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दिल से बड़ी कोई क़ब्र नहीं है, रोज़ कोई ना कोई एहस

 दिल से बड़ी कोई क़ब्र नहीं है,
रोज़ कोई ना कोई एहसास दफ़न होता है ।
 दिल से बड़ी कोई क़ब्र नहीं है,
रोज़ कोई ना कोई एहसास दफ़न होता है ।
deepakkumar1350

Deepak Kumar

New Creator

दिल से बड़ी कोई क़ब्र नहीं है, रोज़ कोई ना कोई एहसास दफ़न होता है । #Poetry