Find the Best रही Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutअट नहीं रही है कविता की व्याख्या, कह रही है हर एक धड़कन तेरे बिना कुछ मजा नहीं है lyrics, आसमान से बादल हो रही है, अट नहीं रही है कविता का अर्थ, अट नहीं रही है कविता का भावार्थ,
Abhishek tripathi#chgr@c
"राही से, सफ़र ने कहा मंजिल तो बहुत होती है कठिन। राही मासूम सा उत्तर दिया इसलिए हम भूल जाते है रात और दिन।। #रही और सफ़र... ©Abhishek tripathi#chgr@c #Yaatra
Shubham Bhardwaj
हर रोज एक सुबह आ रही थी। साथ में डूबती शाम ला रही थी।। जिंदगी गुजरती रही यूं ही सुबह शाम में। ग़ौरतलब था जिंदगी बीती जा रही थी।। ©Shubham Bhardwaj #duniya #हर #रोज #एक #सुबह #आ #रही #थीं #साथ #मैं
Ramkishor Azad
Shubham Bhardwaj
तन में बसी यह आत्मा, कैसा जलवा दिखा रही है। भरमाकर हर घड़ी, न जाने क्या-क्या करा रही है ।। पहचान प्रभु से कर ले,तब ही बचेगा यहाँ पर । तेरे अहम से ही,यह हरपल तुझको मिटा रही है।। आती नही नजर मगर अधिकार कर रखा है । भोगी शरीर बनाकर, माया हरदम नचा रही है ।। दुख,रोग,शोक देकर, कितना चेताया इसने । भूलो न नाम प्रभु का,हरपल बता रही है ।। ©Shubham Bhardwaj #safar #तन #में #बसी #ये #आत्मा #जलवा #दिखा #रही #है
Shubham Bhardwaj
जिंदगी मेरी शमा की तरह हर लम्हा पिघलती रही। लोग मुझको हँसकर अपनी महफिलों में आजमाते रहे।। ©Shubham Bhardwaj #DiyaSalaai #जिंदगी #मेरी #हर #लम्हा #पिघलती #रही
Shubham Bhardwaj
टुकड़े टुकड़े हुआ है दिन,रात रो रही है। जिंदगी तेरे इंतज़ार में,न जाग रही है न सो रही है।। ©Shubham Bhardwaj #KhaamoshAwaaz #टुकड़े #हुआ #है #दिन #रात #रो #रही #जिंदगी
Shubham Bhardwaj
उम्र गुजरती रही,हम सुकून ढूंढते रहे जमाने में। मोहब्बत की राह में,गुजर गया वक्त आजमाने में।। ©Shubham Bhardwaj #standout #उम्र #गुजरती #रही #आजमाने #में
R...Khañ
जो फ़ासले थें लोगों में उन्हें यह छाते नज़दीकियों में तब्दील कर रही हैं लगता हैं! अब बरसात हो रही हैं जुल्फें हैं भीगे-भीगे से सबके ओर यह चाय के कप जिस तरह से हमें निहार रही हैं लगता हैं! अब बरसात हो रही हैं ©R...Khañ #लगता#हैं!#बरसात#हो#रही#हैं🌧️
Shubham Bhardwaj
हर तरफ खामोशियाँ सिर उठा रही हैं। तन्हाईयों ने यह कैसा खेल रचाया है।। ©Shubham Bhardwaj #Journey #हर #तरफ #खामोशियाँ #सिर #उठा #रही #हैं
Shubham Bhardwaj
उम्र गुजरती रही,उन्हें मनाने में। एक पल भी नही लगता था,उन्हें रूठ जाने में।। ©Shubham Bhardwaj #उम्र #गुजरती #रही #उन्हे #मनाने #में #एक #पल