#झंडे#part_3 IIITM #OpenMIC#final_part#end_of_poetry#Record_voice#Nojotovoice
हर चौराहे पे चिल्लाने से, आज़ादी को ना याद रखो,
ऐसा ही कुछ है प्रेम अगर, तो दिल से इसका सम्मान करो,
ये इंकलाब कर्मों से हो, और सर तुम्हारा नाज़ों से हो,
और उठो सवेरे जब तुम तो, बस प्रेम बसा इस ज़हन में हो,
फ़िर तांड पर रखा झंडा भी तुमको शान से ऐसे देखेगा, #NojotoIIITM
#दोस्ती (भूल न जाना ऐ दोस्त) -- RK (R.sharma)
तेरी छवि अब धुंदली होने लगी होगी
तेरे यादों से भी अब समझौता करने लगे होंगें
लेकिन दिया बुझता नही है वो जो रौशन दिल को करे
तेरे से जुड़ा मेरा तार को तो सलामत खुदा करे।
यादें तो बस आईना है मन का इसका ऐतबार क्या
धुंदली भी होती है तो, रौशनी से जगमगा भी उठती है
तो क्या हुआ अगर धूल के पहरे पड़ने लगे है यादों पर #Nojotovoice#nojotovideo