Find the Best जाते Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutमिल जाते है जो प्यार में, मिल जाते है जो प्यार मे, आते जाते मुलाकात नहीं होती है, हो जाते है, मिल जाते है मिलने वाले,
rider MH
कुछ लोग #सब 😚 कुछ सीख #जाते हैं 👊 बस तमीज़ #नहीं 😱 सीख पाते।?? ©rider MH #moodoff #Quote
अदनासा-
sunset nature इंसानों की भावनाओं से खेलते ये चंद इंसान, मुमकिन है हर खेल खेलना नही जानते होंगे, तरह-तरह के इंसान है इस ज़ालिम जहान में, ज़रूर नये खेल की आज़माइश में लगे रहेंगे, नाज़ ना कर इंसान तू बहुत बड़ा खिलाड़ी है, लोग रोज़ कपड़ों में जाते है और आते है नंगे। ©अदनासा- #हिंदी #भावनाओं #खिलाड़ी #जहान #नंगे #कपड़ो #आते #जाते #Instagram #अदनासा
Shubham Bhardwaj
जाते हुए साल का,पैगाम यही है। आया है जो यहाँ, उसका अंजाम यही है।। ©Shubham Bhardwaj #2023Recap #जाते #हुए #साल #का #पैगाम #यहीं #है #अंजाम
Shubham Bhardwaj
तेरे आने का हम इंतज़ार किये जाते हैं। हर लम्हा जिंदगी का बेकार किये जाते हैं।। गुजरे लम्हों की एक याद बन गया है तू। याद करते हैं तुझे और प्यार किये जाते हैं।। ©Shubham Bhardwaj #kinaara #तेरे #आने #का #हम #इंतजार #किये #जाते #हैं #प्यार
Shubham Bhardwaj
खामोशियों में भी,वह दर्द बयां कर जाते हैं। हम कुछ कहते हैं मगर वह बात नही होती।। ©Shubham Bhardwaj #Chhavi #खामोशी #में #भी #😘वो #दर्द #बयां #कर #जाते #है
Shubham Bhardwaj
साथ होकर भी टकरा जाते हो। क्यों बेवजह अपनों से घबरा जाते हो।। ©Shubham Bhardwaj #nightsky #साथ #होकर #भी #टकरा #जाते #होगा #क्यों
Shubham Bhardwaj
दुख दर्द कभी आ जाते थे,मैं मीत बनाकर जीता था। बड़ा हुआ साये में उनके, संगीत बनाकर जीता था।। ©Shubham Bhardwaj #devdas #दुख #दर्द #कभी #आ #जाते #थें #मै
Shubham Bhardwaj
कभी निखर जाते हैं, कभी बिखर जाते हैं। मिले हैं चंद लम्हे जिंदगानी के,निपट जाते हैं।। ©Shubham Bhardwaj #कभी #निखर #जाते #हैं #बिखर #मिले #चंद #लम्हे #जिंदगी
Shubham Bhardwaj
मोहब्बत में मरना, मारना नही होता। राहे मोहब्बत में,जीतना हारना नही होता।। खो जाते हैं, जुस्तजू में प्यार भरे दिल। फिर कैसा गुनाह, कोई गुनाहगार नही होता।। ©Shubham Bhardwaj #मौहब्बत #में #खो #जाते #कैसे #गुनाह #नही
Shubham Bhardwaj
मौसम की तरह, क्यों बदल जाते हो। कभी हँसाते हो तो कभी रुलाते हो।। चंद लम्हों का दौर है इस जिंदगानी में। फिर क्यों बेवजह, तुम सताते हो।। ©Shubham Bhardwaj #मौसम #की #तरह #क्यों #बदल #जाते