कुछ यूं ज़िन्दगी में कल बहार आई थी मेरे सुनसान अगने में तुम फूलो की बौछार लाई थी एक पल का हँसना और फिर आंखों में अश्क़ दे गई इस कदर रात में तेरे याद की तूफान आई थी