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Shivkumar barman
White अच्छी औरतें कौन होती है? जो चुप्पी साधे रहें या फिर जो हँसते हुए तमाशबीन हो क्योंकि औरतों के इतिहास मे दर्ज है : अग्नि-परीक्षा के बाद भी सीता अच्छी नहीं हो पाई चीरहरण झेलने के बाद भी द्रोपदी का गुणगान नहीं हो पाया लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला का त्याग लोगों को याद तक नहीं तो फिर ये अच्छी औरतें कौन हैं? क्या हर रोज़ मार खाती औरतें? या सरेआम पिटती औरतें? या चौके बर्तन में घिसती औरतें? या फिर बच्चों के पीछे भागती औरतें? कौन होती हैं आख़िर अच्छी औरतें? अंशू कुमार ©Shivkumar barman अच्छी #औरतें कौन होती है? जो चुप्पी साधे रहें या फिर जो #हँसते हुए तमाशबीन हो क्योंकि औरतों के #इतिहास मे दर्ज है : #अग्निपरीक्षा के बाद भी सीता अच्छी नहीं हो पाई
अच्छी #औरतें कौन होती है? जो चुप्पी साधे रहें या फिर जो #हँसते हुए तमाशबीन हो क्योंकि औरतों के #इतिहास मे दर्ज है : #अग्निपरीक्षा के बाद भी सीता अच्छी नहीं हो पाई
read moreGhumnam Gautam
ज़िन्दगी! तेरी आमद से डरता हूँ मैं मुझपे आती है तू हादसों की तरह लोग ,ढूँढो अगर तो, मिलेंगे बहुत टूटे हैं जो कभी गुम्बदों की तरह आदमी आदमी-सा जब रहता नहीं औरतें क्यों रहें औरतों की तरह ©Ghumnam Gautam #GuzartiZindagi #ghumnamgautam #हादसे #आदमी ,#औरतें
#GuzartiZindagi #ghumnamgautam #हादसे #आदमी ,#औरतें
read moresunita acharya
चुप रहतीं है तो अच्छी लगती है ,बोलती औरतें किसी को पसंद नहीं आती, सहारा ढूंढती हुई लंगड़ाती हैं वो ठीक है, कंधे से कंधा मिला कर भागती औरतें किसी को पसंद नहीं आती, मुस्कुराहटों पर उसकी सब रीझ जाते हैं ,लेकिन खिलखिलाती हुई औरतें किसी को पसंद नहीं आती , अपनी मर्जियां सब थोप देते हैं, अपनी मन की बताती हुई औरतें किसी को पसंद नहीं आती । सबका ख्याल रखना उसका फर्ज है , खुद तरफ ध्यान देने वाली औरतें किसी को पसंद नहीं आतीं। और नियमों का नाम लेकर सीमाएं बांध दी जाती हैं, दायरों को तोड़ उड़ान भरती औरतें किसी को पसंद नहीं आती । ©sunita acharya #औरतें #Pain #Life #Quote #delusion
J S T C
#वो #कैसी #औरतें #थीं... जो गीली लकड़ियों को फूंक कर चूल्हा जलाती थीं जो सिल पर सुर्ख़ मिर्चें पीस कर सालन पकाती थीं, सुबह से शाम तक मसरूफ़, लेकिन मुस्कुराती थीं भरी दोपहर में सर अपना ढक कर मिलने आती थीं, जो दरवाज़े पे रुक कर देर तक रस्में निभाती थीं पलंगों पर नफासत से दरी चादर बिछाती थीं, बसद इसरार मेहमानों को सिरहाने बिठाती थीं अगर गर्मी ज़्यादा हो तो रुहआफ्ज़ा पिलाती थीं, जो अपनी बेटियों को स्वेटर बुनना सिखाती थीं जो "क़लमे" काढ़ कर लकड़ी के फ्रेमों में सजाती थीं, दुआयें फूंक कर बच्चो को बिस्तर पर सुलाती थीं अपनी जा-नमाज़ें मोड़ कर तकिया लगाती थीं, कोई साईल जो दस्तक दे, उसे खाना खिलाती थीं पड़ोसन मांग ले कुछ तो बा-ख़ुशी देती दिलाती थीं, जो रिश्तों को बरतने के कई गुर सिखाती थीं मुहल्ले में कोई मर जाए तो आँसू बहाती थीं, कोई बीमार पड़ जाए तो उसके पास जाती थीं कोई त्योहार पड़ जाए तो खूब मिलजुल कर मनाती थीं, वह क्या दिन थे किसी भी दोस्त के हम घर जो जाते थे तो उसकी माँ उसे जो देतीं वह हमको खिलाती थीं, मुहल्ले में किसी के घर अगर शादी की महफ़िल हो तो उसके घर के मेहमानों को अपने घर सुलाती थीं, मैं जब गांव अपने जाता हूँ तो फुर्सत के ज़मानों में उन्हें ही ढूंढता फिरता हूं, गलियों और मकानों में, मगर अपना ज़माना साथ लेकर खो गईं हैं वो किसी एक क़ब्र में सारी की सारी सो गईं हैं वो.. ©J S T C वो कैसी औरतें थी,,,, follow me..... Affan Waheed zindgibindaas LoVe YoU # Ayaan dehlvi ( A D ) mudassir__ Yusuf
वो कैसी औरतें थी,,,, follow me..... Affan Waheed zindgibindaas LoVe YoU # Ayaan dehlvi ( A D ) mudassir__ Yusuf
read moreBEENA TANTI
""खामोशी" ******** चिखती हूं ,चिल्लाती हूं, अंदर ही अंदर भस्म हो जाती हूं, दुनिया वालों के लिए, सदा मुस्कुराती हूं पर दरअसल, सीने में बहुत से दर्द छुपा कर, शांत सी दिखती हुई,अंदर से रोती हूं। ।।शुक्रिया।। ****बीना*** (12/01/2021) ***************** ©Beena Tanti #खामोशी #औरतें #womaniya #myvoice❤
kanchan Yadav
।। स्त्री ।। " मेरा होना ना होना मेरे ही वजूद पर प्रश्न उठाता है ; कभी खुद खोजती हूं तो कभी जमाने से मिल जाता है ; मेरी मुस्कुराहट मेरे अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह लगाता है भिन्न-भिन्न उत्तर समाज से मिल जाता है ; मेरा होना ना होना मेरे ही वजूद पर प्रश्न उठाता है ; दो पग आगे चलू दुनियां में अक्सर नकारा जाता हैं ; घर की इज्जत बोलकर हर बार मन हमारा मारा जाता है ; मेरा होना ना होना मेरे ही वजूद पर प्रश्न उठाता है कभी खुद खोजती हूं तो कभी जमाने से मिल जाता हैं ।।" ky ✍️ ©kanchan Yadav #ColdMoon #औरतें
Rajesh Raana
औरतें तो पहनती है जेवर , तुम आदमी हो तेवर पहना करो । - राणा © ★ #आदमी #तेवर #औरतें #जेवर #Nojoto #Nojotohindi #Hindinojoto #Women #Men
#आदमी #तेवर #औरतें #जेवर #nojotohindi #hindinojoto #Women #Men
read moreManjeet Sharma 'Meera'
औरतें हमेशा से ये राग अलापती आई हैं कि वे मर्दों के बराबर हैं पर मेरे ख्याल से ये बात बिल्कुल भी सच नहीं है। झूठ बोलते हैं सब कि औरतें मर्दों के बराबर हैं। अरे!!!!! औरत को आप राशन दो तो वे आपको स्वादिष्ट भोजन बनाकर देंगी। मकान खरीदकर दो तो वे उसे एक खूबसूरत घर में तब्दील कर देंगी। जरा सा मुस्कुरा भर दो तो वे अपने दिल का पूरा का पूरा प्यार आप पर उंड़ेल देंगी। जीवन साथी दो तो वे अपने मां-बाप, भाई-बहन, रिश्तेदार सब छोड़कर आपके घर में रहने चली आएंगी। आपके मां-बाप भाई-बहन, रिश्तेदार सबको अपना बना लेंगी। उनकी जिम्मेदारी अपने सिर पर ले लेंगी। अपना वीर्य दो तो वे आपको बहुत खूबसूरत औलाद देंगी। यानि वे हर चीज़ में जान डाल देंगी। अपने ऊपर किए गए जरा से अहसान को भी कई गुणा करके आपको लौटाएंगी। वे मर्दों के बराबर नहीं उनसे कई दर्जा ऊपर हैं। इसलिए हमेशा याद रखो कि अगर आपने उन्हें धोखा दिया तो वे आपको क्या देंगी......! #औरतें खूबसूरत और ज़हीन 😊
#औरतें खूबसूरत और ज़हीन 😊
read moreGhumnam Gautam
#OpenPoetry (अनुराधा घनाक्षरी) औरतें """""""""""""""""""" सु-छंद की किताब-सी सुगंध-सिक्त ख़्वाब-सी खिले-खिले गुलाब-सी हैं बहार औरतें सुगेह में पली नहीं ढँकी रही खुली नहीं कुसंग में घुली नहीं वो गँवार औरतें कभी कभी हुआ यही रहा सही न आदमी सही नहीं रुआब को दी सुधार औरतें कभी बुरा न सोचना नहीं उन्हें दबोचना सुदक्ष हैं शिकार में धार-दार औरतें #औरतें #गुलाब #आदमी #शिकार #ghumamgautam #छंद