ये बेकरारी ये कसक ये जुनूं इश्क है.. वो तेरी बांहो का सुकूं इश्क है.. वो मेरा मिलने को तरसना इश्क है और तेरा खुल के बरसना इश्क है मेरा इंतज़ार मे बिख़रना इश्क है.. और तेरे दीद पे निख़रना इश्क है.. तेरा बात बात पर खफ़ा हो जाना इश्क हैं.. और मेरा मुस्कुरा कर नाज़ उठाना इश्क है.