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वक़्त के बहुत पाबंद थे वो, मस्जिद न दिखी तो गुरूद्व

वक़्त के बहुत पाबंद थे वो,
मस्जिद न दिखी तो गुरूद्वारे में भी नमाज़े अदा कर लिया करते थे।
 वक़्त के बहुत पाबंद थे वो,
मस्जिद न दिखी तो गुरूद्वारे में भी नमाज़े अदा कर लिया करते थे।
-अफ़साना
वक़्त के बहुत पाबंद थे वो,
मस्जिद न दिखी तो गुरूद्वारे में भी नमाज़े अदा कर लिया करते थे।
 वक़्त के बहुत पाबंद थे वो,
मस्जिद न दिखी तो गुरूद्वारे में भी नमाज़े अदा कर लिया करते थे।
-अफ़साना

वक़्त के बहुत पाबंद थे वो, मस्जिद न दिखी तो गुरूद्वारे में भी नमाज़े अदा कर लिया करते थे। -अफ़साना #Photography