हमें भी अपनी लड़ाईयां खुद ही लड़नी होगी. देश के कुंठित विचारो से जातिवाद के प्रहारों से. लोगो के विषैले बातो से. स्वार्थ हित के ध्वनियों से. गरीबी से लाचारी से.
हमें अंदर की आत्मशक्ति जागृत करनी होगी यहाँ पग - पग राहों में काटे बिछे हुए है इन काटो को पार कर ही देश के स्वर्णमिम इतिहास के पन्नो में छाप छोड़ सकते है, चाहे वो क्षेत्र कोई भी क्यों न हो. #Books