वो अपने घर की उसी रिवड़की पर खड़ी नीचे झांक रही थी . . . मुझे देख कर वो स्तम्भ सी होकर मासुम सी बन अपने गिले-शिकवों को मुझसे छुपा रही थी . . . मेरे मन की हलचल को शायद उसने भांप लिया था . . . तभी तो उसकी निगाहें मेरी निगाहों से टकरा रहीं थी . . . आज उसकी गली से गुज़रते हुए मन में आए हज़ारों तरह के ख़याल #yqsunilmadaan #उसकीगली #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi