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Monu

#Happiness #happened #में  #में #Pooja #narjoto Ambika Jha Ritesh maurya Writer kavi Gautam Mr khan KhaultiSyahi

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~anshul

#लव में  #नोजोटो #तुम #दरवाजा Heart beat..... 💞 indu singh Kaju Gautam Pragati Jain Shivangi Bist

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मैं एक दरवाज़ा था 
मुझे जितना पीटा गया में उतना खुलता गया।
#अंशुल #लव 
#में  
#नोजोटो 
#तुम #दरवाजा  Heart beat..... 💞 indu singh Kaju Gautam  Pragati Jain Shivangi Bist

Miss Pandiit

रब किसी को किसी पर फ़िदा ना करे 
करे तो कयामत तक जुदा ना करे 
ये माना की कोई मरता नहीं जुदाई में 
लेकिन जी भी नहीं पाता तन्हाई में  #loveforever #nojoto #happyvibes #nojotofamily

Saurabh Singhal

#raaz

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ये कैसा परिवर्तन है खुद्दारी के आचरणों में 
सेना का सम्मान पड़ा है चरमपंथ के चरणों में 
किसका ख़ून नहीं खौलेगा सुन-पढ़कर अख़बारों में 
सिंहों की गर्दन कटवा दी चूहों के दरबारों में 

                                        -डॉ हरिओम पवार #raaz

Amit Tiwari

#nojotohindi रचना - संस्कारों की चिता  अगर चला जा सकता मैं फिर से बचपन की अमराइयों में  वो दादी के किस्सों गीतों और कहानियों की रुबाइयों   में ...

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रचना - संस्कारों की चिता 
अगर चला जा सकता मैं फिर से बचपन की अमराइयों में 
वो दादी के किस्सों गीतों और कहानियों की रुबाइयों   में ...
अगर फिर से मिल पाते आँख मिचौली वाले दिन 
हंसी ठहाकों हुर्दंगों में राते कटती तारे  गिनं ...
वो मिटटी की खुसबू सोंधी मन प्रफुल्लित कर जाती थी 
बाग़ की ठंडी हवा सारे दिन की थकान हर जाती थी 
कितनी अच्छी सोंधी खुसबू आती थी  देगची  की चाय से 
लोगो के तानो ठहाको और उनके बातो के अभिप्राय से ..
कभी मिटटी को भी माँ का दर्जा देते थे ..
सम्मान में लोग एक दूसरे को पछाड़ने की होड़ में रहते थे ..
आज माँ की भी परवाह नहीं , सम्मान  की कोई आह नहीं 
बस ईर्ष्या द्वेष में जीते हैं ..नफरत की शराब पीते हैं 
खुद को मॉडर्न बनाने की होड़ में 
एक दूसरे को पीछे छोड़ने की दौड़ में 
खुद को ही हम भूल गए हैं 
संस्कारों वाली भारत भूमि में ...हम मॉडर्न हो गए हैं 
माना की मॉडर्न होना जरुरी है ..
पर क्या मॉडर्न होने के लिए संस्कारों की चिता जलाना जरुरी है 
सोचियेगा जरूर.....
     .                      -. अमित #Nojoto #Nojotohindi 
रचना - संस्कारों की चिता 


अगर चला जा सकता मैं फिर से बचपन की अमराइयों में 

वो दादी के किस्सों गीतों और कहानियों की रुबाइयों   में ...

Amit Tiwari

#Kavitt #Poetry #Hindi #nojotohindi #Foody कवित्त - थाली की अभिलाषा  लेखक की अभिलाषा की उसकी भोजन की थाली कैसी हो , प्रेम से सराबोर ... आज के भौतिक आडम्बरों से रहित. अपनी इस इच्छा को शब्दों में पिरोया है ..  पाठकों के लिए - 

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प्यार में कभी कभी  कवित्त - थाली की अभिलाषा 
लेखक की अभिलाषा की उसकी भोजन की थाली कैसी हो , प्रेम से सराबोर ... आज के भौतिक आडम्बरों से रहित.
अपनी इस इच्छा को शब्दों में पिरोया है .. 
पाठकों के लिए - 

बाजरे की रोटी  ताज़ी चूल्हे से निकाली हुई 
खूब खरी सेक के  धरी हो एक थाली में
दाल कारे उरद की मिर्चा भरो लाल और
महर महर महके हींग तडकन की लाली में  
परसै जो तिरछे नैन घूंघट की ओट से 
प्रियतम का मन भी लगा हो घरवाली में 
प्रेम का अनोखा रूप दिखे उन आँखों में 
ज्यों प्रेम ही परोसा जा रहा हो थाली में 
पुनि पुनि पूछे जाए प्यार से परोसे जाए 
मन हो प्रफुल्लित अपने मीत की बनौली में 
स्वर्ग हु ते देवता निहारे और डारे लार ....
आम का अचार ज्यों धरा हो एक प्याली में ...
मानुष का रूप ही सलोना है जग में ...
यही एक बात अब मन की हर बानी में ..
                     -    अमित  #Nojoto #Kavitt #Poetry #Hindi #Nojotohindi #Foody 
कवित्त - थाली की अभिलाषा 

लेखक की अभिलाषा की उसकी भोजन की थाली कैसी हो , प्रेम से सराबोर ... आज के भौतिक आडम्बरों से रहित.

अपनी इस इच्छा को शब्दों में पिरोया है .. 

पाठकों के लिए - 

Parul Sharma

--------------- वधू चाहिए ------------ आये लड़के वाले छपवाने इस्तहार मेरी संजीवनी में  एक वधू चाहिए आ गयी है कड़की घर में  है परिवार छोटा सा घर गिरवी पड़ा है। ५ लड़कों ४ लड़कियों से जूझ रहा है । पर एक भी बच्चा काम पर नहीं लगा है  घर खर्च व बेटियों की शादी केलिए पैसों का रट्टा पड़ा है । आये दिन होते झगड़े घर के कामों केलिए,

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वधू चाहिये 
कविता caption में पढ़ें --------------- वधू चाहिए ------------
आये लड़के वाले छपवाने इस्तहार मेरी संजीवनी में 
एक वधू चाहिए आ गयी है कड़की घर में 
है परिवार छोटा सा घर गिरवी पड़ा है।
५ लड़कों ४ लड़कियों से जूझ रहा है ।
पर एक भी बच्चा काम पर नहीं लगा है 
घर खर्च व बेटियों की शादी केलिए पैसों का रट्टा पड़ा है ।
आये दिन होते झगड़े घर के कामों केलिए,

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