्जर जिस्म के कर्तव्य बढ़ गए थे,

सूर्य के तेज को देख , उसके क़दमों में तेजी आ गई,
उसके जिस्म के आधे हिस्से को तो ,जिम्मेदारी खा गई,

फिर भी अपनी जिम्मेदारी ,वह बखूबी निभा रहा था,
परिवार की रोटी का जुगाड़ कर ,वह अपनी भूख को खा रहा था,

रात   तक   थके   क़दमों  से , वह लड़खड़ा कर गिर पड़ा,
अब चाँद    उसकी   लाचारी पर ,खिलखिला कर हँस पड़ा ।।
                                              पूनम आत्रेय

©poonam atrey
  #लाचारी  Navash2411 Deepiitd भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन Bhardwaj Only Budana Rajesh Arora  दिनेश कुशभुवनपुरी खामोशी और दस्तक Kamlesh Kandpal Anonymous Mahi  Utkrisht Kalakaari Urvashi Kapoor Saloni Khanna Ashutosh Mishra Richa Mishra  Puja Udeshi डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313) Rakesh Srivastava कवि संतोष बड़कुर Poonam Suyal  Bhavana kmishra Badal Singh Kalamgar Raj Guru एक अजनबी Anshu writer  शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Aditya kumar pra

#लाचारी Navash2411 Deepiitd भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन Bhardwaj Only Budana Rajesh Arora दिनेश कुशभुवनपुरी खामोशी और दस्तक Kamlesh Kandpal Anonymous Mahi Utkrisht Kalakaari Urvashi Kapoor Saloni Khanna Ashutosh Mishra Richa Mishra Puja Udeshi डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313) Rakesh Srivastava कवि संतोष बड़कुर Poonam Suyal Bhavana kmishra Badal Singh Kalamgar Raj Guru एक अजनबी Anshu writer शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Aditya kumar pra #ज़िन्दगी

887 Views

4f9ed0f165f5a090be8336cb754a198d

PФФJД ЦDΞSHI

लाचारी
************
हर इंसान की क़ोई ना क़ोई लाचारी होती है कि
वो बंधन जोड़ कर तोड़ नहीं पाता, थामा जिसका
हाथ वो छोड नहीं पाता, प्यार करता है पर बोल नहीं
पाता कही भी अपना मू खोल नहीं पाता जो मिलता है
संतुष्ट हो जाता है क्यो कि इस मे ही है प्यार की आबरु
वो जफा करे मैं वफ़ा करू, ये लाचारी एक आदमी की भी हो सकती है और औरत की भी ऐसी ही ज़िन्दगी होती है जिसमें लाचारी कूट कूट कर होती है!
😵‍💫😵‍💫😵‍💫😄😄😂👆🏻comedy plus tragedy

©Puja Udeshi
  #लाचारी #pujaudeshi  Ravi vibhute Mili Saha M R Mehata(रानिसीगं ) Satyaprem Upadhyay narendra bhakuni  भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन poonam atrey वंदना .... R K Mishra " सूर्य " Dayal "दीप, Goswami..

#लाचारी #pujaudeshi Ravi vibhute Mili Saha M R Mehata(रानिसीगं ) Satyaprem Upadhyay narendra bhakuni भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन poonam atrey वंदना .... R K Mishra " सूर्य " Dayal "दीप, Goswami.. #Comedy

801 Views

10f877abe46149c6d93d1f3cc7c8e796

Shashi Bhushan Mishra

लाचारी  थी  क्या तनता,
निर्धनता उसका धन था ,

फाके  पड़ते  घर उसके,
काम  रहे उनका बनता,

लोगों की परवाह किसे,
भाँड में जाए ये जनता,

निकले इनका दीवाला,
उनकी दीवाली मनता,

आ  जाते  बहकावे में,
भोले   हैं   संता  बंता,

ख़ुद ही अपने हाथों से,
बन जाते  अपना हँता,

देख के ये मंजर 'गुंजन',
सब्र  नहीं  करते बनता,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'

©Shashi Bhushan Mishra #लाचारी थी क्या तनता#

#लाचारी थी क्या तनता# #कविता

15 Love

17fad4bda41dd61da5c30a871cae25a5

Miss Sugar Monkey

ईट भट्टी मे काम करनेवाली दस की शालू को "यौन शोषण" तो नही मालूम.. 
पर ये पता है, रात को साहब के कमरे मे कपरे उतारने से वो और उसके दो भाई भूखे नही मरेंगे!! 

नीलू अपने परिवार मे पहली लड़की है जो कॉलेज जा पाई है!!
उसे आवाज उठाना नही आता, तो जब भी भीड़ बस मे कोई हाथ शरीर मे रेंगति है तो चुपचाप सफ़र खत्म होने का इंतज़ार करती.. 
घरवालों को पता चल गया तो शायद पढाई छूट जाए!!

©Miss Sugar Monkey जब भी भीड़ बस मे कोई हाथ शरीर मे रेंगति है...#hands #दर्द #बेवसी #लाचारी

जब भी भीड़ बस मे कोई हाथ शरीर मे रेंगति है...#hands #दर्द #बेवसी #लाचारी

2,704 Views

ceee519042e37a3ce3fa20613cef58c8

@propton

दिल पर क्या गुजरी अन्जान क्या जाने
दर्द कितने सहे ज़माना क्या जाने
एक पल में ढह गई झोपड़ी उस ग़रीब की
कैसे बना था घर वो बाढ़ क्या जाने

#Himachal&Uttarakhand

©@propton #बाढ़
#लाचारी
#लाचार_जिन्दगी
#बेबसी
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile