Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best पौराणिक Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best पौराणिक Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutलेखक डॉक्टर अपूर्व पौराणिक, पौराणिक भजन, पौराणिक कथा, पौराणिक चरित्रों, पौराणिक बिल्डर,

  • 4 Followers
  • 16 Stories

Ajay Amitabh Suman

क्या हनुमान जी के पास गदा थी? #हनुमानजी #गदा #वाल्मीकि_रामायण #महावीरजी #पौराणिक हनुमान जी की मूर्ति बिना गदा के कुछ कुछ अधूरी सी दृष्टिगोचित होती है। लेकिन जब हम बाल्मिकी रामायण में श्रीराम जी और रावण के बीच हुए युद्ध में हनुमान जी की भूमिका का आकलन करते हैं तो कुछ और हीं सत्य सामने निकलकर आता है। श्री वाल्मिकी द्वारा रचित रामायण की वो सच्चाई क्या हैं?

read more

Ajay Amitabh Suman

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-36 #अश्वत्थामा,#द्रोणवध,#महाभारत, #दुर्योधन #पौराणिक,#Ashvatthama, #Mahabharata,#Duryodhan,Mythology, #Epic द्रोण को सहसा अपने पुत्र अश्वत्थामा की मृत्यु के समाचार पर विश्वास नहीं हुआ। परंतु ये समाचार जब उन्होंने धर्मराज के मुख से सुना तब संदेह का कोई कारण नहीं बचा। इस समाचार को सुनकर गुरु द्रोणाचार्य के मन में इस संसार के प्रति विरक्ति पैदा हो गई। उनके लिये जीत और हार का कोई मतलब नहीं रह गया था। इस निराशा भरी विरक्त अवस्था में गुरु द्रोणाचार्य ने अपने अस्त्रों और शस

read more
............

©Ajay Amitabh Suman दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-36 #अश्वत्थामा,#द्रोणवध,#महाभारत,
#दुर्योधन #पौराणिक,#Ashvatthama, #Mahabharata,#Duryodhan,#Mythology, #Epic 

द्रोण को सहसा अपने पुत्र अश्वत्थामा की मृत्यु के समाचार पर विश्वास नहीं हुआ। परंतु ये समाचार जब उन्होंने धर्मराज के मुख से सुना तब संदेह का कोई कारण नहीं बचा। इस समाचार को सुनकर गुरु द्रोणाचार्य के मन में इस संसार के प्रति विरक्ति पैदा हो गई। उनके लिये जीत और हार का कोई मतलब नहीं रह गया था। इस निराशा भरी विरक्त अवस्था में गुरु द्रोणाचार्य  ने अपने अस्त्रों और शस

Ajay Amitabh Suman

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-35 #अश्वत्थामा,#द्रोणवध,#महाभारत,#द्रोणाचार्य,#पौराणिक,#Ashvatthama, #Mahabharata,#Duryodhan,Mythology,#Epic किसी व्यक्ति के जीवन का लक्ष्य जब मृत्यु के निकट पहुँच कर भी पूर्ण हो जाता है तब उसकी मृत्यु उसे ज्यादा परेशान नहीं कर पाती। अश्वत्थामा भी दुर्योधनको एक शांति पूर्ण मृत्यु प्रदान करने की ईक्छा से उसको स्वयं द्वारा पांडवों के मारे जाने का समाचार सुनाता है, जिसके लिए दुर्योधन ने आजीवन कामना की थी । युद्ध भूमि में घायल पड़ा दुर्योधन जब अश्वत्

read more
................

©Ajay Amitabh Suman दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-35 #अश्वत्थामा,#द्रोणवध,#महाभारत,#द्रोणाचार्य,#पौराणिक,#Ashvatthama, #Mahabharata,#Duryodhan,#Mythology,#Epic 

किसी व्यक्ति के जीवन का लक्ष्य जब मृत्यु के निकट पहुँच कर भी पूर्ण  हो जाता है  तब उसकी  मृत्यु उसे ज्यादा परेशान नहीं कर पाती। अश्वत्थामा भी दुर्योधनको एक शांति पूर्ण  मृत्यु  प्रदान  करने  की  ईक्छा से उसको स्वयं  द्वारा  पांडवों के मारे जाने का समाचार  सुनाता है, जिसके  लिए दुर्योधन ने आजीवन कामना की  थी । युद्ध भूमि में   घायल   पड़ा    दुर्योधन   जब  अश्वत्

SumitGaurav2005

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile